इस्‍पात मंत्रालय
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इस्पात मंत्रालय ने ई-कचरा प्रबंधन और मशीनीकृत सफाई पर ध्यान केंद्रित करते हुए विशेष अभियान 5.0 का शुभारंभ किया

Posted On: 17 SEP 2025 3:29PM by PIB Delhi

इस्पात मंत्रालय और इसके सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर, 2025 तक मनाए जाने वाले विशेष अभियान 5.0 में भाग लेने के लिए तैयार हैं। इस अभियान का उद्देश्य वैज्ञानिक ई-कचरा प्रबंधन और मशीनीकृत सफाई के तरीकों को अपनाने पर नए सिरे से जोर देकर स्वच्छता, स्थिरता और कुशल शासन के प्रति मंत्रालय की प्रतिबद्धता को और मजबूत करना है।

विशेष अभियान 4.0 (अक्टूबर 2024) के दौरान मंत्रालय ने अपने कार्यालयों और पीएसयू में व्यापक गतिविधियां चलाईं, जिसमें लंबित मामलों को निपटाने, पुरानी फाइलों को हटाने और स्थान को अनुकूलित करने में महत्‍वपूर्ण प्रगति हासिल की गई। इन प्रयासों ने स्थायी रिकॉर्ड प्रबंधन और बेहतर सेवा वितरण के लिए आधार तैयार किया।

अभियान के बाद की अवधि में इस गति को बनाए रखने के लिए लगातार प्रयास किए गए। पुराने रिकॉर्डों को हटा दिया गया, कबाड़ निपटान प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित किया गया और शिकायतों का अधिक दक्षता के साथ निवारण किया गया, जो स्वच्छता और प्रशासनिक दक्षता को एक सतत प्रक्रिया बनाने के लिए मंत्रालय के संकल्प को दर्शाता है।

विशेष अभियान 5.0 इन उपलब्धियों को आगे बढ़ाते हुए चार प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर अधिक ध्यान केंद्रित करेगा:

  • ई-अपशिष्ट प्रबंधन: पर्यावरणीय मानकों और स्थिरता लक्ष्यों के अनुरूप इलेक्ट्रॉनिक अपशिष्ट का वैज्ञानिक निपटान और प्रबंधन सुनिश्चित करना।
  • मशीनीकृत सफाई के तरीके: कार्यस्थल पर स्वच्छता और दक्षता बनाए रखने के लिए आधुनिक सफाई के तरीकों के उपयोग को बढ़ाना।
  • लंबित मामलों का समय पर निपटान: प्रधानमंत्री कार्यालय, राज्य सरकारों, संसद और वीआईपी मामलों से संबंधित लंबित संदर्भों को निपटाना, साथ ही पुरानी फाइलों और अभिलेखों का व्यवस्थित निपटान जारी रखना।
  • जागरूकता और भागीदारी: जागरूकता फैलाने और स्वच्छता अभियानों में सार्वजनिक भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्मों और आउटरीच गतिविधियों का उपयोग करना।

यह अभियान दो चरणों में चलाया जाएगा: प्रारंभिक चरण (15-30 सितंबर, 2025), जिसके दौरान लक्ष्यों की पहचान की जाएगी और आधारभूत कार्य किया जाएगा, इसके बाद कार्यान्वयन चरण (2-31 अक्टूबर, 2025) होगा, जिसमें निष्पादन, निगरानी और मापने योग्‍य परिणामों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

इस्पात मंत्रालय कुशल और नागरिक-केंद्रित शासन के व्यापक लक्ष्यों के अनुरूप स्वच्छता, शिकायत निवारण और सतत प्रथाओं में नए मानक स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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पीके/केसी/आईएम/एसएस


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