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भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने मुंबई में राष्ट्रीय खेल उत्कृष्टता केंद्र विकसित करने के लिए महाराष्ट्र सरकार के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए


भारतीय खेल प्राधिकरण ने उक्त 37 एकड़ भूमि पर अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप आधुनिक खेल ढांचा विकसित करने की योजना बनाई है

कांदिवली का साई खेल परिसर आगामी ओलंपिक खेलों में एक महत्वपूर्ण खेल केंद्र बनेगा - केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल

Posted On: 06 OCT 2024 7:08PM by PIB Delhi

माननीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कांदिवली का साई खेल परिसर आगामी ओलंपिक खेलों में भारतीय एथलीटों के लिए एक महत्वपूर्ण खेल केंद्र बनेगा। वे महाराष्ट्र सरकार और भारतीय खेल प्राधिकरण के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर समारोह के अवसर पर बोल रहे थे।

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पीयूष गोयल की गरिमामयी उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य प्रवीण दारकेकर, महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य अतुल भातखलकर, साई के क्षेत्रीय निदेशक पांडुरंग चाटे और साई के सचिव विष्णु कांत तिवारी उपस्थित थे।

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समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर का यह कार्यक्रम महाराष्ट्र कैबिनेट द्वारा 30/09/2024 को लिए गए निर्णय के मद्देनजर आयोजित किया गया, जिसमें राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण को मुंबई के कांदिवली में अकुरली, मलाड और वधावन में भूमि आवंटित की गई थी। इस निर्णय ने साई के लिए अब भूमि स्वामित्व से संबंधित किसी भी बाधा से मुक्त होकर भूमि का विकास करने का मार्ग प्रशस्त किया है।

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भारतीय खेल प्राधिकरण ने 37 एकड़ के उक्त भूखंड पर अंतर्राष्ट्रीय मानकों का आधुनिक खेल बुनियादी ढांचा विकसित करने की योजना बनाई है, जिसे भारतीय खेल प्राधिकरण को एक रुपये प्रति वर्ष की दर से 30 वर्षों के लिए पट्टे पर दिया गया है।

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भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) कांदिवली परिसर के लिए मास्टर प्लान को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है, जिसमें प्रस्तावित बुनियादी ढांचे में आधुनिक एसी एथलीट छात्रावास भवन, एथलीटों के लिए केंद्रीय रसोईघर और भोजन कक्ष, अंतरराष्ट्रीय मानकों के नए आधुनिक हॉकी मैदान, बहुउद्देशीय खेल हॉल, चोट और पुनर्वास के लिए उच्च प्रदर्शन खेल विज्ञान केंद्र आदि शामिल होंगे, जिसके लिए 500 करोड़ रुपये तक के निवेश की आवश्यकता होगी, जिसे भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) सरकार के बजटीय आवंटन और सीएसआर जैसे विभिन्न स्रोतों से प्राप्त करने की योजना बना रहा है।

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एसएआई ने 37 एकड़ भूमि का उपयोग राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र और क्षेत्रीय प्रशासनिक केंद्र को संचालित करने के लिए करने की योजना बनाई है, जिसका क्षेत्राधिकार महाराष्ट्र, गोवा और दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव में होगा, साथ ही वह खेलो इंडिया और फिट इंडिया जैसी केंद्र सरकार की योजनाओं को भी लागू करेगा।

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एसएआई की योजना देश भर के एथलीटों को खेल विज्ञान सहायता के साथ-साथ उच्च गुणवत्ता वाला आहार और खेल प्रशिक्षण प्रदान करने की है। बुनियादी ढांचे के विकास के बाद, यह महाराष्ट्र के स्थानीय महत्वाकांक्षी एथलीटों के लिए साल भर बहु-खेल सुविधाओं तक पहुँच प्रदान करेगा, जिसमें फुटबॉल, एथलेटिक्स, कुश्ती आदि जैसे खेल शामिल हैं।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने अपने मुख्य भाषण में कहा कि इस भूमि पर केवल एथलीटों का अधिकार है और कोई भी उनसे यह भूमि नहीं छीन सकता। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार 2036 ओलंपिक का आयोजन भारत में करने का प्रयास कर रही है।

मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि खेल समानता लाने वाला है।

विधायक अतुल भटखलकर, एमएलसी प्रवीण दारकेकर ने साई और महाराष्ट्र सरकार के बीच समझौता ज्ञापन के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया।

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एमजी/आरपीएम/केसी/वीएस


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