महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
बीमारियों से बचाव के लिए पोषण आहार जरूरी – सांसद महेश कश्यप
बस्तर में राष्ट्रीय पोषण माह पर विशेष कार्यक्रम
Posted On:
25 SEP 2025 6:26PM by PIB Raipur
बीमारियों से बचाव के लिए संतुलित और पोषक आहार का सेवन अनिवार्य है। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ उठाकर हम परिवार और समाज को स्वस्थ बना सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस को पोषण माह के रूप में मनाना पोषण के प्रति देश की गंभीरता का प्रतीक है। यह बात बस्तर सांसद महेश कश्यप ने कही। वे आज बस्तर जिला के तोकापाल ब्लॉक के ग्राम पोटानार में आयोजित राष्ट्रीय पोषण माह 2025 के तहत “स्वस्थ नारी – स्वस्थ परिवार” विषय पर विशेष लोक संपर्क कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

केंद्रीय संचार ब्यूरो, क्षेत्रीय कार्यालय जगदलपुर की पहल पर आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण, महिलाएं और जनप्रतिनिधि शामिल हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ सांसद महेश कश्यप, चित्रकोट विधायक विनायक गोयल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष बलदेव मंडावी, जनपद अध्यक्ष रामबती भंडारी, जिला पंचायत सदस्य पद्मिनी कश्यप, महिला एवं बाल विकास विभाग सभापति शांति नाग और अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में हुआ। मंच पर परियोजना अधिकारी ज्योति मथरानी, यूनानी चिकित्सक बी. प्रकाश मूर्ति, सुपरवाइजर ममता कुर्रे, ग्राम सरपंच संतोष मौर्य और उप सरपंच भी मौजूद रहे।

चित्रकोट विधायक विनायक गोयल ने अपने संबोधन में कहा कि “स्वस्थ नारी ही स्वस्थ परिवार की नींव है। जब महिलाएं पोषण के महत्व को समझेंगी और अपनाएंगी, तभी परिवार और समाज मजबूत बनेगा।”

महिलाओं की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम को जीवंत बनाने और महिलाओं की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय संचार ब्यूरो, जगदलपुर द्वारा कुर्सी दौड़ प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसे तीन वर्गों में विभाजित किया गया, जिसमें महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। विजेताओं को मुख्य अतिथि सांसद महेश कश्यप ने पुरस्कृत किया और उन्हें स्वच्छ और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया।

स्वास्थ्य जागरूकता सत्र के दौरान यूनानी चिकित्सक बी. प्रकाश मूर्ति ने संतुलित आहार और पोषण के महत्व पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मौसमी फल, हरी सब्जियाँ, दालें और दूध जैसे पोषक तत्वों से भरपूर आहार बीमारियों से बचाव की पहली ढाल है। परियोजना अधिकारी ज्योति मथरानी ने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित आंगनबाड़ी सेवाओं और पोषण योजनाओं की जानकारी दी। सुपरवाइजर ममता कुर्रे ने भी ग्रामीण महिलाओं को बच्चों और गर्भवती महिलाओं के आहार में संतुलन बनाए रखने की सलाह दी।
संवाद और प्रश्न मंच
ग्रामीणों की सहभागिता बढ़ाने के लिए बी.एस. ध्रुव द्वारा प्रश्न मंच का आयोजन किया गया। इसमें पोषण, स्वास्थ्य और सरकारी योजनाओं से जुड़े सवाल पूछे गए। सही उत्तर देने वाले ग्रामीणों को विभाग की ओर से पुरस्कृत किया गया, जिससे लोगों में जागरूकता और उत्साह दोनों देखने को मिला।
जनजागरूकता और सेवाएँ
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा इस अवसर पर गोद भराई, अन्नप्राशन और पोषण आहार स्टॉल लगाए गए। ग्रामीण महिलाएँ बड़ी संख्या में इन स्टॉलों पर पहुँचीं और पोषण से संबंधित जानकारी प्राप्त की। बच्चों के आहार की उपयोगी सामग्रियाँ और प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिससे उपस्थित लोगों को प्रत्यक्ष जानकारी मिल सकी।
कार्यक्रम में ग्रामीण महिलाओं की भारी भागीदारी ने यह साबित किया कि जागरूकता की दिशा में यह पहल सफल रही। यह आयोजन केवल पोषण माह तक सीमित नहीं, बल्कि समाज में निरंतर चलने वाली स्वास्थ्य और पोषण जागरूकता की श्रृंखला की एक कड़ी है। सांसद और जनप्रतिनिधियों के संदेश ने साफ किया कि पोषण केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सामुदायिक जिम्मेदारी है, जिसे अपनाकर ही “स्वस्थ नारी, स्वस्थ परिवार और स्वस्थ समाज” के सपने को साकार किया जा सकता है।
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आरडीजे
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