जल शक्ति मंत्रालय
जल शक्ति मंत्रालय 01 दिसंबर, 2023 को दिल्ली के महरौली स्थित शम्सी तालाब, जहाज महल में 'जल इतिहास उत्सव' का आयोजन करेगा
प्रविष्टि तिथि:
30 NOV 2023 5:29PM by PIB Delhi
राष्ट्रीय जल मिशन, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग, जल शक्ति मंत्रालय 01 दिसंबर, 2023 को दिल्ली के महरौली स्थित शम्सी तालाब, जहाज महल में 'जल इतिहास उत्सव' का आयोजन करने जा रहा है, जिसका उद्देश्य जल विरासत स्थलों की सुरक्षा के प्रति सार्वजनिक चेतना बढ़ाना, जनता के बीच स्वामित्व की भावना उत्पन्न करना, पर्यटन को बढ़ावा देना और साथ ही ऐसी विरासत संरचनाओं का जीर्णोद्धार करना है। इस अवसर पर दिल्ली के उपराज्यपाल श्री विनय कुमार सक्सेना, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत और केंद्र तथा राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे।

यह भव्य आयोजन 15 नवंबर, 2023 से 30 नवंबर, 2023 तक पूरे देश के विभिन्न जिलों में 75 'प्राकृतिक जल विरासत संरचनाओं' में मनाए जा रहे “जल विरासत पखवाड़े” के समापन का प्रतीक है और यह राष्ट्रव्यापी अभियान 'जल शक्ति अभियान: कैच द रेन' 2023 के सफल समापन का भी प्रतीक है। इस आयोजन का उद्देश्य सामुदायिक संपर्क के लिए पोषित स्थानों के रूप में जल निकायों की केंद्रीयता को उजागर करना है।
महरौली स्थित शम्सी तालाब, जहाज महल का जीर्णोद्धार कार्य निश्चित रूप से केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के अभिसरण को दर्शाता है। तालाब की सफाई और पार्क का समतलीकरण/सफाई आदि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और एमसीडी की सहायता से शुरू किया गया है। इसे एक ई-बुक के रूप में प्रलेखित किया गया है, जिसका विमोचन कार्यक्रम के दौरान किया जाएगा। इसके अलावा, “जल इतिहास यात्रा” पर एक छोटा वीडियो, जो 75 चिन्हित जल विरासत स्थलों को प्रदर्शित करता है, कार्यक्रम में दिखाया जाएगा। इसके अलावा, कार्यक्रम में विश्व प्रसिद्ध वायलिन वादक सुश्री सुनीता भुइयां एक संगीत कार्यक्रम “फ्लोइंग स्ट्रिंग्स” प्रस्तुत करेंगी। राष्ट्र की विरासत जल संरचनाओं के संरक्षण के लिए, जल शक्ति मंत्रालय ने आजादी का अमृत महोत्सव के भाग के रूप में पूरे देश में 75 'प्राकृतिक जल विरासत संरचनाओं' की पहचान करने के लिए एनएमसीजी के पूर्व महानिदेशक, श्री आर आर मिश्रा की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया था। समिति ने 75 जल विरासत संरचनाओं का चयन किया जिन्हें भारत-डब्ल्यूआरआईएस पोर्टल (https://indiawris.gov.in/wris/#/jalitihaas) पर जल इतिहास उप-पोर्टल पर प्रदर्शित किया गया है।
जल शक्ति मंत्रालय ने “पेयजल के लिए स्रोत स्थिरता” विषय के साथ पूरे देश में 'जल शक्ति अभियान: कैच द रेन' 2023 (जेएसए: सीटीआर-2023) को सफलतापूर्वक लागू किया है। जेएसए: सीटीआर इस प्रकार के अभियानों की श्रृंखला में चौथा है, जिसका उद्देश्य बारिश की तैयारी में सबको शामिल करना है, ताकि जितना संभव हो सके हम बारिश के पानी का भंडारण और उपयोग कर सकें और अपने भूजल भंडार को फिर से भर सकें। जेएसए: सीटीआर इस वर्ष 04.03.2023 से 30.11.2023 तक लागू किया गया, जिसमें जल जीवन मिशन द्वारा चिन्हित 150 जल संकटग्रस्त जिलों में पेयजल स्रोतों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
भारत में नदियों सहित अपने जल संसाधनों के प्रति सम्मान रखने की एक समृद्ध परंपरा रही है। हालांकि, भारत के जल संसाधन पर अत्यधिक दबाव है जो बढ़ रहा है। इन परिस्थितियों में, सभी नागरिकों को जल संबंधित मुद्दों के प्रति गंभीर और संवेदनशील होने की आवश्यकता है। इस संदर्भ में, हमारी समृद्ध पारंपरिक जल प्रणालियां वर्तमान समय में अनेक सबक देती हैं और इस आयोजन का उद्देश्य इन सबको उजागर करना और जल निकायों के साथ सामुदायिक जुड़ाव को बढ़ावा देना है।
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एमजी/एआर/एके/एजे
(रिलीज़ आईडी: 1981267)
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