रक्षा मंत्रालय
पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित श्री उमाशंकर पाण्डेय ने रक्षा संपदा महानिदेशालय में विश्व पर्यावरण दिवस समारोह में भाग लिया
पर्यावरण संरक्षण केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि यह सभी नागरिकों का सामूहिक कर्तव्य है: प्रसिद्ध पर्यावरण कर्मठ कार्यकर्ता
प्रविष्टि तिथि:
05 JUN 2025 5:33PM by PIB Delhi
जाने-माने पर्यावरणविद और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित कर्मठ कार्यकर्ता श्री उमाशंकर पाण्डेय 05 जून, 2025 को नई दिल्ली में रक्षा संपदा महानिदेशालय (डीजीडीई) में आयोजित विश्व पर्यावरण दिवस समारोह में शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत वृक्षारोपण अभियान से हुई, जिसमें रक्षा संपदा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों, कर्मचारियों और स्कूली बच्चों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इसके अलावा विभिन्न पर्यावरण विषयों पर चर्चा, प्रदर्शनियां और जागरूकता रैली का भी आयोजन किया गया।
श्री उमाशंकर पाण्डेय ने अपने संबोधन में पर्यावरण संरक्षण को केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि सभी नागरिकों का सामूहिक कर्तव्य बताया। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर जल संरक्षण और वृक्षारोपण जैसे प्रयास पृथ्वी को बचाने की दिशा में हमारे सबसे महत्वपूर्ण योगदान हैं।
पद्मश्री पुरस्कार विजेता ने सभी अधिकारियों से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सक्रिय कदम उठाने का आह्वान किया।श्री पाण्डेय ने राष्ट्रीय जल विश्वविद्यालय की स्थापना की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि उन्होंने स्वयं इसके लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा है। उमाशंकर पाण्डेय ने देश भर में जल पुस्तकालय और जल संग्रहालय स्थापित करने के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
रक्षा सम्पदा महानिदेशक श्री एस.एन. गुप्ता ने दोहराया कि पर्यावरण संरक्षण रक्षा सम्पदा विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने विभाग द्वारा शुरू की गई कई नवीन गतिविधियों का उल्लेख किया, जिनमें हरित क्षेत्रों का विकास, वर्षा जल संचयन और अपशिष्ट प्रबंधन शामिल है।
श्री गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ और हरित भारत के दृष्टिकोण में अपने विभाग के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि एक पेड़ मां के नाम पहल के तहत छावनी बोर्डों द्वारा 6.40 लाख से अधिक वृक्ष लगाए गए हैं। उन्होंने इस बात पर मुख्य रूप से जिक्र किया कि उनके निदेशालय को जल संरक्षण अभियान में जन भागीदारी के लिए सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर तीसरा स्थान दिया गया है, जो भूमिगत जल संरक्षण में इसके विशिष्ट प्रयासों का ही प्रमाण है।
पर्यावरण संरक्षण की सामूहिक शपथ इस कार्यक्रम का समापन के साथ हुआ। इस अवसर पर विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


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एमजी/आरपीएम/केसी/एनके/डीए
(रिलीज़ आईडी: 2134305)
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