नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय
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नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) ने चौथी वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा निवेश बैठक और एक्सपो (री-इन्वेस्ट 2024) की घोषणा की

Posted On: 11 SEP 2024 7:07PM by PIB Delhi

केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री, श्री प्रल्‍हाद जोशी ने आज नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में घोषणा किया कि नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) 16 से 18 सितंबर, 2024 तक चौथी वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा निवेश बैठक और एक्सपो (री-इन्वेस्ट 2024) की मेजबानी करेगा।  इस हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम का आयोजन पहली बार दिल्ली के बाहर गांधीनगर, गुजरात के महात्मा मंदिर में किया जाएगा। यह महत्वपूर्ण कार्यक्रम स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में तेजी लाने और हमारे जलवायु लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए भारत सरकार की उच्च प्राथमिकताओं को रेखांकित करता है। भारत को 2030 तक 500 गीगावॉट गैर-जीवाश्म ईंधन स्थापित क्षमता के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए 30 लाख करोड़ रुपये के निवेश की आवश्यकता है।

श्री प्रल्‍हाद जोशी ने कहा, “भारत अगली पीढ़ी के लिए एक हरित सतत भविष्य के निर्माण के महत्व को पहचानता है और इसके मूल में प्रधानमंत्री का पंचामृत और 2030 तक 500 गीगावॉट गैर-जीवाश्म ऊर्जा स्थापित करने का दृष्टिकोण निहित है। श्री जोशी ने आज यहां अपने आवास पर एक पूर्वावलोकन संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यह कोई सपना नहीं बल्कि एक सामूहिक लक्ष्य है जो माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा निर्धारित किया गया है।

उल्लेखनीय है कि भारत को 2030 तक 500 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा के अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए 30 लाख करोड़ रुपये के निवेश की आवश्यकता है।

मंत्री ने कहा मैं गुजरात के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तैयारियों का जायजा लेकर गुजरात से वापस लौटा हूं। तैयारियां चल रही हैं और मेगा इवेंट के हर पहलू पर विस्तृत चर्चा की गई। आपके माध्यम से, मैं इस बात पर प्रकाश डालना चाहता हूं कि नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार 16 से 18 सितंबर 2024 तक महात्मा मंदिर, गांधीनगर में वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा निवेश बैठक और एक्सपो (री-इन्वेस्ट) 2024 का चौथा संस्करण आयोजित कर रहा है।

केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री, श्री प्रह्लाद जोशी ने इससे पहले 9 सितंबर को गांधीनगर में री-इन्वेस्ट 2024 की तैयारियों की व्यापक समीक्षा की। प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए, श्री जोशी ने इस आयोजन की सावधानीपूर्वक योजना और तत्परता की सराहना की। यह समीक्षा इस महत्वपूर्ण सम्मेलन की सफलता सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार की उच्च स्तरीय प्रतिबद्धता और प्राथमिकता को रेखांकित करती है। सावधानीपूर्वक की गई तैयारियां स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति प्राप्त करने और नवीकरणीय ऊर्जा में वैश्विक नेता के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत करने के लिए सरकार के समर्पण को दर्शाती हैं।

कार्यक्रम अवलोकन:

री-इन्वेस्ट 2024 का उद्घाटन माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 16 सितंबर को किया जाएगा, अंतिम दिन माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ की अध्यक्षता में समापन सत्र होगा। इस तीन दिवसीय सम्मेलन में सरकार, उद्योग और वित्तीय क्षेत्रों के प्रभावशाली हस्तियों सहित 10,000 से ज्यादा प्रतिनिधियों के शामिल होने की उम्मीद है।

फोकस और उद्देश्य:

री-इन्वेस्ट 2024 का केंद्रीय विषय मिशन 500 गीगावॉट होगा, जो 2030 तक अपनी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का विस्तार करने के लिए भारत के रणनीतिक लक्ष्य को रेखांकित करता है। स्थापित नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता में वैश्विक स्तर पर चौथे सबसे बड़े देश के रूप में, भारत का लक्ष्य वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन में अपने नेतृत्व को और मजबूत करना है। 

इस वर्ष के आयोजन के लिए प्रमुख अंतरराष्ट्रीय भागीदारों में ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, जर्मनी और नॉर्वे जैसे देश शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, आंध्र प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश जैसे भारतीय राज्य इसमें सक्रिय रूप से हिस्सा लेंगे। अमेरिका, ब्रिटेन, बेल्जियम, यूरोपीय संघ, ओमान, संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर और हांगकांग के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी इसमें उपस्थित होंगे, जिसमें जर्मनी और डेनमार्क के मंत्रियों के नेतृत्व में कुछ प्रतिनिधिमंडल भी शामिल होंगे।

सम्मेलन और प्रदर्शनी:

