कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय
azadi ka amrit mahotsav

देश में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई)

Posted On: 30 JUL 2025 4:59PM by PIB Delhi

कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के तत्वावधान में प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी) देश के युवाओं के लिए औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) के देशव्यापी नेटवर्क के माध्यम से शिल्पकार प्रशिक्षण योजना (सीटीएस) का क्रिया कार्यन्वयन करता है।

देश भर में इस समय 14,615 आईटीआई स्थापित हैं, जिनमें से 3,316 सरकारी आईटीआई और 11,299 निजी आईटीआई हैं। आईटीआई की राज्यवार संख्या अनुलग्नक-1 में दी गई है।

आईटीआई की स्थापना और दैनिक प्रशासन संबंधित राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन के अधिकार क्षेत्र में आता है, जबकि संबद्धता के मानदंड निर्धारित करना, प्रमाणन के साथ परीक्षा आयोजित करना और पाठ्यक्रम तैयार करना जैसी नीतियाँ केंद्र सरकार की ज़िम्मेदारी हैं। जब भी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से नए आईटीआई की स्थापना के लिए कोई प्रस्ताव प्राप्त होता है, तो उसकी जाँच की जाती है और संबद्धता मानकों और मानदंडों के अनुसार निर्णय लिया जाता है।

पिछले पाँच वर्ष में अर्थात् वर्ष 2020 से 2024 तक कुल 433 आईटीआई (सरकारी- 146 और निजी- 287) स्थापित किए गए हैं। पिछले पाँच वर्ष में, अर्थात् वर्ष 2020 से 2024 तक देश में स्थापित आईटीआई की राज्यवार संख्या अनुबंध-2 में संलग्न है।

आईटीआई में प्रशिक्षण की गुणवत्ता में सुधार एक सतत प्रक्रिया है। इस संबंध में, संबद्धता के मानकों और मानदंडों की प्रासंगिकता और प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर उनकी समीक्षा की जाती है।  सीटीएस के अंतर्गत पाठ्यक्रमों की  पाठ्यचर्या को भी उद्योग भागीदारों के परामर्श से नियमित रूप से अद्यतन किया जाता है, ताकि नवीनतम तकनीकी प्रगति और विकसित कौशल आवश्यकताओं को शामिल किया जा सके और यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रशिक्षण बाजार की मांग के अनुरूप बना रहे।

इसके अतिरिक्त, एमएसडीई ने डेटा-संचालित ग्रेडिंग तंत्र (डीडीजीएम) लागू किया है, जो निर्धारित कार्यप्रदर्शन मानदंडों के आधार पर आईटीआई का मूल्यांकन और ग्रेडिंग करता है।

इसके अलावा, संबंधित राज्य सरकारें, केंद्र सरकार के समन्वय से, आईटीआई का समय-समय पर संयुक्त निरीक्षण करती हैं। इन निरीक्षणों के आधार पर, सुधारात्मक कार्रवाई शुरू की जाती है और निर्धारित संबद्धता मानदंडों का पालन न करने वाले आईटीआई की संबद्धता समाप्त कर दी जाती है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि केवल उन्हीं आईटीआई को संचालन की अनुमति दी जाए जो बुनियादी ढाँचे, संकाय योग्यता, पाठ्यक्रम कार्यान्वयन और प्रशिक्षण वितरण में आवश्यक मानकों को बनाए रखते हैं।

अनुलग्नक-1       

सरकारी और निजी क्षेत्र की आईटीआई की राज्यवार संख्या:

