सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय
अवसंरचना विकास परियोजनाएं
Posted On:
26 MAR 2025 3:20PM by PIB Delhi
सड़क परिवहन और राजमार्गों के लिए बजटीय आवंटन 2013-14 में लगभग 31,130 करोड़ रुपए से बढ़कर 2024-25 में 3,00,019 करोड़ रुपए हो गया है। राष्ट्रीय राजमार्गों (एनएच) पर पूंजीगत व्यय 2013-14 में लगभग 51,000 करोड़ रुपए से बढ़कर 2023-24 में 3.01 लाख करोड़ रुपए हो गया है। अवरंचना क्षेत्र अर्थव्यवस्था का प्रमुख चालक है और तेज आर्थिक वृद्धि और विकास में योगदान देता है।
देश में राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) नेटवर्क की लंबाई मार्च, 2014 में 91,287 किमी से बढ़कर वर्तमान में 1,46,204 किमी हो गई है, जिसमें छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर पूर्वी राज्यों के राजमार्ग शामिल हैं।
पिछले कुछ वर्षों में बजटीय आवंटन में वृद्धि के साथ, सड़कों की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है। 4 लेन और उससे अधिक एनएच नेटवर्क की लंबाई 2014 में लगभग 18,371 किमी से 2.5 गुना बढ़कर लगभग 48,430 किमी हो गई है। साथ ही, 2-लेन से कम एनएच का अनुपात कुल एनएच नेटवर्क के 30 प्रतिशत से घटकर 9 प्रतिशत हो गया है। लगभग 2,474 किलोमीटर लंबाई के राष्ट्रीय उच्च-गति गलियारे (एचएससी)/ एक्सप्रेसवे पहले ही चालू हो चुके हैं। इन विकास कार्यों से देश भर में एनएच तक पहुंच और संपर्क में सुधार हुआ है और रसद दक्षता में भी वृद्धि हुई है।
पिछले दस वर्षों के दौरान निर्मित राष्ट्रीय राजमार्ग की लम्बाई का वर्ष-वार विवरण निम्नानुसार है:

सरकार ने विभिन्न प्रमुख परियोजनाओं या उनके खंडों को पूरा कर लिया है, जो पहले ही पूरे हो चुके हैं और आवागमन को आसान बनाने के लिए यातायात के लिए खोल दिए गए हैं। इनमें से कुछ में दिल्ली-दौसा-लालसौत-सवाई माधोपुर खंड (293 किमी), झालावाड़-झाबुआ खंड (251 किमी) और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का वडोदरा-भरूच खंड (87 किमी), अमृतसर-भटिंडा-जामनगर (762 किमी) का संपूर्ण राजस्थान और गुजरात खंड, बैंगलोर सैटेलाइट रिंग रोड का डोबास्पेट - होसकोटे खंड (80 किमी), बैंगलोर-चेन्नई एक्सप्रेसवे का कर्नाटक खंड (71 किमी), हैदराबाद-विशाखापत्तनम (59 किमी) का सूर्यापेट – खम्मम खंड, अंबाला-कोटपुतली कॉरिडोर (313 किमी), दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे का हरियाणा खंड (120 किमी), द्वारका एक्सप्रेसवे (19 किमी), एनएच-715 पर नया ब्रह्मपुत्र पुल और असम में तेजपुर के पास एनएच-15 पर जिया भराली पुल, मिजोरम में कलादान मल्टी मॉडल ट्रांजिट ट्रांसपोर्ट परियोजना आदि शामिल है।
इसके अलावा, कई प्रमुख गलियारे जैसे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का वडोदरा-मुंबई खंड, दिल्ली-सहारनपुर-देहरादून गलियारा, बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे (शेष खंड), बेंगलुरु रिंग रोड (शेष खंड), सोलापुर-कुरनूल-चेन्नई गलियारा, अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे, रायपुर-विशाखापत्तनम आर्थिक गलियारा, उत्तराखंड में चार धाम परियोजनाएं, असम में ब्रह्मपुत्र नदी पर धुबरी-फूलबाड़ी पुल, मिजोरम में आइजोल-तुपियांग आदि निर्माणाधीन हैं।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने यह जानकारी आज राज्य सभा में एक लिखित उत्तर के रूप में एक अतारांकित प्रश्न के जवाब में दी।
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