सूचना और प्रसारण मंत्रालय
महाराष्ट्र राजभवन में झारखंड राज्य स्थापना दिवस मनाया गया
महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री रमेश बैस ने झारखंड को ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ रचना बताया
प्रविष्टि तिथि:
15 NOV 2023 7:41PM by PIB Delhi
महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस ने आज झारखंड को भगवान की सबसे बेहतरीन रचनाओं में से एक बताया। यह कहते हुए कि झारखंड प्रचुर प्रकृति, खनिजों और कला से संपन्न है, राज्यपाल ने कहा कि सरकार झारखंड की समृद्ध कला को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दे रही है।
झारखंड के राज्यपाल के रूप में अपने कार्यकाल को याद करते हुए राज्यपाल ने कहा कि राज्य में ऐसी जनजातियाँ हैं जो पेड़ों और प्रकृति की पूजा करती हैं। उन्होंने कहा कि प्रकृति की सुरक्षा को धार्मिक महत्व देने से जैव विविधता के संरक्षण में मदद मिली है।
राज्यपाल बुधवार (1 नवंबर) को महाराष्ट्र राजभवन मुंबई में पहली बार आयोजित झारखंड राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम में बोल रहे थे। यह कार्यक्रम भारत सरकार की 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' पहल के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया था।
शहीद बिरसा मुंडा को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए राज्यपाल बैस ने कहा कि महाराष्ट्र आने से पहले उन्हें झारखंड के राज्यपाल के रूप में सेवा करने का सौभाग्य मिला था।
राज्यपाल ने कहा कि देश भर के सभी राजभवनों में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्थापना दिवस के उत्सव ने अखंडता और राष्ट्रीय एकता के उद्देश्य को मजबूत किया है।
झारखंड के कलाकारों द्वारा झारखंड के लोक नृत्य और संस्कृति को प्रदर्शित करने वाला एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन सांस्कृतिक कार्य निदेशालय झारखंड, जय फाउंडेशन और रुद्र प्रतिष्ठान के सहयोग से किया गया था।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में छठ पूजा, छऊ नृत्य, कावड़ यात्रा, पाइका नृत्य, फगुआ नृत्य, करम नृत्य, माघे नृत्य आदि प्रस्तुत किये गये।
इस अवसर पर राज्यपाल ने रूद्र प्रतिष्ठान एवं जय फाउंडेशन के संस्थापक धनजय सिंह, पूर्व सांसद संजीव नायक, कलाकार सृष्टिधर महतो एवं लखन गुरिया, श्रीमती लालमती सिंह, सीमा सिंह एवं अन्य कलाकारों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन द्वारा भेजा गया एक वीडियो संदेश दिखाया गया। साथ ही झारखंड राज्य पर एक ऑडियो-विजुअल फिल्म भी दिखाई गई।
राज्यपाल की सचिव (अतिरिक्त प्रभार) श्वेता सिंघल ने स्वागत भाषण दिया, जबकि राज्यपाल के गृह नियंत्रक अरुण आनंदकर ने धन्यवाद ज्ञापन रखा।
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एमजी/एआर/आरपी/डीवी
(रिलीज़ आईडी: 1978814)
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