संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय

संचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान ने अहमदाबाद में हैमफेस्ट इंडिया- 2023 का उद्घाटन किया


हैमफेस्ट इंडिया- 2023: नेटवर्किंग, ज्ञान साझा करने और क्षेत्र में प्रगति के लिए पूरे विश्व के एमेच्योर रेडियो उत्साही लोगों को एकजुट करना है

हर गांव में एक हैम होना चाहिए: संचार राज्य मंत्री

संचार के विफल होने पर हैम्स हमेशा सहायता के लिए तैयार रहती हैं

हैम शिक्षा को पूरे देश में व्यापक रूप से अपनाए जाने की स्थिति को सुनिश्चित करने के लिए इसे प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में एकीकृत करने के साथ आपदा प्रतिक्रिया में सहायता की जानी चाहिए: राज्य मंत्री

Posted On: 25 NOV 2023 8:36PM by PIB Delhi

एमेच्योर (शौकिया) रेडियो की दुनिया में आज का दिन महत्वपूर्ण रहा। संचार राज्य मंत्री श्री देवुसिंह चौहान ने गुजरात के अहमदाबाद स्थित साइंस सिटी के विज्ञान भवन में हैमफेस्ट इंडिया- 2023 का उद्घाटन किया। इस दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन की शुरुआत 25 नवंबर, 2023 को हुई।

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इस अवसर पर श्री देवुसिंह चौहान ने एक सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि लगभग 1000 से अधिक एमेच्योर रेडियो (हैम) ने हैमफेस्ट इंडिया- 2023 में हिस्सा लिया। जब सभी संचार विफल हो जाता है तो हैम्स सहायता के लिए हमेशा तैयार रहती हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और कैबिनेट मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव के मार्गदर्शन में मंत्रालय के अधीन डब्ल्यूपीसी शाखा ने हैम रेडियो परीक्षण व प्रमाणन, नियमों और प्रक्रियाओं के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार किए हैं। सरल संचार पोर्टल को तत्काल लाइसेंस जारी किए जाने के साथ इसके कार्यान्वयन को काफी अच्छी प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है।

मंत्री ने आगे अपनी सोच को व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मेरा मानना ​​है कि हर गांव में एक हैम होना चाहिए, जैसा कि कुछ अन्य देशों में है, जहां 1 लाख से अधिक हैम हैं। हैम का प्रसार भारत के हर गांव तक होना चाहिए।''

श्री देवुसिंह चौहान ने समाज के हित में इसके व्यापक उपयोग की पैरवी की और आपात स्थिति में हैम तकनीक की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने इसे पूरे देश में व्यापक रूप से अपनाने को सुनिश्चित करने के लिए प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों में हैम शिक्षा के एकीकरण और आपदा प्रतिक्रिया में सहायता करने का अनुरोध किया। उन्होंने हैम टीम के प्रयासों की सराहना की। साथ ही, उन्हें अपना उल्लेखनीय कार्य जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।

हैमफेस्ट इंडिया- 2023 नवीनतम नवाचारों, संचार तकनीकों और तकनीकी प्रगति का प्रदर्शन करने के साथ एमेच्योर रेडियो संचालकों के एक विविध समुदाय को एक साथ लाता है। डिजाइन और नवाचारों को रेखांकित करने वाली 10 से अधिक तकनीकी कार्यशालाओं और 5 स्टालों के साथ यह कार्यक्रम उत्साही लोगों को संभावनाएं तलाशने और इससे जुड़ने के लिए एक व्यापक मंच प्रदान करता है। यह आयोजन न केवल हैम से जुड़ने के लिए मंच प्रदान करता है, बल्कि एक व्यापार प्रदर्शनी, पिस्सू बाजार और हैम रेडियो संचालकों के हितों को पूरा करने के लिए तैयार की गई गतिविधियों की एक श्रृंखला की मेजबानी भी करता है।

हैमफेस्ट इंडिया की प्राथमिक बिंदुओं में से एक हैम के लिए आईबॉल क्यूएसओ (फेस-टू-फेस मीटिंग) में शामिल होने का अवसर है, जो नियमित रेडियो संवाद के दौरान शायद ही कभी संभव होता है। हैमफेस्ट इंडिया के तहत लाइसेंस परीक्षण सत्रों और वाणिज्यिक विक्रेताओं व व्यक्तिगत हैम की ओर से विभिन्न रेडियो उपकरणों के प्रदर्शन और बिक्री के साथ-साथ एमेच्योर रेडियो के तकनीकी, परिचालन और कानूनी पहलुओं पर सेमिनार के आयोजन को शामिल किया गया है।

तकनीकी जुड़ाव के अलावा हैमफेस्ट इंडिया- 2023 सांस्कृतिक कार्यक्रमों व फोटो सत्रों को एकीकृत करता है, जो प्रतिभागियों के अनुभव को और अधिक समृद्ध करता है।

 

इतिहास और महत्व

हैमफेस्ट इंडिया- 2023 एमेच्योर रेडियो की निरंतर भावना व विकास, उत्साही लोगों को एकजुट करने, नवाचार को बढ़ावा देने और क्षेत्र में प्रगति का उत्सव मनाने के प्रतीक के रूप में है। एक ही मंच पर भारतीय हैम की सबसे बड़े जुटाव के रूप में यह आयोजन भारत में एमेच्योर रेडियो संचालकों के जीवंत और समृद्ध समुदाय का प्रतीक है।

हैमफेस्ट इंडिया कार्यक्रम भारत में एमेच्योर रेडियो के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, जिसकी शुरुआत साल 1991 में हुई थी। यह आयोजन एमेच्योर रेडियो उत्साही लोगों को एकजुट करने, नेटवर्किंग, ज्ञान साझा करने और इस क्षेत्र के नवीनतम विकास के बारे में अपडेट रहने के लिए एक मंच प्रदान करने में महत्वपूर्ण रहा है।

भारत में एमेच्योर रेडियो की यात्रा 1920 के दशक से शुरू होती है, जब सिग्नल कॉर्प्स के अधिकारियों ने इस आकर्षक रूचि के बीज बोए थे। अमरेंद्र चंद्र गुप्तू और मुकुल बोस, भारत में एमेच्योर रेडियो संचालन के अग्रदूतों में से थे और स्वतंत्रता संघर्ष व कभी-कभार रुकावटों के बावजूद तब से यह समुदाय लगातार बढ़ रहा है। स्वतंत्रता के बाद साल 1948 में एमेच्योर रेडियो क्लब ऑफ इंडिया की स्थापना ने भारत के शौकिया रेडियो की कहानी में एक नया अध्याय शुरू किया है। पिछले कई दशकों से हैमफेस्ट इंडिया ने नवाचार, सामुदायिक निर्माण और सेवा को बढ़ावा देने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

 

एमेच्योर रेडियो (हैम रेडियो) के बारे में

एमेच्योर रेडियो एक लोकप्रिय रूचि है, जिसमें गैर-व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी स्पेक्ट्रम का उपयोग शामिल है। हैम रेडियो संचालक प्रतियोगिताओं, आपातकालीन संचार सहायता, प्रयोग, तकनीकी शिक्षा और सामुदायिक सहभागिता जैसी विविध गतिविधियों में शामिल होकर, निर्दिष्ट रेडियो फ्रीक्वेंसी का उपयोग करके संचार स्थापित करते हैं।

यह रूचि तकनीकी शिक्षा, सामुदायिक जुड़ाव और रेडियो तरंगों के माध्यम से वैश्विक कनेक्टिविटी का एक अनूठा मिश्रण प्रदान करता है, जो नवाचार व सेवा पर जोर देता है।

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