आयुष
10वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो का आज देहरादून में उद्घाटन हुआ
विश्व आयुर्वेद कांग्रेस मष्तिष्क, संस्कृति और नवाचारों का संगम है: आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव
आयुर्वेद मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र में पिछले दशक में आठ गुना वृद्धि दर्ज की गई: केन्द्रीय आयुष मंत्री
डब्ल्यूएसी 2024 के संस्करण का विषय ‘डिजिटल स्वास्थ्य: आयुर्वेद का एक परिप्रेक्ष्य’ है
Posted On:
12 DEC 2024 8:11PM by PIB Delhi
10वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस (डब्ल्यूएसी 2024) एवं आरोग्य एक्सपो का उद्घाटन आज देहरादून में केन्द्रीय आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रतापराव जाधव, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा और विज्ञान भारती के अध्यक्ष डॉ. शेखर मांडे की गरिमामय उपस्थिति में किया गया।
केन्द्रीय आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रतापराव जाधव ने अपने संबोधन में कहा कि डिजिटल स्वास्थ्य पर चर्चा करने के लिए हजारों प्रतिभाएं यहां एकत्र हुईं हैं। यह 10वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस (डब्ल्यूएसी) का एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जहां विचारधाराओं, संस्कृतियों और नवाचारों की विभिन्न धाराएं एकत्रित हैं।
केन्द्रीय आयुष मंत्री ने इस तथ्य का भी उल्लेख किया कि 29.10.2024 को 9वें आयुर्वेद दिवस के अवसर पर नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान में एक राष्ट्रव्यापी “देश का प्रकृति परीक्षण अभियान” शुरू किया गया था। आयुर्वेद सिद्धांतों के आधार पर एक करोड़ से अधिक व्यक्तियों की प्रकृति का मूल्यांकन करने वाली यह पहल एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। मैं सभी से इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने और इस महत्वपूर्ण प्रयास में योगदान देने का अनुरोध करता हूं।
आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा कि हमारे पास अब आयुष ग्रिड के साथ तकनीक रूप से सक्षम समाधान उपलब्ध हैं। यह नवाचारों के साथ स्वास्थ्य सेवा में क्रांति लाता है और प्रभावशीलता, सुरक्षा एवं सामर्थ्य को बढ़ाता है। उन्होंने यह भी कहा, “वैश्विक भागीदारों से 1.3 बिलियन डॉलर से अधिक का निवेश पाइपलाइन में है।"
यह द्विवार्षिक कार्यक्रम विश्व आयुर्वेद फाउंडेशन (डब्ल्यूएएफ) द्वारा आयोजित किया जाता है, जो विज्ञान भारती की एक पहल है। इस ऐतिहासिक आयोजन का इस वर्ष का संस्करण दुनिया भर के आयुर्वेद चिकित्सकों, शोधकर्ताओं और उत्साही लोगों को एकजुट करने के लिए तैयार है। जैसा कि इस आयोजन से जुड़े अधिकारियों ने बताया, इस चार-दिवसीय कार्यक्रम में भाग लेने के लिए 5500 से अधिक भारतीय प्रतिनिधियों और 54 देशों के 350 से अधिक प्रतिनिधियों ने पंजीकरण कराया है। इस आयोजन में पूर्ण सत्रों के अलावा 150 से अधिक वैज्ञानिक सत्र एवं 13 सहयोगी कार्यक्रम शामिल होंगे।
डब्ल्यूएसी 2024 का केन्द्रीय विषय है, “डिजिटल स्वास्थ्य: आयुर्वेद का एक परिप्रेक्ष्य”, जो आयुर्वेद को आगे बढ़ाने में आधुनिक प्रौद्योगिकियों की परिवर्तनकारी क्षमता पर प्रकाश डालेगा। इस आयोजन में स्वास्थ्य सेवाओं की आपूर्ति को बढ़ाने, अनुसंधान को फिर से परिभाषित करने और तेजी से विकसित हो रहे वैश्विक स्वास्थ्य परिदृश्य में आयुर्वेद को एकीकृत करने हेतु अत्याधुनिक डिजिटल उपकरणों एवं नवाचारों का लाभ उठाने पर गहन चर्चा और ज्ञान साझा करना भी शामिल होगा। इस कार्यक्रम में तकनीकी सत्र, पैनल चर्चा, पूर्ण एवं वैज्ञानिक सत्र, एक अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि सभा, स्वास्थ्य मंत्रियों का एक सम्मेलन, निवेशकों की एक बैठक और सहायक सेमिनार भी शामिल होंगे। विचार-विमर्श के दौरान आधुनिक समय की विविध स्वास्थ्य सेवाओं की चुनौतियों के आयुर्वेद आधारित समाधानों पर भी ध्यान केन्द्रित किया जाएगा।
विश्व आयुर्वेद कांग्रेस के आयोजन में आयुष मंत्रालय की महत्वपूर्ण भूमिका है, जो वैश्विक मंच पर आयुर्वेद को बढ़ावा देने के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। एक प्रमुख सुविधाप्रदाता के रूप में, मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से ज्ञान, अनुसंधान और कार्यप्रणालियों को आगे बढ़ाने में योगदान देता है। डब्ल्यूएसी आयुर्वेद की वैश्विक प्रासंगिकता, वैज्ञानिक मान्यता और भविष्य के विकास पर सार्थक चर्चा में शामिल होने हेतु विशेषज्ञों, चिकित्सकों और नीति निर्माताओं का एक मंच है। मंत्रालय की सक्रिय भागीदारी समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में आयुर्वेद की भूमिका और कल्याण संबंधी वैश्विक पहल में योगदान करने की इसकी क्षमता पर प्रकाश डालती है।
अब जबकि 10वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो देहरादून में शुरू हो रहा है, यह न केवल आयुर्वेद की समृद्ध विरासत का उत्सव मनाएगा बल्कि वैश्विक स्वास्थ्य सेवाओं के इकोसिस्टम में इसके भविष्य का मार्ग भी प्रशस्त करेगा। दुनिया भर के विशेषज्ञों, नवप्रवर्तकों और हितधारकों को एक साथ लाकर, यह आयोजन आयुर्वेद की परिवर्तनकारी क्षमता की वैश्विक मान्यता में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित होगा। पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ने पर ध्यान देने के साथ, डब्ल्यूएसी का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि आयुर्वेद एक स्थायी एवं समग्र स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के रूप में विकसित हो।
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एमजी/केसी/आर
(Release ID: 2084018)
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