पर्यटन मंत्रालय
पीएचडीसीसीआई ने भारतीय पाककला विरासत को संरक्षित करने के लिए एक भव्य प्रतियोगिता शुरू की
उत्तरी क्षेत्र के लिए चंडीगढ़ में राष्ट्रीय युवा शेफ प्रतियोगिता का पहला दौर आयोजित हुआ; 11 आतिथ्य संस्थानों ने लाइव पाककला प्रतियोगिता में भाग लिया; दो टीमें ग्रैंड फिनाले में पहुँचीं
Posted On:
06 AUG 2025 6:00PM by PIB Delhi

भारतीय व्यंजनों की समृद्ध संस्कृति और इतिहास को प्रतिबिंबित करने के लिए देश के पाककला संस्थानों की शब्दावली में बदलाव की आवश्यकता है। यह बात शेफ मंजीत गिल ने युवा शेफ के लिए भारत की पहली राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के शुभारंभ पर कही। आज चंडीगढ़ में उत्तरी क्षेत्र के छह राज्यों के लिए यह प्रतियोगिता आयोजित की गई थी।
120 साल पुराने पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) द्वारा परिकल्पित, राष्ट्रीय युवा शेफ प्रतियोगिता (एनवाईसीसी) का उद्देश्य 'भारतीय पाककला विरासत का जश्न मनाना और परंपरा को नवाचार के साथ संयोजित करना' है। छह महीनों तक चलने वाले इस एनवाईसीसी का आयोजन भारतीय पाककला संघ (आईएफसीए), पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार और पर्यटन एवं आतिथ्य कौशल परिषद (टीएचएससी) के सहयोग से किया जा रहा है। पूर्वी क्षेत्र के लिए प्रतियोगिता का दूसरा क्षेत्रीय दौर 18 सितंबर को कोलकाता में, पश्चिमी क्षेत्र के लिए तीसरा दौर मुंबई में और दक्षिणी क्षेत्र के लिए चौथा कोवलम, केरल में 18 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा।
डॉ. अंबेडकर होटल प्रबंधन संस्थान में आयोजित उत्तरी क्षेत्रीय दौर में, उत्तर के प्रमुख आतिथ्य संस्थानों का प्रतिनिधित्व करने वाली 11 प्रतिभागी टीमों ने अपने कौशल और नवाचार का रोमांचक प्रदर्शन किया। दो टीमों, आईएचएम पूसा, नई दिल्ली और आईएचएम कुफरी, को पहले क्षेत्रीय दौर का विजेता घोषित किया गया और अब वे जनवरी 2026 में नई दिल्ली में होने वाले ग्रैंड फिनाले में अन्य क्षेत्रीय विजेताओं के साथ प्रतिस्पर्धा करेंगी। भारतीय पाककला संस्थान, नोएडा की टीम को उपविजेता घोषित किया गया।
अपने पहले संस्करण में, एनवाईसीसी सभी प्रकार के संस्थानों, चाहे वे सरकारी हों, निजी हों, स्वतंत्र हों या विश्वविद्यालय विभाग हों, के आतिथ्य और होटल प्रबंधन में विशेषज्ञता रखने वाले अंतिम वर्ष के आतिथ्य छात्रों के लिए खुला है। इसका उद्देश्य भारतीय व्यंजनों, उनकी समृद्धि, विशालता, अनूठी तकनीकों और स्वादों पर अत्यंत आवश्यक ध्यान केंद्रित करना है। एनवाईसीसी युवा शेफ़्स को अपनी प्रतिभा दिखाने और उन्हें इंटर्नशिप व नौकरी के अवसरों के लिए उद्योग से जोड़ने हेतु एक मंच के रूप में कार्य करेगा।
इस बहु-स्तरीय प्रतियोगिता में प्रत्येक संस्थान को अर्हता दौर के लिए व्यंजनों और तस्वीरों के रूप में एक प्रविष्टि भेजनी होती है। प्रतियोगिता में प्रवेश के लिए जांच समिति द्वारा चयनित होने के बाद, प्रत्येक टीम को प्रारंभिक, मुख्य और मीठा व्यंजन (स्टार्टर, मेन कोर्स और डेजर्ट) सहित तीन-स्तरीय भारतीय भोजन तैयार करना होता है। निर्णायकों, मार्गदर्शकों, मार्शल और उत्साही दर्शकों की निगरानी में, यह खाना पकाने का काम ढाई घंटे तक चलता है।
