पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय
केन्द्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने प्रमुख समुद्री परियोजनाओं की व्यापक समीक्षा की
सर्बानंद सोनोवाल ने माल की सामान्य आवाजाही सुनिश्चित करने के उपायों की समीक्षा की; अधिकारियों को कारोबार सामान्य रूप से सुनिश्चित करने का निर्देश दिया
Posted On:
09 MAY 2025 8:05PM by PIB Delhi
केन्द्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज मुंबई में अधिकारियों के साथ व्यापक समीक्षा बैठकें कीं। मौजूदा स्थिति को देखते हुए, केन्द्रीय मंत्री ने प्रमुख समुद्री परियोजनाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि व्यापार सामान्य बना रहे। श्री सोनोवाल ने कार्गो संचालन की सुचारू और नियमित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए किए जाने वाले उपायों की भी समीक्षा की।

दिन भर चली इस बैठक में मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले प्रमुख संगठनों, भारतीय शिपिंग निगम (एससीआई), जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह प्राधिकरण (जेएनपीए), भारतीय बंदरगाह रेल एवं रोपवे निगम लिमिटेड (आईपीआरसीएल), भारतीय बंदरगाह ग्लोबल लिमिटेड (आईपीजीएल), शिपिंग महानिदेशालय और मुंबई बंदरगाह प्राधिकरण, ने भाग लिया।
केन्द्रीय मंत्री ने गुजरात के लोथल में राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर (एनएमएचसी) की प्रगति की भी समीक्षा की, जो मंत्रालय की प्रमुख पहलों में से एक है।

एससीआई के सीएमडी और निदेशकों के साथ विस्तृत बातचीत में, केन्द्रीय मंत्री ने सरकार के विजन 2047 के अनुरूप वर्तमान परिचालन, बेड़े में वृद्धि और दीर्घकालिक विस्तार रणनीतियों की समीक्षा की। भारत की रणनीतिक राष्ट्रीय शिपिंग लाइन के रूप में एससीआई समुद्री आत्मनिर्भरता और क्षमता वृद्धि को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
वधावन में ग्रीनफील्ड मेगा पोर्ट परियोजना की गहन समीक्षा जेएनपीए के अध्यक्ष उन्मेश वाघ और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ की गई। मंत्री ने भारत को वैश्विक समुद्री नेता बनाने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण का हवाला देते हुए बंदरगाह के विकास को तेज करने की आवश्यकता पर बल दिया।
केन्द्रीय मंत्री ने आईपीजीएल के चेयरमैन सुनील मुकुंदन से भी मुलाकात की और कंपनी के वैश्विक प्रदर्शन का आकलन किया। इस दौरान ईरान में चाबहार बंदरगाह और म्यांमार में सित्तवे बंदरगाह की प्रगति और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की गई। ये दोनों प्रमुख परियोजनाएं हैं जिनका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की समुद्री पहुंच को बढ़ाना है।
महत्वपूर्ण रेल संपर्क परियोजनाओं, विशेष रूप से असम में आईडब्ल्यूएआई संचालन और प्रमुख बंदरगाहों पर बुनियादी ढांचे का समर्थन करने वाली परियोजनाओं की प्रगति का आकलन करने के लिए आईपीआरसीएल के अध्यक्ष एम.के. सेमवाल और वरिष्ठ प्रबंधन के साथ एक अलग बैठक आयोजित की गई। मंत्री ने आईपीआरसीएल से आग्रह किया कि माल की बढ़ती मात्रा को देखते हुए बंदरगाहों से जुड़ी रेल पटरियों के विकास को प्राथमिकता दी जाए।
इसके अलावा, केन्द्रीय मंत्री ने नवगठित राष्ट्रीय शिपिंग बोर्ड (एनएसबी) के साथ बातचीत की और इसके अध्यक्ष और सदस्यों का स्वागत करते हुए श्री सोनोवाल ने नीति मार्गदर्शन में बोर्ड की रणनीतिक भूमिका पर जोर दिया और भारत के समुद्री भविष्य को आकार देने में इसके योगदान पर विश्वास व्यक्त किया।
श्री सोनोवाल ने कहा, "प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में हम नीली अर्थव्यवस्था के अवसरों को उजागर करने और अपने समुद्री क्षेत्र को दुनिया में एक प्रमुख शक्ति बनने के लिए सक्षम बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। हमारी सभी एजेंसियां, संगठन और टीमें हमारे देश को विकसित भारत के रूप में बदलने के प्रधानमंत्री मोदी के इस सपने को साकार करने की दिशा में काम कर रही हैं। हमने अपनी प्रमुख परियोजनाओं की समीक्षा करने और इन समुद्री लक्ष्यों को तेजी से प्राप्त करने की दिशा में कदम उठाने के लिए बैठक की।"
बैठक में सचिव (पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग), श्री टी.के. रामचंद्रन; संयुक्त सचिव (पत्तन), श्री आर. लक्ष्मणन भी मौजूद थे और उन्होंने उच्च स्तरीय विचार-विमर्श में भाग लिया।
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एमजी/केसी/केपी
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