महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
मिशन सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 का उद्देश्य बच्चों और माताओं में कुपोषण और अल्पपोषण की चुनौती से निपटने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को पूरा करने का एक कार्यक्रम है
प्रविष्टि तिथि:
24 JUL 2024 6:07PM by PIB Delhi
मिशन सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 का उद्देश्य पोषण सामग्री और वितरण में रणनीतिक बदलाव के माध्यम से बच्चों और माताओं में कुपोषण और अल्पपोषण, स्वास्थ्य, कल्याण और प्रतिरक्षा की चुनौती का समाधान करने की सरकार की प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए परिस्थितियों और अभिसारी पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है।
मिशन के तहत, आंगनवाड़ी केंद्रों के नेटवर्क के माध्यम से पात्र लाभार्थियों अर्थात 6 वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं तथा किशोरियों को पूरक पोषण प्रदान किया जाता है। खाद्यान्न अर्थात गेहूं, फोर्टिफाइड चावल और मोटे अनाज को गेहूं आधारित पोषण कार्यक्रम (डब्ल्यूबीएनपी) के अंतर्गत सभी राज्य सरकारों/संघ शासित प्रदेशों को बच्चों (छह महीने से 6 वर्ष) और गर्भवती महिलाओं तथा स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए आवंटित किया जाता है तथा किशोरियों के लिए योजना (एसएजी) के अंतर्गत सभी आकांक्षी जिलों और सभी पूर्वोत्तर राज्यों में 14-18 वर्ष की आयु वर्ग की किशोरियों को खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग (उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय) के माध्यम से पूरक आहार तैयार करने के लिए आवंटित किया जाता है।
मिशन के तहत जारी वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान पूरक पोषण कार्यक्रम (एसएनपी) के लिए 12554.53 करोड़ रुपये और किशोरियों के लिए योजना (एसएजी) के तहत 535.16 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। जारी वित्त वर्ष 2024-25 में एसएनपी के तहत 2153.05 करोड़ रुपये और एसएजी के तहत 26.50 करोड़ रुपये की राशि पहले ही विभिन्न राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को जारी की जा चुकी है।
यह जानकारी महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के उत्तर में दी।
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एमजी/एआर/आरपी/डीवी
(रिलीज़ आईडी: 2038397)
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