सम्मेलन में 44 सत्रों में एक व्यापक एजेंडा होगा, जिसमें एक मुख्यमंत्री पूर्ण सत्र, एक सीईओ गोलमेज सम्मेलन और विभिन्न देशों और राज्यों के लिए विशिष्ट नवीकरणीय ऊर्जा नवाचारों और अवसरों पर केंद्रित चर्चाएं शामिल हैं। उल्लेखनीय सत्र में ऊर्जा परिवर्तन में तेजी लाने में महिलाओं की भूमिका को संबोधित किया जाएगा और स्टार्ट-अप के लिए एक मंच प्रदान किया जाएगा, जिसमें सोलर एक्स चैलेंज के दस विजेताओं की गतिविधियां भी शामिल हैं।

समानांतर में, एक प्रदर्शनी सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्रों, राज्य सरकारों और स्टार्ट-अप के योगदान को प्रदर्शित करेगी। नेटवर्किंग के अवसर प्रचुर मात्रा में होंगे, बिजनेस-टू-बिजनेस (बी2बी), बिजनेस-टू-गवर्नमेंट (बी2जी) और सरकार-से-सरकार (जी2जी) बातचीत के लिए एक समर्पित बी2बी डिजिटल प्लेटफॉर्म की सुविधा प्रदान की जाएगी। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) इस वर्ष के आयोजन के लिए उद्योग भागीदार है, जो हितधारकों के बीच सफल सहयोग का समर्थन करता है।

भारत की नवीकरणीय ऊर्जा प्रगति:

भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र ने उल्लेखनीय वृद्धि की है, जो उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना, स्वचालित मार्ग के अंतर्गत शतप्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) और हरित उर्जा कॉरिडोर परियोजना जैसी पहलों द्वारा समर्थित है। पीएम कुसुम और पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना जैसे कार्यक्रम इस प्रगति को और मजबूत करते हैं। जैसा कि 2030 तक 500 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा के अपने लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में काम करता है, री-इन्वेस्ट 2024 वैश्विक निवेश को आकर्षित करने, हरित हाइड्रोजन परियोजनाओं को आगे बढ़ाने और अपतटीय पवन ऊर्जा क्षमता की खोज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

ऊर्जा परिवर्तन को एक जन आंदोलन बनाने की आवश्यकता है, जिसमें आम नागरिक अगली पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए राजदूत बनें। केवल सामूहिक कोशिश से ही सभी के लिए एक स्थायी और सुरक्षित ऊर्जा भविष्य सुनिश्चित किया जा सकता है।

भारत और विश्व में नवीकरणीय ऊर्जा के विस्तार में तेजी लाने और व्यापार के अवसरों को बढ़ावा देने और पूंजी की बढ़ती मांग को पूरा करने, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण का समर्थन करने और अभिनव तकनीकी समाधानों के विकास को बढ़ाने के लिए, भारत और जर्मनी विश्व में नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश के लिए भारत-जर्मनी मंच को संयुक्त रूप से लॉन्च करने पर सहमत हुए हैं।

ऐतिहासिक संदर्भ:

री-इन्वेस्ट का एक उल्लेखनीय इतिहास रहा है, इसके उद्घाटन संस्करण का आयोजन फरवरी 2015 में नई दिल्ली में किया गया था, इसके बाद अक्टूबर 2018 में दिल्ली एनसीआर में और नवंबर 2020 में एक वर्चुअल संस्करण आयोजित किया गया। इसके सभी संस्करण का उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री द्वारा किया गया है, जो भारत के राष्ट्रीय एजेंडे में नवीकरणीय ऊर्जा के अत्यधिक महत्व को रेखांकित करता है।

भारत, वैश्विक स्तर पर प्रति व्यक्ति सबसे कम उत्सर्जक में से एक होने के बावजूद, अपनी मजबूत और सक्रिय नवीकरणीय ऊर्जा पहल के माध्यम से जलवायु परिवर्तन में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है। ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी लाने की देश की प्रतिबद्धता नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकियों की महत्वाकांक्षी तैनाती से स्पष्ट होता है। री-इन्वेस्ट 2024 इस क्षेत्र में पर्याप्त निवेश करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करता है, जो प्रभावी जलवायु परिवर्तन रणनीतियों को बढ़ावा देता है। नवीकरणीय ऊर्जा में भारत की उपलब्धियों और भविष्य के लक्ष्यों को प्रदर्शित करके, री-इन्वेस्ट 2024 वैश्विक हितधारकों को अधिक सतत और कम कार्बन वाले भविष्य की दिशा में भारत के अवस्थांतर में संलग्न होने, सहयोग करने और योगदान करने का एक अमूल्य अवसर प्रदान करता है। इस सामूहिक प्रयास के माध्यम से, भारत का लक्ष्य न केवल अपने जलवायु लक्ष्यों की प्राप्ति करना है, बल्कि वैश्विक पर्यावरणीय प्रबंधन के लिए एक बेंचमार्क भी स्थापित करना है।

री-इन्वेस्ट 2024 के बारे में अधिक जानकारी और अपडेट प्राप्त करने के लिए, कृपया आधिकारिक कार्यक्रम की वेबसाइट पर जाएं: https://re-invest.in/

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