विद्युत मंत्रालय
केन्द्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल ने जल विद्युत और पंप भंडारण परियोजनाओं के सर्वेक्षण एवं जांच गतिविधियों की निगरानी के लिए ऑनलाइन पोर्टल (जल विद्युत डीपीआर) का शुभारंभ किया
सीईए द्वारा विकसित जल विद्युत डीपीआर पोर्टल, जल विद्युत एवं पीएसपी परियोजनाओं से संबंधित सर्वेक्षण और जांच गतिविधियों की निगरानी के लिए एक केन्द्रीकृत डिजिटल प्लेटफॉर्म प्रदान करता है
Posted On:
20 AUG 2024 7:31PM by PIB Delhi
केन्द्रीय विद्युत मंत्री तथा आवास एवं शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल ने आज नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान जल विद्युत और पंप भंडारण परियोजनाओं के सर्वेक्षण एवं जांच गतिविधियों की निगरानी के लिए ऑनलाइन पोर्टल (जल विद्युत डीपीआर) का शुभारंभ किया।
यह पोर्टल केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) की एक रणनीतिक पहल है, जिसका उद्देश्य देश में जलविद्युत और पंप भंडारण की उन परियोजनाओं (पीएसपी) के विकास को बढ़ावा देना है, जो ऊर्जा के क्षेत्र में जारी परिवर्तनों के बीच ग्रिड को अपेक्षाकृत अधिक क्रिया-प्रतिक्रिया और संतुलन संबंधी शक्ति प्रदान करने की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं।
शुभारंभ के दौरान, केन्द्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल ने विद्युत क्षेत्र की दक्षता बढ़ाने में डिजिटल समाधानों के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “आज तीन ऑनलाइन पोर्टल- ड्रिप्स, प्रॉम्प्ट, और जल विद्युत डीपीआर - का शुभारंभ देश के विद्युत क्षेत्र में कामकाज को पारदर्शी, समन्वित और कारगर बनाएगा। केन्द्रीय मंत्री ने 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में प्रमुख तत्व के रूप में विद्युत क्षेत्र के महत्व पर प्रकाश डाला।
जल विद्युत डीपीआर पोर्टल की मुख्य विशेषताएं:
- बेहतर परियोजना प्रबंधन और समन्वय:
यह पोर्टल किसी परियोजना के विकास की स्थिति का सिंहावलोकन प्रस्तुत करता है, जिससे डीपीआर तैयार करने की पूरी प्रक्रिया में बेहतर प्रबंधन और समन्वय सुनिश्चित होता है।
- सर्वेक्षण एवं जांच के अधीन महत्वपूर्ण परियोजनाएं:
वर्तमान में, 9 गीगावॉट की संयुक्त क्षमता वाली 11 पनबिजली परियोजनाएं और 57 गीगावॉट की क्षमता वाली 39 पंप भंडारण परियोजनाएं विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) की तैयारी हेतु सर्वेक्षण एवं जांच के अधीन हैं।
- केन्द्रीकृत डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म:
सीईए द्वारा विकसित जल विद्युत डीपीआर पोर्टल, जल विद्युत एवं पीएसपी परियोजनाओं से संबंधित सर्वेक्षण और जांच गतिविधियों की निगरानी के लिए एक केन्द्रीकृत डिजिटल प्लेटफॉर्म प्रदान करता है। यह डेवलपर्स और केन्द्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी), भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई), केन्द्रीय मृदा एवं सामग्री अनुसंधानशाला (सीएसएमआरएस) तथा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफ एंड सीसी) सहित विभिन्न मूल्यांकन एजेंसियों के बीच निर्बाध संचार की सुविधा प्रदान करता है।
- उन्नत दक्षता एवं पारदर्शिता:
इस पोर्टल को डीपीआर तैयारी प्रक्रिया में दक्षता और पारदर्शिता बढ़ाने के उद्देश्य से डिज़ाइन किया गया है। मूल्यांकन एजेंसियों और डेवलपर्स के साथ लंबित कार्यों की वास्तविक समय में निगरानी और दृश्यता प्रदान करके, इसका उद्देश्य कार्य के प्रवाह में तेजी लाना और संचार को सुव्यवस्थित करना है। यह पोर्टल डीपीआर के मूल्यांकन और अनुमोदन में लगने वाली समयसीमा को कम करके व्यापार करने में आसानी को बढ़ावा देने की सरकार की पहल के अनुरूप है।
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एमजी/एआर/आर
(Release ID: 2047122)