संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय
दूरसंचार विभाग ने दूरसंचार क्षेत्र में नवाचार और तकनीकी उन्नति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दो महत्वपूर्ण प्रस्तावों की घोषणा की
‘5जी इंटेलिजेंट विलेज’ और ‘क्वांटम एन्क्रिप्शन एल्गोरिदम’ श्रेणियों के तहत प्रस्ताव
इंटेलिजेंट विलेज इनिशिएटिव का उद्देश्य ग्रामीण जीवन में बदलाव लाने और डिजिटल समावेशन एवं आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए 5जी प्रौद्योगिकी का उपयोग करना है
क्वांटम एन्क्रिप्शन एल्गोरिदम डिजिटल संचार चैनलों के लिए एक अत्याधुनिक दृष्टिकोण प्रस्तुत करेगा
आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 31.07.2024 है
Posted On:
17 JUN 2024 9:04PM by PIB Bhopal
देश में नवोन्मेषी स्टार्टअप को बढ़ावा देने और अनुसंधान एवं उद्यमिता का एक परिवेश तैयार करने के उद्देश्य से दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने जय अनुसंधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए दूरसंचार क्षेत्र में नवाचार एवं तकनीकी उन्नति को बढ़ावा देने के लिए दो महत्वपूर्ण प्रस्तावों की घोषणा की है। ये पहल स्वदेशी अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देने, आईपी सृजन को प्रोत्साहित करने और देश भर में समावेशी डिजिटल विकास सुनिश्चित करने के लिए दूरसंचार विभाग की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती हैं।
ये प्रस्ताव '5जी इंटेलिजेंट विलेज' और 'क्वांटम एन्क्रिप्शन एल्गोरिदम' श्रेणियों के तहत लाए गए हैं। इनमें भागीदारी के लिए उद्योग, एमएसएमई, स्टार्टअप, शिक्षा जगत और उन सरकारी विभागों को आमंत्रित किया गया है जो दूरसंचार उत्पादों एवं समाधानों के प्रौद्योगिकी डिजाइन, विकास एवं वाणिज्यिकरण जैसे कार्यों में शामिल हैं।
इन प्रस्तावों के लिए रकम की व्यवस्था दूरसंचार विभाग की दूरसंचार तकनीकी विकास कोष (टीटीडीएफ) योजना के तहत की जाएगी। ये प्रस्ताव सामाजिक लाभ के लिए उन्नत तकनीकों का उपयोग करने और दूरसंचार नवाचार के क्षेत्र में भारत की अग्रणी भूमिका सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होंगे।
5जी इंटेलिजेंट विलेज
5जी इंटेलिजेंट विलेज इनिशिएटिव ग्रामीण समुदायों के उत्थान के लिए 5जी प्रौद्योगिकी की बदलावकारी ताकत का उपयोग करते हुए न्यायसंगत तकनीकी उन्नति की तत्काल आवश्यकता को पूरा करता है। इन प्रस्तावों- 'फ्रॉम कनेक्टिविटी गैप्स टु स्मार्ट सॉल्यूशंस: डिजाइनिंग 5जी नेटवर्क्स फॉर रूरल इनोवेशन- 5जी इंटेलिजेंट विलेजेज'- का उद्देश्य कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, शासन एवं सस्टेनेबिलिटी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान देना है। प्रस्तावित गांव निम्नलिखित हैं:
- धर्मज, जिला- आनंद, गुजरात
- रामगढ़ उर्फ राजाही, जिला- गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
- आनंदपुर जलबेरा, जिला- अंबाला, हरियाणा
- बाजारगांव, जिला- नागपुर, महाराष्ट्र
- भगवानपुरा, जिला- भीलवाड़ा, राजस्थान
- डबलोंग, जिला- नागांव, असम
- रावसर, जिला- अशोकनगर, मध्य प्रदेश
- आरी, जिला- गुना, मध्य प्रदेश
- बांसखेड़ी, जिला- शिवपुरी, मध्य प्रदेश
- बुर्रीपालेम, जिला- गुंटूर, आंध्र प्रदेश
चयनित गांवों को 5जी के अल्ट्रा-रिलायबल लो-लेटेंसी कम्युनिकेशन (यूआरएलएलसी) और मैसिव मशीन टाइप कम्युनिकेशन (एमएमटीसी) तकनीकों का प्रभावी तौर पर उपयोग में समर्थ बनाने के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए गए हैं, जो 5जी कनेक्टिविटी के फायदों को प्रदर्शित करते हैं। इन प्रस्तावों में मौजूदा कवरेज के दायरे से बाहर के क्षेत्रों में भी 5जी कनेक्टिविटी स्थापित करने की योजना शामिल हो सकती है। इस पहल का उद्देश्य 5जी के संभावित फायदों का पता लगाने और उनका दोहन करने के लिए दूरसंचार सेवा प्रदाताओं, सेंसर विनिर्माताओं, सीसीटीवी आपूर्तिकर्ताओं और आईओटी सेवा प्रदाताओं को एक ही प्लेटफॉर्म पर जुटाना है। इस प्रकार यह प्लेटफॉर्म इस क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास के एक प्रमुख केंद्र के रूप में कार्य करेगा। अधिक जानकारी के लिए (https://ttdf.usof.gov.in/users/intelligentvillage) देखें।
क्वांटम एन्क्रिप्शन एल्गोरिदम (क्यूईए)
विशेष रूप से भारत पर केंद्रित क्वांटम एन्क्रिप्शन एल्गोरिदम (क्यूईए) को विकसित करने के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए गए हैं, जो क्वांटम मैकेनिक्स के सिद्धांतों का फायदा उठाते हुए डिजिटल संचार चैनलों के लिए एक अत्याधुनिक दृष्टिकोण प्रस्तुत करेगा। इस एल्गोरिदम से बेहतरीन सुरक्षा, उन्नत एन्क्रिप्शन क्षमता, अल्ट्राफास्ट एवं कुशल एन्क्रिप्शन आदि सुनिश्चित होनी चाहिए। अधिक जानकारी के लिए (https://ttdf.usof.gov.in/users/quantumencryption) देखें।
अंतिम तिथि: आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 31.07.2024 है
दूरसंचार विभाग डिजिटल तौर पर एक मजबूत भविष्य सुनिश्चित करने के लिए 5जी और क्वांटम एन्क्रिप्शन की क्षमता को साकार करने के लिए साथ मिलकर प्रयास करने की उम्मीद करता है। अधिक जानकारी के लिए https://ttdf.usof.gov.in/ पर जाएं।
दूरसंचार तकनीकी विकास कोष (टीटीडीएफ) के बारे में
दूरसंचार क्षेत्र में अनुसंधान, डिजाइन, प्रोटोटाइपिंग, अवधारणा परीक्षण के प्रमाण, आईपीआर सृजन, क्षेत्र परीक्षण, सुरक्षा, प्रमाणन और उत्पादों के विनिर्माण आदि के परिवेश को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार के दूरसंचार विभाग (डीओटी) के यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड (यूएसओएफ) के तहत दूरसंचार तकनीकी विकास कोष (टीटीडीएफ) की स्थापना की गई है। टीटीडीएफ पर विस्तृत दिशानिर्देश के लिए https://ttdf.usof.gov.in/ पर जाएं।
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एमजी/एएम/एसकेसी
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