क्रमांक

राज्य/केंद्र शासित प्रदेश

सरकारी आईटीआई की संख्या

निजी आईटीआई की संख्या

कुल

आईटीआई

1

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह

3

1

4

2

आंध्र प्रदेश

85

434

519

3

अरुणाचल प्रदेश

7

0

7

4

असम

31

16

47

5

बिहार

150

1,219

1,369

6

चंडीगढ़

2

0

2

7

छत्तीसगढ

120

106

226

8

दिल्ली

18

28

46

9

गोवा

11

2

13

10

गुजरात

273

215

488

11

हरियाणा

159

222

381

12

हिमाचल प्रदेश

128

139

267

13

जम्मू और  कश्मीर

49

0

49

14

झारखंड

77

269

346

15

कर्नाटक

274

1,192

1,466

16

केरल

149

297

446

17

लद्दाख

3

0

3

18

लक्षद्वीप

1

0

1

19

मध्य  प्रदेश

195

768

963

20

महाराष्ट्र

422

616

1,038

21

मणिपुर

10

0

10

22

मेघालय

7

1

8

23

मिजोरम

3

0

3

24

नगालैंड

9

0

9

25

ओडिशा

73

427

500

26

पुदुचेरी

8

7

15

27

पंजाब

115

205

320

28

राजस्थान

182

1,364

1,546

29

सिक्किम

4

0

4

30

तमिलनाडु

93

363

456

31

तेलंगाना

66

232

298

32

दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव

4

0

4

33

त्रिपुरा

20

2

22

34

उत्तर प्रदेश

294

2,964

3,258

35

उत्तराखंड

103

71

174

36

पश्चिम बंगाल

168

139

307

 

कुल योग

3,316

11,299

14,615

 

 अनुलग्नक-2

पिछले पाँच वर्षों में, अर्थात् वर्ष 2020 से 2024 तक, देश में स्थापित सरकारी और निजी आईटीआई की राज्यवार संख्या-

क्रमांक

राज्य

वर्ष 2020

वर्ष 2021

वर्ष 2022

वर्ष 2023

वर्ष 2024

*सर

**नि

*सर

**नि

*सर

**नि

*सर

**नि

*सर

**नि

1

आंध्र प्रदेश

2

0

0

1

0

5

0

1

0

1

2

अरुणाचल  प्रदेश

0

0

0

0

1

0

0

0

0

0

3

असम

0

0

0

0

0

7

0

2

0

1

4

बिहार

3

1

0

0

0

37

0

3

0

5

5

छत्तीसगढ

0

0

0

1

1

3

0

0

0

0

6

दिल्ली

0

0

0

0

0

0

0

0

1

0

7

गुजरात

0

0

0

0

0

0

0

0

4

4

8

हरियाणा

0

0

0

0

1

0

0

1

0

2

9

हिमाचल  प्रदेश

 

0

0

0

1

0

0

0

2

0

2

10

जम्मू और कश्मीर

1

0

1

0

0

0

0

0

0

0

11

झारखंड

 

0

1

0

1

15

4

0

2

0

2

12

कर्नाटक

 

0

0

0

0

0

1

0

2

0

1

13

केरल

0

0

0

0

1

0

0

1

0

0

14

मध्य  प्रदेश

0

0

0

0

0

1

0

0

0

0

15

महाराष्ट्र

0

6

0

6

2

28

0

8

0

6

16

मणिपुर

0

0

0

0

9

0

0

0

0

0

17

मेघालय

 

0

0

0

0

2

0

0

0

0

0

18

नगालैंड

1

0

0

0

0

0

0

0

0

0

19

ओडिशा

0

0

0

0

15

0

8

0

1

1

20

पुडुचेरी

0

0

0

0

0

1

0

0

0

0

21

राजस्थान

0

0

0

0

0

2

2

2

17

0

22

सिक्किम

0

0

0

0

1

0

0

0

0

0

23

तमिलनाडु

0

1

0

0

3

5

0

0

6

0

24

तेलंगाना

0

0

0

2

0

2

0

3

0

1

25

दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव

0

0

0

0

1

0

0

0

0

0

26

त्रिपुरा

0

0

1

0

0

0

0

0

0

0

27

उत्‍तर प्रदेश

0

4

0

4

5

48

1

25

2

20

28

पश्चिम  बंगाल

1

4

0

1

19

3

13

1

5

2

कुल

8

17

2

17

76

152

24

53

36

48

25

19

228

77

84

कुल योग

433

*सर- सरकारी आईटीआई की संख्या

**निजी- निजी आईटीआई की संख्या

यह जानकारी कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जयंत चौधरी ने आज राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में दी।

***

पीके/एके/केसी/पीके


(Release ID: 2150538)
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