रक्षा मंत्रालय
डीआरडीओ ने सैन्य संचार में अंतर-संचालन सक्षमता के लिए भारतीय रेडियो सॉफ्टवेयर आर्किटेक्चर मानक 1.0 जारी किया
Posted On:
07 OCT 2025 5:18PM by PIB Delhi
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन-डीआरडीओ ने एकीकृत रक्षा स्टाफ-आईडीएस और तीनों सेनाओं के सहयोग से, 7 अक्टूबर, 2025 को डीआरडीओ भवन, नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला के दौरान, सैन्य संचार अंतर-संचालन सक्षमता के लिए भारतीय रेडियो सॉफ्टवेयर आर्किटेक्चर मानक 1.0 औपचारिक रूप से जारी किया। आईआरएसए, सॉफ्टवेयर युक्त रेडियो का व्यापक सॉफ्टवेयर विनिर्देश है, जो मानकीकृत इंटरफेस, एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफ़ेस, निष्पादन वातावरण और वेवफॉर्म पोर्टेबिलिटी तंत्र को परिभाषित करता है। आईआरएसए को वेवफॉर्म पोर्टेबिलिटी, एसडीआर इंटरऑपरेबिलिटी, प्रमाणन और अनुरूपता के लिए डिज़ाइन किया गया है। एसडीआर एक वायरलेस संचार प्रणाली है, जो पारंपरिक हार्डवेयर घटकों को सॉफ्टवेयर और प्रोग्रामेबल प्रोसेसिंग प्लेटफॉर्म से प्रतिस्थापित करती है, जिससे सिग्नल मॉड्यूलेशन और डिमॉड्यूलेशन जैसे स्थिति अनुरूप और गतिशील रेडियो फ़ंक्शन संभव होते हैं।
आईआरएसए का शुभारंभ रक्षा संचार प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत का निर्णायक कदम है, जो स्वदेशी, अंतर-संचालनीय और भविष्य के लिए तैयार एसडीआर समाधानों के दृष्टिकोण को मूर्त रूप देता है। इसे स्वदेशी तौर पर भारत के लिए और वैश्विक प्रयोग हेतु तैयार किया गया है। इसे परिचालन आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार किया गया है जो भविष्य की प्रौद्योगिकियों को एकीकृत करेगा।
कार्यशाला में आईआरएसए की यात्रा, इसके तकनीकी अवलोकन, पारिस्थितिकी तंत्र भूमिकाओं और इसकी भविष्य रूपरेखा पर चर्चा हुई। इसमें उद्योग, शिक्षा जगत और तीनों सेनाओं के सहयोग अवसरों, अग्रिम परियोजनाओं और तकनीक अपनाने के तौर-तरीकों पर विमर्श किया गया।
कार्यक्रम में भारतीय सशस्त्र बलों, रक्षा उत्पादन विभाग, रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम, शिक्षा जगत और अनुसंधान संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और स्वदेशी संचार प्रौद्योगिकियों के विकास की दिशा में व्यापक और सहयोगात्मक दृष्टिकोण को रेखांकित किया गया। डीडी आरएंडडी सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। एकीकृत रक्षा स्टाफ प्रमुख, एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित और आईआईटी गांधीनगर के निदेशक डॉ. रजत मूना विशिष्ट अतिथि थे।
आईआरएसए के बारे में:
आधुनिक सैन्य संचार में एसडीआर की महत्वपूर्ण भूमिका और राष्ट्रीय सॉफ्टवेयर मानक की आवश्यकता पर आईआरएसए पहल 2021 में आरंभ हुई थी। डीआरडीओ के नेतृत्व में एक प्रमुख तकनीकी टीम ने 2022 में एकीकृत रक्षा स्टाफ और सेनाओं के साथ मिलकर परिचालन और उपयोगकर्ता आवश्यकताओं को समझने के लिए विमर्श आरंभ किया। हितधारकों के साथ व्यापक समीक्षा और परामर्श के बाद, आईआरएसए संस्करण 1.0 को 2025 में उच्च-स्तरीय सलाहकार समिति द्वारा अनुमोदित किया गया, जो सॉफ्टवेयर युक्त रेडियो के लिए एक मानकीकृत सॉफ्टवेयर आर्किटेक्चर परिभाषित करने वाला भारत का पहला राष्ट्रीय विनिर्देश बना। इसका उद्देश्य आईआरएसए को राष्ट्रीय मानक के साथ ही वैश्विक मानदंड के रूप में स्थापित करना है जिससे भारत एसडीआर की नवीनतम तकनीक विकसित कर मित्र देशों को भी आईआरएसए-अनुरूप समाधान निर्यात कर सके।
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