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एसजेवीएन ने गुजरात में अपना 100 मेगावाट का राघनेसडा सौर ऊर्जा स्टेशन चालू किया

Posted On: 27 FEB 2024 9:06PM by PIB Delhi

सतलुज जल विद्युत निगम (एसजेवीएन) लिमिटेड ने टिकाऊ ऊर्जा समाधानों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करते हुए, गुजरात के बनासकांठा जिले में स्थित अपना 100 मेगावाट का राघनेसडा सौर ऊर्जा स्टेशन चालू किया है। यह परियोजना पहले वर्ष में 252 मिलियन यूनिट ऊर्जा का सृजन करेगी और 25 वर्षों की अवधि में इससे संचयी ऊर्जा उत्पादन 5,805 मिलियन यूनिट होने का अनुमान है। जनवरी 2022 में हस्ताक्षरित एक दीर्घकालिक विद्युत खरीद अनुबंध के तहत राघनेसडा सौर ऊर्जा स्टेशन द्वारा उत्पादित विद्युत की 25 वर्षों के लिए गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (जीयूवीएनएल) को आपूर्ति की जाएगी।

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इस परियोजना के चालू होने से एसजेवीएन की स्थापित क्षमता 2,377 मेगावाट हो गयी है। 23 फरवरी, 2024 को उत्तर प्रदेश में 50 मेगावाट के गुजराई सौर ऊर्जा स्टेशन के चालू होने के बाद इस महीने एसजेवीएन की दूसरी सौर परियोजना की शुरुआत होना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

एसजेवीएन लिमिटेड की नवीकरणीय शाखा, एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने जीयूवीएनएल द्वारा आयोजित टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धी बोली के माध्यम से 2.64 रुपये प्रति यूनिट के टैरिफ पर 100 मेगावाट राघनेसडा सौर ऊर्जा स्टेशन को हासिल किया था। इस परियोजना की निर्माण और विकास की लागत 642 करोड़ रुपये है।

एसजेवीएन की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्रीमती गीता कपूर ने कहा कि कंपनी की ग्यारहवीं बिजली परियोजना का चालू होना देश के हरित ऊर्जा परिदृश्य को आगे बढ़ाने और ऊर्जा क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में कंपनी की स्थिति को और मजबूत बनाने के बारे में एसजेवीएन के समर्पण को दर्शाता है।

एसजेवीएन ने हरित पहल और जिम्मेदार विकास के प्रति अपने समर्पण को मजबूत करते हुए इस परियोजना के लिए ग्लोबल एक्शन फॉर रिकॉन्सिलिंग इकोनॉमिक ग्रोथ एंड एनवायर्नमेंटल प्रिजर्वेशन (ग्रीन) कार्यक्रम के तहत जापान बैंक फॉर इंटरनेशनल कोऑपरेशन से वित्तपोषण प्राप्त किया था। यह परियोजना गुजरात राज्य के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों में महत्वपूर्ण योगदान देगी और क्षेत्र में ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देने में भी मदद करेगी।

एसजेवीएन लिमिटेड, भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत एक मिनी रत्न-श्रेणी-I और अनुसूची-'ए' के केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम ने 24 मई, 1988 को भारत सरकार और हिमाचल प्रदेश सरकार के एक संयुक्त उद्यम के रूप में अपनी यात्रा शुरू की थी।

एक सूचीबद्ध इकाई, एसजेवीएन के 55 प्रतिशत शेयर भारत सरकार के पास, 26.85 प्रतिशत हिमाचल प्रदेश सरकार के पास और शेष 18.15 प्रतिशत जनता के पास हैं। एसजेवीएन ने ऊर्जा के लगभग सभी रूपों यानी हाइड्रो, थर्मल, पवन, सौर, पावर ट्रेडिंग और ट्रांसमिशन में विविधता अपनाई है। आगे बढ़ने के उद्देश्य के साथ, एसजेवीएन ने वर्ष 2030 तक 25,000 मेगावाट स्थापित क्षमता और वर्ष 2040 तक 50,000 मेगावाट स्थापित क्षमता के साझा दृष्टिकोण को प्राप्त करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है।

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