स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय
वंचित क्षेत्रों में गैर-संचारी रोगों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम (एनपी-एनसीडी) को मज़बूत करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदम
एनपी-एनसीडी के तहत, 770 जिला एनसीडी क्लीनिक, 372 जिला डे केयर सेंटर, 233 कार्डियक केयर यूनिट और 6410 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एनसीडी क्लीनिक स्थापित किए गए हैं
मधुमेह, उच्च रक्तचाप, मुंह के कैंसर, स्तन कैंसर और सर्वाइकल कैंसर सहित सामान्य एनसीडी की जांच, प्रबंधन और रोकथाम के लिए जनसंख्या आधारित पहल की शुरूआत हो चुकी है
Posted On:
20 DEC 2024 4:55PM by PIB Delhi
भारत सरकार का स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के एक हिस्से के रूप में, गैर-संचारी रोगों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम (एनपी-एनसीडी) के तहत, वंचित क्षेत्रों सहित देश भर के राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों को तकनीकी और वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
यह कार्यक्रम बुनियादी ढांचे को मज़बूत करने, मानव संसाधन विकास, शीघ्र निदान, उपचार, प्रबंधन तथा स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारियों को बढ़ाने के लिए उपयुक्त स्तर तक रेफर करने और गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) की रोकथाम के लिए जागरूकता सृजन पर ध्यान केंद्रित करता है। एनपी-एनसीडी के तहत, 770 जिला एनसीडी क्लीनिक, 372 जिला दिवस देखभाल केंद्र, 233 कार्डियक केयर यूनिट और 6410 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एनसीडी क्लीनिक स्थापित किए गए हैं।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के हिस्से के रूप में मधुमेह, उच्च रक्तचाप, मुंह का कैंसर, स्तन कैंसर और सर्वाइकल कैंसर सहित सामान्य एनसीडी की जांच, प्रबंधन और रोकथाम के लिए जनसंख्या आधारित पहल शुरू की गई है। इन सामान्य एनसीडी की स्क्रीनिंग, सेवा वितरण का एक ज़रुरी हिस्सा है।
इसके अलावा, गैर-संचारी रोगों को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ाने और स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने के लिए की गई पहलों में, गैर-संचारी रोगों से जुड़े स्वास्थ्य दिवसों को मनाना और सामुदायिक जागरूकता के लिए सोशल मीडिया का लगातार उपयोग करना शामिल है। एनसीडी के लिए जागरूकता बढ़ाने वाली गतिविधियों के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों को उनकी कार्यक्रम कार्यान्वयन योजनाओं (पीआईपी) के अनुसार वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
समुदाय में, मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा), एनसीडी के बारे में जागरूकता फैलाने में अहम भूमिका निभाती हैं। आशा, लोगों और परिवारों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने की अहमियत को लेकर शिक्षित करती है, जिसमें पौष्टिक आहार, नियमित शारीरिक गतिविधियां और तंबाकू और शराब के उपयोग से बचना शामिल है। आशा, नियमित स्वास्थ्य जांच और जांच के माध्यम से शुरू में ही पहचान के महत्व पर जोर देती हैं, जिसे घर-घर जाकर दौरा करने, समूह बैठकों और स्वास्थ्य अभियानों में भागीदारी के ज़रिए समय पर ही रोका जा सकता है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री प्रतापराव जाधव ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
एमजी/केसी/एनएस/डीके
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