वित्त मंत्रालय
भारतीय लागत लेखा सेवा (आईसीओएएस) ने 'आईसीओएएस@विकसित भारत' की थीम के अपना स्थापना दिवस मनाया
वित्त सचिव डॉ. टीवी सोमनाथन ने 'विकसित भारत 2047' की दिशा में आईसीओएएस अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
Posted On:
09 AUG 2024 9:01PM by PIB Delhi
नई दिल्ली में आज वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग में मुख्य सलाहकार लागत कार्यालय की ओर से भारतीय लागत लेखा सेवा (आईसीओएएस) दिवस मनाया। इस वर्ष की थीम 'आईसीओएएस @ विकसित भारत' 2047 तक विकसित भारत की सोच को साकार करने के योगदान में आईसीओएएस अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करती है। इस कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त सचिव और व्यय सचिव डॉ. टीवी सोमनाथन बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे।
अपने मुख्य भाषण में डॉ. टीवी सोमनाथन ने देश के आर्थिक परिदृश्य को आकार देने में आईसीओएएस अधिकारियों के समर्पण, विशेषज्ञता और प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने कहा कि 'विकसित भारत 2047' में आईसीओएएस अधिकारियों की भूमिका पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. सोमनाथन ने 'भारतीय लागत लेखा सेवा: एक अवलोकन' नामक एक ई-पुस्तक का भी विमोचन किया। इसमें आईसीओएएस अधिकारियों के महत्वपूर्ण कार्यों और उपलब्धियों का विवरण है।
कार्यक्रम में आईसीओएएस की यात्रा और योगदान पर प्रकाश डालने वाली एक डॉक्युमेंट्री दिखाई गई। सरकारी क्षेत्रों में लागत लेखा परीक्षा के महत्व और सरकार से सब्सिडी या अनुदान प्राप्त करने वाली संस्थाओं तक लागत लेखा परीक्षा के दायरे का विस्तार करने की आवश्यकता पर विस्तृत प्रस्तुति भी दी गई।
स्थापना दिवस पर लागत लेखांकन के विभिन्न पहलुओं पर विचार-मंथन के लिए दो तकनीकी सत्र भी आयोजित किए गए।
वित्तीय सेवा विभाग के सचिव डॉ. विवेक जोशी तकनीकी सत्र के मुख्य अतिथि थे। यहां सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के बैंकों के प्रदर्शन से संबंधित विश्लेषण पर प्रस्तुति दी गई। इसके बाद 'आईसीओएएस : इनसाइट्स मैगजीन' के पहले संस्करण का शुभारंभ किया गया।
डॉ. विवेक जोशी ने अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि आईसीओएएस अधिकारियों द्वारा अपनाई गई लागत नियंत्रण और लागत में कमी की तकनीकों से वित्तीय सेवाओं के वितरण की लागत को कम किया जा सकता है।
यकृत (लीवर) और पित्त विज्ञान संस्थान (आईएलबीएस) के निदेशक डॉ. एस. के. सरीन तकनीकी सत्र के सम्मानित अतिथि थे। डॉ. एस. के. सरीन ने अपने संबोधन में लंबे जीवन के लिए स्वस्थ यकृत (लीवर) के महत्व पर प्रकाश डाला।
दूसरे तकनीकी सत्र के दौरान इंडियाटेक.ओआरजी के सीईओ श्री रमीश कैलासम ने 'डिजिटल करंसी' विषय पर अपने विचार रखे।
आईडीएएस अधिकारी और रक्षा लेखा अपर महानियंत्रक डॉ. मयंक शर्मा ने 'लागत लेखाकारों के व्यावसायिक कौशल को मजबूत करना' विषय पर अपना संबोधन दिया।
अंतिम सत्र में पूर्व सेवा प्रमुख श्री बी.बी. गोयल का व्याख्यान हुआ। इसके बाद युवा आईसीओएएस अधिकारियों ने अपना व्याख्यान दिया।
इससे पहले मुख्य सलाहकार (लागत) श्री पवन कुमार ने मुख्य अतिथि और अन्य गणमान्य हस्तियों का स्वागत किया। इस कार्यक्रम में विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने उपस्थिति दर्ज कराई।
आईसीओएएस दिवस 2024 का उत्सव एक विकसित और समृद्ध भारत की खोज में आईसीओएएस अधिकारियों के समर्पण और उत्कृष्टता को प्रदर्शित करता है। इस आयोजन ने क्षमता निर्माण, ज्ञान साझा करने और विकसित भारत 2047 की सोच को साकार करने की दिशा में आईसीओएएस अधिकारियों के महत्वपूर्ण योगदान को पहचानने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया।
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