रक्षा मंत्रालय
भारतीय नौसेना के जहाज द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास एसएलआईएनईएक्स-2025 में भाग लेने के लिए के लिए श्रीलंका पहुँचे
Posted On:
15 AUG 2025 6:28PM by PIB Delhi
भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस राणा (निर्देशित मिसाइल विध्वंसक) और आईएनएस ज्योति (फ्लीट टैंकर) 14 से 18 अगस्त 2025 तक होने वाले श्रीलंका-भारत नौसेना अभ्यास (एसएलआईएनईएक्स-25) के 12वें संस्करण में भाग लेने के लिए कोलंबो पहुंचे। 2005 में परिकल्पित, एसएलआईएनईएक्स एक द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास है जिसने दो दशकों में दोनों देशों के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत किया है। एसएलआईएनईएक्स का उद्देश्य संयुक्त रूप से बहुआयामी समुद्री संचालन के साथ इंटरऑपरेबिलिटी, समुद्री सहयोग को बढ़ाना और सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान करना है। एसएलआईएनईएक्स का पिछला संस्करण 17 से 20 दिसंबर 2024 तक भारत के विशाखापत्तनम में आयोजित किया गया था।
यह अभ्यास दो चरणों में आयोजित किया जाएगा। पहला चरण कोलंबो में हार्बर चरण के साथ शुरू होगा जो 14 से 16 अगस्त 2025 तक चलेगा और इसके बाद 17 से 18 अगस्त तक समुद्री चरण का आयोजन होगा। एसएलएनएस गजबाहु और विजयबाहु (दोनों उन्नत अपतटीय गश्ती पोत) श्रीलंकाई नौसेना का प्रतिनिधित्व करेंगे और दोनों नौसेनाओं के विशेष बल भी अभ्यास में शामिल होंगे।
हार्बर चरण के दौरान, आपसी समझ को बेहतर बनाने संबंधित बातचीत, विशेषज्ञता का आदान-प्रदान (एसएमईई), सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने, सांस्कृतिक और सामाजिक आदान-प्रदान के साथ-साथ योग सत्र और खेल आयोजनों की योजना बनाई गई है, जिससे दोनों नौसेनाओं के बीच मैत्री और सौहार्द के बंधन को और मजबूत किया जा सकेगा। समुद्री चरण के दौरान नियोजित नौसैनिक अभ्यासों में तोपखानों से फायरिंग, संचार प्रोटोकॉल, नेविगेशन, नौसैन्य कौशल विकास, विजिट-बोर्ड-सर्च-सीजर (वीबीएसएस) और समुद्र में ईंधन भरना शामिल हैं।
एसएलआईएनईएक्स समुद्री अभ्यास भारत और श्रीलंका के बीच गहन सहभागिता का उदाहरण है, जिसने भारत की पहल ‘महासागर’ (क्षेत्रों में सुरक्षा एवं विकास के लिए पारस्परिक व समग्र उन्नति) की नीति के अनुरूप समुद्री क्षेत्र में सहयोग को मजबूत किया है।
(2)V4SO.jpeg)
(2)3HE1.jpeg)
(2)C11N.jpeg)
----------------------------
पीके/केसी/डीवी
(Release ID: 2156983)