विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय
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वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय विज्ञान संचार एवं नीति अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर) ने ‘स्वयं एवं समाज के लिए योग’ पर ध्यान केंद्रित करते हुए योग महोत्सव का आयोजन किया

Posted On: 18 JUN 2024 7:12PM by PIB Bhopal

ज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के अंतर्गत वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय विज्ञान संचार एवं नीति अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर) ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय विज्ञान संचार एवं नीति अनुसंधान संस्थान (एनआईएससीपीआर) परिसर में ‘योग महोत्सव’ का उद्घाटन किया।

योग महोत्सव’ 18 से 21 जून तक चलने वाला चार दिवसीय उत्सव है, जिसमें व्यक्तिगत एवं सामाजिक कल्याण को प्रोत्साहन देने में योग के महत्व का उत्सव मनाया जाता है। यह कार्यक्रम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 के समारोहों के सिलसिले में आयोजित किया गया है और ‘स्वयं एवं समाज के लिए योग’ विषय पर जोर देता है

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के अंतर्गत वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय विज्ञान संचार एवं नीति अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर) में योग महोत्सव के उद्घाटन के दौरान श्रोताओं को संबोधित करते हुए सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सुजीत भट्टाचार्य

वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर)-राष्ट्रीय विज्ञान संचार एवं नीति अनुसंधान संस्थान (एनआईएससीपीआर) भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद के अंतर्गत एक घटक प्रयोगशाला है। यह विज्ञान संचार, नीति अनुसंधान और जनता के बीच वैज्ञानिक जागरूकता को प्रोत्साहन देने के लिए समर्पित है।

इस महोत्सव के उद्घाटन दिवस पर आयुष मंत्रालय के मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के प्रसिद्ध योग चिकित्सक डॉ. लक्ष्मी कंधन द्वारा "कार्यस्थल पर योग" के बारे में एक ज्ञानवर्धक सत्र आयोजित किया गया।

डॉ. कंधन ने अपनी गहन विशेषज्ञता के साथ, प्रचलित स्वास्थ्य समस्याओं को कम करने और इसके चिकित्सीय अनुप्रयोगों में योग की क्षमता का गहन अन्वेषण किया। उन्होंने योग, व्यावसायिक स्वास्थ्य के बारे में प्रचलित मिथकों और गलत सूचनाओं को भी दूर किया। इसके अलावा डॉ. कंधन ने कार्यस्थल पर गलत शारीरिक मुद्राओं को ठीक करने के तरीकों पर प्रकाश डाला, जो उनके संबोधन का मुख्य विषय था।

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