विद्युत मंत्रालय

एसजेवीएन को भारत सरकार की ओर से प्रतिष्ठित नवरत्न का दर्जा प्रदान किया गया है

Posted On: 31 AUG 2024 8:48PM by PIB Delhi

एसजेवीएन को भारत सरकार के सार्वजनिक उद्यम विभाग द्वारा प्रतिष्ठित नवरत्न का दर्जा प्रदान किया गया है। इस प्रतिष्ठित उपलब्धि के साथ कंपनी भारत की 25वीं नवरत्न कंपनी बन गई है, जो एसजेवीएन की 36 साल की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इस मौके पर एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री सुशील शर्मा ने इस ऐतिहासिक दिन का साक्षी बनने के लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने माननीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण और माननीय विद्युत मंत्री श्री मनोहर लाल के निरंतर मार्गदर्शन और लगातार सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। श्री शर्मा ने इक्विटी पार्टनर के रूप में कंपनी की हमेशा सहायता करने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार का भी आभार प्रकट किया।

श्री शर्मा ने कहा कि नवरत्न का दर्जा उन चुनिंदा सीपीएसई को प्रदान किया जाता है जिन्होंने लगातार असाधारण वित्तीय प्रदर्शन और प्रबंधकीय दक्षता के साथ काम किया है। इससे हमें अपने व्यावसायिक हितों को आगे बढ़ाने और देश की ऊर्जा सुरक्षा में योगदान करने के लिए अधिक वित्तीय और परिचालन स्वतंत्रता मिलेगी। नवरत्न का दर्जा न केवल एसजेवीएन की पिछली उपलब्धियों को रेखांकित करता है बल्कि हमारे लिए बड़ी परियोजनाएं शुरू करने, रणनीतिक साझेदारी बनाने और 2030 तक 500 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता प्राप्त करने के सरकार के दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए एक मंच भी तैयार करता है।

कंपनी अब बिना किसी वित्तीय सीमा के अपनी परियोजनाओं पर निवेश कर सकती है, जिससे कंपनी के विकास में तेजी आएगी। इसके अतिरिक्त कंपनी सालाना अपनी नेटवर्थ का 30% तक निवेश कर सकती है, जिससे उसकी महत्वाकांक्षी विस्तार योजनाओं को और बढ़ावा मिलेगा। यह बढ़ी हुई स्वायत्तता एसजेवीएन को संयुक्त उद्यम बनाने, विदेशी सहायक कंपनियों की स्थापना करने और अपने संचालन को अनुकूलित करने के लिए संगठनात्मक पुनर्गठन करने की भी अनुमति देती है।

2008 में एसजेवीएन को प्रतिष्ठित मिनीरत्न का दर्जा दिया गया था। वर्तमान में एसजेवीएन के पास 56,802.4 मेगावॉट का परियोजना पोर्टफोलियो है। इसमें कुल 2466.5 मेगावॉट स्थापित क्षमता की तेरह परियोजनाएं संचालन में हैं और 75 परियोजनाएं जल विद्युत, सौर, पवन, थर्मल और ट्रांसमिशन लाइनों पर कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं। भारत सरकार और हिमाचल प्रदेश सरकार के बीच एक संयुक्त उद्यम के रूप में 1988 में स्थापित कंपनी पूरे भारत और नेपाल में परिचालन के साथ एक बहुआयामी बिजली इकाई के रूप में विकसित हुई है।

***

एमजी/एआर/आरकेजे



(Release ID: 2050548) Visitor Counter : 109


Read this release in: English , Tamil