नागरिक उड्डयन मंत्रालय
नागर विमानन मंत्रालय ने संविधान दिवस मनाया
Posted On:
26 NOV 2024 4:59PM by PIB Delhi
नागर विमानन मंत्रालय ने नागर विमानन मंत्री श्री राम मोहन नायडू, नागर विमानन राज्य मंत्री श्री मुरलीधर मोहोल, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति में राजीव गांधी भवन में एविएशन पार्क में संविधान दिवस 2024 को बड़े उत्साह और गर्व के साथ मनाया। यह कार्यक्रम भारतीय संविधान के निर्माताओं और न्याय, समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व के इसके स्थायी मूल्यों के प्रति एक सम्मान था।
श्री राम मोहन नायडू ने संविधान निर्माताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की और सभी से “हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान” अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह किया। संविधान के गहरे प्रभाव पर विचार करते हुए उन्होंने बताया कि श्रीकाकुलम जैसे ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र से आने के बावजूद संविधान ने उन्हें नागरिक उड्डयन मंत्री के पद तक पहुंचने के लिए कैसे सशक्त बनाया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि संविधान किस तरह लोकतंत्र की शक्ति को दर्शाता है, जो जाति, पंथ या लिंग से परे हर नागरिक को राष्ट्र निर्माण में योगदान करने में सक्षम बनाता है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विजन को स्वीकार करते हुए श्री राम मोहन नायडू ने संविधान को अंगीकृत करने की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए शुरू किए गए साल भर के जश्न की सराहना की। उन्होंने कहा, “खुद को ‘प्रधान सेवक’ कहने वाले प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने समानता के सिद्धांत को कायम रखते हुए डॉ. अंबेडकर के मार्ग का अनुसरण किया है, अपने विजन और कार्यों के माध्यम से लोकतंत्र की भावना को सही मायने में मूर्त रूप दिया है। ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ का उनका मंत्र संविधान के समावेशिता और विविधता में एकता के आदर्शों को दर्शाता है।” सभी के लिए अवसर और अधिकार सुनिश्चित करने में संविधान की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करते हुए उन्होंने विमानन क्षेत्र में 25 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी हासिल करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की, जिसमें पायलट से लेकर इंजीनियर और एयर ट्रैफिक कंट्रोलर तक की भूमिकाएं शामिल हैं।
श्री नायडू ने इस बात पर भी जोर दिया कि नागर विमानन मंत्रालय का मिशन संविधान के आदर्शों के साथ किस तरह से जुड़ा हुआ है। उन्होंने उड़ान जैसी पहलों के परिवर्तनकारी प्रभाव के बारे में बात की, जो वंचित क्षेत्रों को जोड़ती है, हवाई यात्रा को सभी के लिए सस्ती और सुलभ बनाती है, इस प्रकार संविधान में परिकल्पित समानता को बढ़ावा देती है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे निर्बाध हवाई यात्रा ने अवसरों के द्वार खोले हैं, जो स्वतंत्रता का प्रतीक है और लाखों लोगों को सपने देखने और हासिल करने में सक्षम बनाती है। उन्होंने कहा कि विमानन क्षेत्र 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' की भावना के तहत लोगों, संस्कृतियों और अर्थव्यवस्थाओं को जोड़कर राष्ट्रीय एकीकरण को मजबूत करता है, जिससे भाईचारा बढ़ता है।
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री श्री मुरलीधर मोहोल ने भारत के संविधान को अंगीकृत करने के 75 साल पूरे होने के अवसर पर इस दिन के ऐतिहासिक महत्व पर जोर दिया। संविधान के निर्माता भारत रत्न डॉ. बीआर अंबेडकर को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने इस दस्तावेज को एक व्यापक और प्रगतिशील संरचना बताया, जो दुनिया को प्रेरित करता रहता है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि संविधान किस तरह राष्ट्रीय विकास, सामाजिक सशक्तिकरण और समृद्धि को आकार देता है। उन्होंने सभी नागरिकों से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए साल भर चलने वाले उत्सवों में सक्रिय रूप से भाग लेने और संवैधानिक मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करने की अपील की।
कार्यक्रम का समापन श्री मुरलीधर मोहोल द्वारा संविधान की प्रस्तावना के सामूहिक वाचन तथा नागर विमानन मंत्री श्री राम मोहन नायडू द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ हुआ, जो संविधान के सिद्धांतों को कायम रखने तथा विमानन क्षेत्र में समावेशिता, समानता और अवसर को बढ़ावा देने के प्रति मंत्रालय के समर्पण का प्रतीक है।
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