इसमें आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके पारंपरिक स्वादों को फिर सर तैयार करने पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। उत्तर क्षेत्र दौर में भाग लेने वाले संस्थानों में अशोक इंस्टीट्यूट ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म मैनेजमेंट (एआईएचटीएम), चंडीगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट (सीआईएचएम ), डॉ. अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट (एआईएचएम), इंडियन कलिनरी इंस्टीट्यूट (आईसीआई) नोएडा, इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट (आईएचएम) गुरदासपुर, आईएचएम हमीरपुर, आईएचएम कुफरी, आईएचएम लखनऊ, आईएचएम पूसा, इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कलिनरी आर्ट्स (आईआईसीए) नई दिल्ली और द ललित सूरी हॉस्पिटैलिटी स्कूल, हरियाणा शामिल थे।
जूरी के अध्यक्ष शेफ अनिल ग्रोवर थे, जो प्रमाणित वर्ल्डशेफ्स जज हैं और इसमें हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के उप महाप्रबंधक, शेफ नंद लाल शर्मा; पश्तून रेस्टोरेंट के शेफ और पार्टनर शेफ संजीव वर्मा और हयात रीजेंसी चंडीगढ़ के कार्यकारी शेफ, शेफ दीपक सरकार शामिल थे।
आईएफसीए के अध्यक्ष शेफ गिल ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, "यह प्रतियोगिता केवल सर्वश्रेष्ठ युवा शेफ की पहचान करने के बारे में नहीं है, बल्कि भारत की पाककला पहचान को संरक्षित करने और उसे आगे बढ़ाने के बारे में है। एकरूप खाद्य संस्कृति की ओर तेज़ी से बढ़ रही दुनिया में, एनवाईसीसी क्षेत्रीय विविधता का जश्न मनाता है और हमें आधुनिकता के साथ अपनी जड़ों की ओर वापस बुलाता है।"
पीएचडीसीसीआई की सहायक महासचिव सुश्री शालिनी एस शर्मा ने कहा, "हम एनवाईसीसी को केवल एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक अभियान के रूप में देखते हैं। यह शिक्षा, उद्योग और युवाओं को एक साथ लाता है, छात्रों के लिए आकांक्षाओं के मार्ग को बढ़ावा देता है और भारतीय पाककला पर गर्व करता है। हम अपने सहयोगियों और हितधारकों के अमूल्य समर्थन के लिए उनके बहुत आभारी हैं।"
आईएफसीए के संस्थापक सदस्य और एनवाईसीसी की संचालन समिति के सदस्य, शेफ सुधीर सिब्बल भी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन और समर्थन करने के लिए पहले क्षेत्रीय दौर में उपस्थित थे।
प्रतियोगिता पर टिप्पणी करते हुए, शेफ ग्रोवर ने कहा, "आज जो बात सबसे ख़ास रही, वह थी छात्रों की पारंपरिक भारतीय व्यंजनों को आधुनिक उत्कृष्टता और स्पष्टता के साथ नए सिरे से प्रस्तुत करने की क्षमता। आत्मविश्वास और रचनात्मकता का यह स्तर ही आतिथ्य उद्योग के भविष्य की माँग है।"
इसके साथ ही, टीएचएससी-सूचीबद्ध स्कूलों के कक्षा 11 और 12 के छात्रों के लिए एक करियर कार्यशाला का आयोजन किया गया। टीएचएससी के मूल्यांकन एवं प्रमाणन उपाध्यक्ष, श्री अभिषेक आनंद के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यशाला में छात्रों को आतिथ्य और पर्यटन में विविध करियर अवसरों से परिचित कराया गया और देश भर में आतिथ्य शिक्षा में बढ़ते नामांकन अंतर को संबोधित किया गया।
एनवाईसीसी को उद्योग भागीदारों के एक मज़बूत संघ का समर्थन प्राप्त है, जिसमें टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, नेस्ले प्रोफेशनल, क्रेमिका फ़ूड इंडस्ट्रीज लिमिटेड, वीनस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, हॉस्पिटैलिटी एंड किचन सॉल्यूशंस (एचएकेएस), वाघ बकरी टी ग्रुप, वेलबिल्ट इंडिया (मेरीशेफ एंड कॉन्वोथर्म), मैककेन फ़ूड्स, मान फ्लीट पार्टनर्स, शेफ्स अनलिमिटेड, परचेजिंग प्रोफेशनल फोरम - इंडिया (पीपीएफआई) और हॉस्पिटैलिटी परचेजिंग मैनेजर्स फोरम (एचपीएमएफ) शामिल हैं।
अधिक जानकारी के लिए, देखें:
https://phdccitourismhospitality.in/upcoming-events/phdcci-national-chef-competition/
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पीके/ केसी/जेके/एसएस
(Release ID: 2153354)