रक्षा मंत्रालय
सशस्त्र बलों के उप प्रमुखों के साथ सीआईएससी का दौरा
ट्रोपेक्स-25 के लिए भारतीय नौसेना के जहाज रवाना
Posted On:
31 JAN 2025 8:30PM by PIB Delhi
चेयरमैन चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (सीआईएससी) के इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल जॉनसन पी मैथ्यू, वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (वीसीओएएस) लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि, वाइस एडमिरल के स्वामीनाथन, वाइस चीफ ऑफ नेवल स्टाफ (वीसीएनएस), एयर मार्शल एसपी धारकर, वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ (वीसीएएस) और लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार महानिदेशक इन्फैंट्री पश्चिमी तट पर भारतीय नौसेना के जहाजों पर सवार होकर 30 से 31 जनवरी, 2025 तक थिएटर लेवल ऑपरेशनल रेडिनेस एक्सरसाइज-2025 (टीआरओपीईएक्स-25) के संयुक्त चरण का अवलोकन करने के लिए रवाना हुए, जिसमें भारतीय सेना के जवानों द्वारा जल-थल लैंडिंग भी शामिल थी।
सभी वरिष्ठ अधिकारी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत, निर्देशित मिसाइल विध्वंसक आईएनएस विशाखापत्तनम, स्टील्थ फ्रिगेट आईएनएस सतपुड़ा तथा लैंडिंग प्लेटफॉर्म डॉक आईएनएस जलाश्व पर सवार हुए और उन्होंने भारतीय नौसेना के जहाजों, पनडुब्बियों एवं विमानों के डायनामिक ऑपरेशन्स को देखा, जिससे नौसेना की युद्धक क्षमता व तैयारियों का प्रदर्शन किया गया। इसमें मिसाइल, तोप और रॉकेट फायरिंग तथा पनडुब्बी रोधी अभ्यास शामिल थे। वरिष्ठ अधिकारियों को ट्रोपेक्स-25 की गतिविधियों के रूप में सामरिक स्थिति और संचालन की अवधारणा के बारे में भी जानकारी दी गई। वरिष्ठ अधिकारियों ने बाराखाना में अधिकारियों और नाविकों के साथ बातचीत करते हुए हिन्द महासागर क्षेत्र में उभरती चुनौतियों को कम करने के लिए भारतीय नौसेना की सराहना की।
आईएनएस विक्रांत पर वरिष्ठ अधिकारियों ने दिन तथा रात दोनों समय मिग-29 के और विभिन्न हेलीकॉप्टरों द्वारा संचालित किए गए व्यापक उड़ान अभियानों को देखा। भारतीय नौसेना के विमानों द्वारा किए गए एयर पावर डेमो में बम विस्फोट, रॉकेट फायरिंग और प्राथमिक-स्तरीय एरोबेटिक्स शामिल थे। आईएनएस जलाश्व पर वरिष्ठ अधिकारियों ने जहाज पर सवार सेना के घटकों के साथ बातचीत की और जल-थल लैंडिंग देखी, जिसमें बंकर-बस्टिंग अभ्यास, भारतीय नौसेना के समुद्री कमांडो द्वारा कॉम्बैट फ्री फॉल, लैंडिंग क्राफ्ट मैकेनाइज्ड (एलसीएम) तथा लैंडिंग क्राफ्ट असॉल्ट (एलसीए) द्वारा सैनिकों व बीएमपी की लैंडिंग शामिल थी, जिसके बाद एक बीचहेड का शुभारम्भ हुआ।
बाद में वरिष्ठ अधिकारियों ने कारवार स्थित नौसेना बेस का दौरा किया और वहां उन्हें बुनियादी ढांचे के कार्यों की प्रगति के बारे में जानकारी दी गई।
ट्रोपेक्स भारतीय नौसेना का सबसे बड़ा द्विवार्षिक समुद्री अभ्यास है, जिसमें भारतीय सेना, वायु सेना और तटरक्षक बल शामिल होते हैं। हिंद महासागर में आयोजित होने वाले इस अभ्यास का उद्देश्य परिचालन संबंधी अवधारणाओं को प्रमाणित करना और बहु-खतरे वाले वातावरण में परिचालन संबंधी तत्परता व आपसी सहभागिता को बढ़ावा देना है।
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(Release ID: 2101115)
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