आयुष
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आयुष मंत्रालय अंतिम छोर तक मानकीकृत और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए तैयार

Posted On: 02 AUG 2024 5:06PM by PIB Delhi

आयुष्मान आरोग्य मंदिर (आयुष) के लिए एनएबीएच आयुष प्रवेश स्तर प्रमाणन (एईएलसी) प्राप्त करने के लिए विशेष अभियान शुरू किया गया, लक्षित 1000 में से अब तक 750 प्रमाणित हो चुके हैं

  • प्रमाणन का उद्देश्य भारत भर में जमीनी स्तर पर गुणवत्तापूर्ण और मानकीकृत स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाना है
  • इस प्रयास के तहत जून, 2024 से सितंबर, 2024 तक पूरे भारत में वरिष्ठ नागरिक आबादी के लिए 10,000 वृद्धावस्था चिकित्सा शिविर आयोजित किए जा रहे हैं।

राष्ट्रीय आयुष मिशन के जरिए आयुष मंत्रालय का उद्देश्य भारत के जमीनी स्तर के लाभार्थियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है। हाल ही में शुरू किए गए एक विशेष अभियान के अंतर्गत मंत्रालय ने सितंबर, 2024 तक 1000 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों (एएएम, आयुष) को लक्ष्य किया है कि वे एनएबीएच (अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड) प्रवेश स्तर प्रमाणन प्राप्त करें, जिनमें से अब तक 750 को प्रमाणित किया जा चुका है।

सरकारी स्वामित्व वाले आयुष स्वास्थ्य सेवा केंद्र जो अब आयुष्मान आरोग्य मंदिर (एएएम) आयुष हो चुके हैं, आयुष मंत्रालय ने उनके लिए एनएबीएच आयुष प्रवेश स्तर प्रमाणन (एईएलसी) शुरू करने के लिए भारतीय गुणवत्ता परिषद (क्यूसीआई) के साथ साझेदारी की है। ये भारत में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा के मानकीकरण की दिशा में एक बहुत महत्वपूर्ण कदम है।

वरिष्ठ नागरिकों की चिकित्सा के लिए लक्षित इस प्रयास के अंतर्गत जून, 2024 से सितंबर, 2024 तक पूरे भारत में 10,000 वृद्धावस्था चिकित्सा शिविर आयोजित किए जा रहे हैं, जो वृद्ध आबादी की विशिष्ट स्वास्थ्य सेवा आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित करेंगे।

इन शिविरों का प्राथमिक उद्देश्य सरल नैदानिक ​​​​जांच के आधार पर वरिष्ठ नागरिक के स्वास्थ्य का आकलन करना है। प्रत्येक वरिष्ठ मरीज की प्राथमिक जांच विशेष रूप से डिजाइन किए गए स्क्रीनिंग प्रोफार्मा और रिकॉर्ड के अनुसार की जाती है। वरिष्ठ नागरिकों को मधुमेह, उच्च रक्तचाप, ब्रोन्कायल अस्थमा, ऑस्टियोआर्थराइटिस, हर्निया, प्रोस्टेट, त्वचा और दृष्टि संबंधी बीमारियों जैसी पुरानी बीमारियों के बारे में उचित सलाह मिलती है। इसमें उनके भविष्य के फॉलो-अप, देखभाल की निरंतरता के लिए प्रिस्क्रिप्शन पर्ची के अनुसार आहार संबंधी नियम भी शामिल होते हैं।

इन शिविरों के आयोजन के लिए एक विशेष पोर्टल बनाया गया है और इसमें 9,673 से अधिक केंद्र पंजीकृत किए जा चुके हैं। इनमें से 2957 शिविर आयोजित किए जा चुके हैं। ये शिविर राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के आयुष कॉलेजों, अनुसंधान परिषदों और आयुष मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय संस्थानों के सहयोग से आयोजित किए जा रहे हैं और अन्य हितधारक भी विशेष अभियान में भाग ले रहे हैं।

राष्ट्रीय आयुष मिशन, राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों के समर्थन से, पूरे देश में सुलभ और व्यापक गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। आयुष प्रवेश स्तर प्रमाणन और वृद्धावस्था चिकित्सा शिविर इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।

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