इस्पात मंत्रालय
इस्पात निर्यात और शुल्क
Posted On:
01 APR 2025 4:29PM by PIB Delhi
पिछले पांच वर्षों में भारत से अमेरिका को निर्यात किए गए तैयार इस्पात की कुल मात्रा और मूल्य वर्ष वार नीचे दिया गया है:-
संयुक्त राज्य अमेरिका को तैयार इस्पात का निर्यात
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वर्ष
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मात्रा
('000 टन में)
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कीमत
(करोड़ रुपए में)
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2019-20
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51
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571
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2020-21
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27
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435
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2021-22
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214
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2,621
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2022-23
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165
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3,177
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2023-24
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95
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1,924
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स्रोत: संयुक्त संयंत्र समिति (जेपीसी)
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इस्पात एक विनियमन-मुक्त क्षेत्र है और इसका आयात एवं निर्यात मांग तथा आपूर्ति, बाजार की गतिशीलता द्वारा निर्धारित होता है। सरकार देश में इस्पात क्षेत्र के विकास के लिए अनुकूल वातावरण बनाकर एक सुविधाकर्ता के रूप में कार्य करती है।
संयुक्त राज्य अमेरिका ने मार्च, 2018 में वैश्विक आधार पर व्यापार विस्तार अधिनियम, 1962 की धारा 232 के तहत इस्पात पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगाया। भारत सरकार पारस्परिक रूप से लाभकारी और निष्पक्ष तरीके से द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को बढ़ाने और व्यापक बनाने के लिए अमेरिकी सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है। दोनों देशों ने 13 फरवरी, 2025 को एक संयुक्त बयान जारी किया, जिसमें आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई। महत्वाकांक्षी "मिशन 500" के तहत, दोनों देशों का लक्ष्य 2030 तक अमेरिका-भारत व्यापार को दोगुना कर 500 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाना है। इसे इस्पात सहित कई क्षेत्रों में व्यापार संबंधों को बढ़ावा देकर हासिल किया जाएगा।
इस्पात एवं भारी उद्योग राज्य मंत्री श्री भूपतिराजू श्रीनिवास वर्मा ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
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(Release ID: 2117430)
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