इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय
इंडियाएआई और नेशनल कैंसर ग्रिड ने कैंसर की जांच, निदान और उपचार में एआई नवाचारों का समर्थन करने के लिए लॉन्च किया कैच ग्रांट प्रोग्राम
10 चयनित परियोजनाओं को ₹50 लाख तक का पायलट ग्रांट और राष्ट्रव्यापी तैनाती के लिए ₹1 करोड़ तक की स्केल-अप फंडिंग
स्टार्टअप, हेल्थ टेक फर्म, शिक्षाविद और अस्पताल 2 सितंबर, 2025 तक कर सकते हैं आवेदन
Posted On:
08 AUG 2025 6:44PM by PIB Delhi
इंडियाएआई इंडिपेंडेंट बिजनेस डिवीजन (आईबीडी) ने नेशनल कैंसर ग्रिड (एनसीजी) के सहयोग से कैंसर एआई एंड टेक्नोलॉजी चैलेंज (कैच) ग्रांट प्रोग्राम लॉन्च करने की घोषणा की है। इस पहल का उद्देश्य पूरे भारत में कैंसर की जांच, निदान, उपचार सहायता और स्वास्थ्य सेवा कार्यों को मजबूत करने के लिए अभिनव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) समाधानों के विकास और तैनाती का समर्थन करना है।
कैच ग्रांट प्रोग्राम चयनित टीमों को प्रति प्रोजेक्ट ₹50 लाख तक का अनुदान प्रदान करेगा जिनमें प्रौद्योगिकी इनोवेटर और क्लिनिकल संस्थान शामिल होंगे। इन अनुदानों का सह-वित्तपोषण इंडियाएआई और एनसीजी द्वारा किया जाएगा। इस पहल को एनसीजी अस्पताल नेटवर्क के भीतर एआई समाधानों की प्रायोगिक तैनाती को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसका उद्देश्य नैदानिक प्रभाव और परिचालन तैयारियों के प्रदर्शन के आधार पर भविष्य में इन समाधानों को बड़े पैमाने पर लागू करना है।
सफल पायलट परियोजनाओं को इंडियाएआई द्वारा ₹1 करोड़ तक का अतिरिक्त स्केल-अप अनुदान भी मिल सकता है, ताकि उन्हें एनसीजी नेटवर्क या अन्य राष्ट्रीय कार्यान्वयन माध्यमों से व्यापक रूप से लागू किया जा सके।
सफल पायलट परियोजनाओं को उनके क्लिनिकल प्रभाव और परिचालन तैयारी के आधार पर ₹1 करोड़ तक का अतिरिक्त स्केल-अप अनुदान भी मिल सकता है। यह फंडिंग इंडियाएआई द्वारा प्रदान की जाएगी ताकि इन समाधानों को एनसीजी नेटवर्क या अन्य राष्ट्रीय कार्यान्वयन माध्यमों से व्यापक रूप से लागू किया जा सके।
यह चैलेंज उच्च-प्रभाव वाली श्रेणियों पर केंद्रित होगा, जिसमें एआई-सक्षम स्क्रीनिंग, निदान, क्लिनिकल निर्णय समर्थन, रोगी जुड़ाव, परिचालन दक्षता, अनुसंधान और डेटा क्यूरेशन शामिल हैं। इस राउंड के तहत, तकनीकी परिपक्वता, व्यवहार्यता और स्वास्थ्य सेवा वितरण की जरूरतों के साथ संरेखण के आधार पर कुल 10 प्रस्तावों को प्रायोगिक परीक्षण (पायलटिंग) के लिए चुना जाएगा।
आवेदकों में स्टार्टअप, स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी कंपनियां, शैक्षणिक संस्थान और सार्वजनिक या निजी अस्पताल शामिल हो सकते हैं। क्लिनिकल लीड (अस्पताल या चिकित्सक) और तकनीकी लीड (प्रौद्योगिकी डेवलपर्स) से संयुक्त आवेदनों को प्रोत्साहित किया जाता है। यह कार्यक्रम जिम्मेदार एआई विकास, क्लिनिकल सत्यापन और भारतीय स्वास्थ्य सेवा संदर्भों में तैनाती की तैयारी पर जोर देगा।
आवेदन इंडियाएआई और एनसीजी द्वारा होस्ट किए गए एक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से स्वीकार किए जाएंगे। जमा करने की अंतिम तिथि 2 सितंबर, 2025 है।
अधिक जानकारी और आवेदन करने के लिए, कृपया विजिट करें: https://indiaai.gov.in/article/accelerating-oncology-innovation-launch-of-the-indiaai-ncg-cancer-ai-technology-challenge-catch
इंडियाएआई, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के तहत डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन (डीआईसी) का एक आईबीडी है, जो इंडियाएआई मिशन की कार्यान्वयन एजेंसी है। इसका उद्देश्य समाज के सभी वर्गों में एआई के लाभों का लोकतंत्रीकरण करना, एआई में भारत के वैश्विक नेतृत्व को मजबूत करना, तकनीकी आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना और एआई के नैतिक और जिम्मेदार उपयोग को सुनिश्चित करना है।
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