विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय
वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) और एम्स, नई दिल्ली एक पायलट परियोजना स्थापना और ‘रोगजनक जैव-चिकित्सा अपशिष्ट को मूल्यवर्धित मृदा योजकों में परिवर्तित करने’ पर अध्ययन करेंगे
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा सीएसआईआर के ‘एक सप्ताह एक थीम’ अभियान के शुभारंभ के अवसर पर 24 प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, उत्पाद लॉन्च और समझौता ज्ञापन किए गए
स्वास्थ्य सेवा, पोषण, पर्यावरण जैसे 8 चिह्नित विषयों पर आधारित प्रौद्योगिकी पैकेज, नवीन और स्वदेशी उत्पादों, प्रक्रियाओं को प्रदर्शित करने के लिए सप्ताह भर की गतिविधियां
Posted On:
25 JUN 2024 6:26PM by PIB Delhi
वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) और एम्स, नई दिल्ली के बीच एक पायलट परियोजना स्थापित करने और ‘रोगजनक जैव-चिकित्सा अपशिष्ट को मूल्य वर्धित मृदा योजकों में बदलने’ से जुड़ा एक अध्ययन करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस संबंध में सोमवार को नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने ‘एक सप्ताह एक थीम’ अभियान के उद्घाटन के अवसर पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
सीएसआईआर के उपाध्यक्ष डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की, जिसमें 24 प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, उत्पाद लॉन्च और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के लिए संबंधित उद्योग से जुड़े भागीदारों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। 2023 में सभी सीएसआईआर प्रयोगशालाओं द्वारा आयोजित ‘वन वीक वन लैब’ (एक सप्ताह एक प्रयोगशाला यानी ओडब्ल्यूओएल) अभियान की सफलता के बाद, डॉ. जितेंद्र सिंह ने प्रयोगशालाओं में प्रौद्योगिकी पैकेज, अभिनव और स्वदेशी उत्पादों, प्रक्रियाओं और उपकरणों पर थीम-आधारित सप्ताह भर की गतिविधियों को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से वर्ष 2024 के लिए जून से दिसंबर के महीने में ‘वन वीक वन थीम’ अभियान शुरू करने का प्रस्ताव रखा। ओडब्ल्यूओटी कार्यक्रम का उद्देश्य एमएसएमई, एसएचजी, कृषि उद्यमियों और स्टार्टअप को सशक्त बनाने के लिए उनकी उपलब्धियों को बढ़ावा देना और उद्योग के साथ सहयोग को प्रोत्साहन देना है।
- सीएसआईआर टीम द्वारा प्रयोगशालाओं के एकीकरण के साथ प्रदर्शित किए जाने के लिए 8 विषयों की पहचान की गई है -
प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, उत्पाद लॉन्च और उद्योगों के साथ हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापनों में निम्नलिखित बिंदु शामिल हैं-
- हाथ से चलने वाले आईओटी सक्षम फील्ड डिप्लॉयबल वाटर टेस्टिंग किट
- हाथ से चलने वाली मिनिमली इनवेसिव आधारित हीमोग्लोबिन मापने की प्रणाली
- बाजरा आधारित बन्स का विकास
- प्रोटीन आधारित उच्च-ऊर्जा वाले उत्पादों पर प्रौद्योगिकी
- गुणवत्तापूर्ण आवश्यक तेल (जेरेनियम) के आयात विकल्प और मूल्यवर्धित उत्पादों के उत्पादन के लिए एकीकृत प्रौद्योगिकियां
- हर्बल हेल्थ सॉफ्ट ड्रिंक (Pio)
- इलेक्ट्रिक टिलर
- कॉम्पैक्ट इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर
- एग्रीवेस्ट से लेदर के विकल्प (वीगन लेदर) बनाने पर पायलट परियोजना की स्थापना और अध्ययन
- जलकृषि तालाबों (एक्वाकल्चर पॉन्ड) में अपशिष्ट प्रबंधन के लिए माइक्रोबियल कंसोर्टियम
- पोर्टेबल एंड यूनिवर्सल मोटर-कम-पंप प्रदर्शन मॉनिटर (पीयू-एमपीपीएम)
- मोडबस आधारित ऊर्जा प्रबंधन प्रणाली (ईएमएस)
- एनारोबिक गैस लिफ्ट रिएक्टर (एजीआर): जैविक अपशिष्ट से बायोगैस और जैविक खाद के उत्पादन के लिए एक हाई रेट बायो मीथेनेशन तकनीक
- डीजल जेनसेट को दोहरे ईंधन मोड में बदलने की तकनीक
- रॉ बायोगैस को पाइपलाइन गुणवत्ता वाले बायो-मीथेन में अपग्रेड करना
- गैस पृथक्करण के लिए जिओलाइट प्रौद्योगिकी
- सीवीडी द्वारा स्वदेशी एमडबल्यूसीएनटी संश्लेषण और लचीले एमडब्ल्यूसीएनटी पेपर का विकास
- मानव स्तन कैंसर के विभिन्न प्रकारों, ग्रेड और चरणों का पता लगाने के लिए नए बायोमार्कर
- रोगजनक बायोमेडिकल अपशिष्ट को मूल्य वर्धित मृदा योजक में परिवर्तित करना
- पराली (कृषि अपशिष्ट) के सदाबहार हाइब्रिड कम्पोजिट
- बांस कम्पोजिट - सागौन की लकड़ी का विकल्प
- प्लास्टिक लाइनर के विकल्प के रूप में कम्पोस्टेबल बायो-रेजिन कोटिंग
उपर्युक्त थीम और परियोजनाओं को ओडब्ल्यूओटी अभियान में अन्य परियोजनाओं और प्रौद्योगिकियों के साथ प्रदर्शित किया जाएगा।
सीएसआईआर की महानिदेशक डॉ. एन. कलैसेल्वी और सीएसआईआर-सीबीआरआई रुड़की के निदेशक प्रो. आर. प्रदीप कुमार भी लॉन्च कार्यक्रम में मौजूद थे।
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