रेल मंत्रालय
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भारतीय रेलवे ने पिछले वित्त वर्ष में 9 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर्ज करते हुए 7,134 कोच बनाए, आम आदमी की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे ने पिछले दशक में 5481 कोच बनाए थे, जो अब नया रिकॉर्ड है


गैर-एसी सेगमेंट पर ध्यान केंद्रित करते हुए, भारतीय रेलवे 2024-25 में 4,601 कोच बनाएगी

वार्षिक औसत कोच उत्पादन 2004-14 के 3,300 से बढ़कर 2014-24 में 5,481 हो गया, पिछले दशक में कुल 54,809 कोच का उत्पादन हुआ

आईसीएफ चेन्नई ने 3,000 की वार्षिक सीमा को पार करते हुए 178 ज्यादा कोच बनाए; आरसीएफ कपूरथला ने 201 और एमसीएफ रायबरेली ने 341 ज्यादा कोच बनाकर रिकॉर्ड उत्पादन की प्रतिष्ठित यात्रा में योगदान दिया

Posted On: 03 APR 2025 7:22PM by PIB Delhi

भारतीय रेलवे ने वित्त वर्ष 2024-25 में 7,134 कोच बनाकर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, जो पिछले वर्ष के 6,541 कोचों के उत्पादन से 9% की वृद्धि को दर्शाता है, इसमें गैर-एसी कोचों पर विशेष जोर देते हुए 4,601 कोचों का उत्पादन किया गया है, जो आम आदमी की जरूरतों को पूरा करता है। यह वृद्धि, बढ़ती यात्री मांग को पूरा करने के लिए रेलवे अवसंरचना के आधुनिकीकरण पर भारत के बढ़ते जोर को दर्शाती है।

भारतीय रेलवे की देश में तीन कोच निर्माण इकाइयाँ हैं चेन्नई, तमिलनाडु में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ), कपूरथला, पंजाब में रेल कोच फैक्ट्री (आरसीएफ) और रायबरेली, उत्तर प्रदेश में मॉडर्न कोच फैक्ट्री (एमसीएफ)। चेन्नई स्थित भारतीय रेलवे की प्रमुख यात्री कोच उत्पादक इकाई इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) ने वर्ष 2024-25 के लिए अपने पिछले उत्पादन रिकॉर्ड को पार कर लिया, क्योंकि इसने 3,007 कोच तैयार किए।

घरेलू विनिर्माण में वृद्धि

भारत में कोच उत्पादन में पिछले कुछ वर्षों में काफी वृद्धि हुई है। 2004 से 2014 के बीच, भारतीय रेलवे ने प्रति वर्ष औसतन 3,300 से कम कोच का निर्माण किया। हालांकि, 2014 से 2024 के दौरान, उत्पादन में 54,809 कोचों के उत्पादन के साथ प्रति वर्ष औसतन 5,481 कोचों के उत्पादन के साथ बड़ी वृद्धि दर्ज की गई, जो रेलवे विनिर्माण में बेहतर परिवहन-ंपर्क सुविधा पर जोर और आत्मनिर्भरता के अनुरूप है। यह विस्तार घरेलू उत्पादन क्षमताओं को बढ़ाने, आयात पर निर्भरता को कम करने और रेलवे डिजाइन में उन्नत प्रौद्योगिकी को एकीकृत करने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है।

यात्री अनुभव और परिवहन-संपर्क सुविधा में सुधार

रिकॉर्ड कोच उत्पादन सरकार के 'सबका साथ, सबका विकास' विजन के अनुरूप है, जो घरेलू विनिर्माण को सक्षम करने के साथ-साथ बेहतर सार्वजनिक परिवहन सेवाएं सुनिश्चित करता है। अधिक कोच पेश किए जाने से, यात्री बेहतर सुविधाओं, बढ़ी हुई सुरक्षा सुविधाओं और बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए बढ़ी हुई क्षमता की उम्मीद कर सकते हैं।

इसके अतिरिक्त, यह उपलब्धि मेक इन इंडिया पहलको मजबूत करती है, जिससे रेल-निर्माण में भारत की प्रमुख भूमिका को बल मिलता है। आधुनिक, ऊर्जा-कुशल और यात्री-अनुकूल कोचों पर ध्यान केंद्रित करके, भारतीय रेलवे एक अधिक मजबूत और भविष्य के लिए तैयार परिवहन नेटवर्क बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है।

रेलवे विद्युतीकरण, हाई-स्पीड कॉरिडोर और उन्नत यात्री सेवाओं के चल रहे प्रयासों के साथ, बढ़ा हुआ कोच उत्पादन भारत की रेल परिवहन प्रणाली के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे लाखों यात्रियों के लिए अधिक दक्षता, आराम और पहुँच सुनिश्चित होगी।

एमजी / केसी / जेके


(Release ID: 2118582)
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