कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय
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सरकार के कौशल मिशन के अंतर्गत, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय कौशल विकास केंद्रों /संस्थानों के व्यापक नेटवर्क के माध्यम से कौशल, पुनः कौशल और उन्नयन कौशल प्रशिक्षण प्रदान करता है


गुजरात में 'कौशल भारत' योजना

Posted On: 29 JUL 2024 2:03PM by PIB Bhopal

सरकार के कौशल मिशन के अंतर्गत, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय कौशल विकास केंद्रों /संस्थानों के व्यापक नेटवर्क के माध्यम से कौशल, पुनः कौशल और उन्नयन कौशल प्रशिक्षण प्रदान करता है। गुजरात सहित देश भर में समाज के सभी वर्गों को औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) के माध्यम से प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई), जन शिक्षण संस्थान (जेएसएस), राष्ट्रीय प्रशिक्षुता संवर्धन योजना (एनएपीएस) और शिल्पकार प्रशिक्षण योजना (सीटीएस) प्रदान की जाएगी। इन योजनाओं को क्षेत्र विशेष की मांग के आधार पर लागू किया जाता है और उसी के अनुरूप कौशल केंद्र खोले जाते हैं। इसका उद्देश्य देश के युवाओं को उद्योग के लिए प्रासंगिक कौशल से युक्त करके भविष्य के लिए सक्षम बनाना है। इन योजनाओं का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है:

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई): पीएमकेवीवाई योजना देश भर के युवाओं को अल्पकालिक प्रशिक्षण (एसटीटी) के माध्यम से कौशल विकास प्रशिक्षण और पूर्व शिक्षा की मान्यता (आरपीएल) के माध्यम से कौशल उन्नयन और पुन: कौशल प्रदान करने के लिए है।

जन शिक्षण संस्थान (जेएसएस) योजना: जन शिक्षण संस्थान का मुख्य लक्ष्य गैर-साक्षरों, नव-साक्षरों और 15-45 वर्ष आयु वर्ग के 12वीं कक्षा तक प्राथमिक स्तर की शिक्षा और स्कूल छोड़ने वाले व्यक्तियों को "दिव्यांगजन" और अन्य मामलों में आयु में छूट के साथ व्यावसायिक कौशल प्रदान करना है। ग्रामीण क्षेत्रों और शहरी कम आय वाले क्षेत्रों में महिलाओं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यकों को प्राथमिकता दी जाती है।

राष्ट्रीय शिक्षुता संवर्धन योजना (एनएपीएस): यह योजना शिक्षुता प्रशिक्षण को बढ़ावा देने और प्रशिक्षुओं को वजीफे के भुगतान के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करके प्रशिक्षुओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए है। प्रशिक्षण में उद्योग में कार्यस्थल पर बुनियादी प्रशिक्षण और नौकरी पर प्रशिक्षण/व्यावहारिक प्रशिक्षण शामिल है।

शिल्पकार प्रशिक्षण योजना (सीटीएस): यह योजना देश भर में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) के माध्यम से दीर्घकालिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए है। आईटीआई कई व्यावसायिक/कौशल प्रशिक्षण पाठ्यक्रम प्रस्तुत करते हैं, जो बड़ी संख्या में आर्थिक क्षेत्रों को कवर करते हैं। इसका उद्देश्य उद्योग को कुशल कार्यबल प्रदान करने के साथ-साथ युवाओं को स्वरोजगार मुहैया करना है।

पिछले तीन वर्षों (वित्तीय वर्ष 2021-22, वित्तीय वर्ष 2022-23 और वित्तीय वर्ष 2023-24) के दौरान गुजरात में शिल्पकार प्रशिक्षण योजना की प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, जन शिक्षण संस्थान, राष्ट्रीय शिक्षुता संवर्धन योजना और शिल्पकार प्रशिक्षण योजना योजनाओं के तहत प्रशिक्षित उम्मीदवारों की जिलेवार संख्या क्रमशः अनुलग्नक-I से IV में है।

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के पहले तीन संस्करणों में प्लेसमेंट को पूर्ण अल्पकालिक प्रशिक्षण घटक में ट्रैक किया गया था, जो कि वित्त वर्ष 2015-16 से वित्त वर्ष 2021-22 तक लागू पीएमवीवाई 1.0, पीएमकेवीवाई 2.0 और पीएमकेवीवाई 3.0 है। प्लेसमेंट को पीएमकेवीवाई 4.0 से अलग कर दिया गया है, योजना का वर्तमान संस्करण वित्त वर्ष 2022-23 से लागू किया जा रहा है। पिछले तीन वर्षों (वित्त वर्ष 2019-20, 2020-21, 2021-22) के दौरान पीएमकेवीवाई के अल्पकालिक प्रशिक्षण घटक के अंतर्गत गुजरात में रखे गए उम्मीदवारों का जिला-वार विवरण अनुबंध-V में है।

अनुलग्नक I,II,III, IV,V के लिए यहां क्लिक करें

यह जानकारी कौशल विकास और उद्यमिता (एमएसडीई) मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जयंत चौधरी ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दी।

 

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