पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय

श्री सर्बानंद सोनोवाल ने जनवरी, 2024 तक पूर्वोत्तर की महत्वपूर्ण परियोजनाओं को पूरा करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है


असम में अंतर्देशीय जलमार्ग और आयुष में ₹275 करोड़ की परियोजनाएं जनवरी, 2024 तक पूरी हो जाएंगी: श्री सोनोवाल

केंद्र ने पूर्वोत्तर में अंतर्देशीय जलमार्ग की 25 परियोजनाओं के लिए पिछले 2 वर्षों में 1100 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं, जिसमें असम की 850 करोड़ रुपए की 15 परियोजनाएं शामिल हैं: श्री सोनोवाल

जनवरी 2024 तक अंतर्देशीय जलमार्ग में 9 जेटी वाली छह परियोजनाओं और आयुष की 2 परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा

केंद्रीय मंत्री ने भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण को ब्रह्मपुत्र के 88 उथले मार्गों पर खुदाई करने का निर्देश दिया

Posted On: 21 NOV 2023 8:17PM by PIB Delhi

केंद्रीय बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग तथा आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में दोनों मंत्रालयों की चल रही परियोजनाओं की समीक्षा के लिए आज गुवाहाटी में, बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग (एमओपीएसडब्ल्यू) और आयुष मंत्रालय (एमओए) के एक बैठक की अध्यक्षता की। मंत्री ने जनवरी, 2024 तक पूर्वोत्तर की महत्वपूर्ण परियोजनाओं को पूरा करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी।

समीक्षा के दौरान, एमओपीएसडब्ल्यू और एमओए के वरिष्ठ अधिकारियों ने क्षेत्र में चल रही परियोजनाओं की स्थिति प्रस्तुत की। पूर्वोत्तर क्षेत्र में अंतर्देशीय जलमार्गों की 25 परियोजनाओं के विकास के लिए 1100 करोड़ रुपए से अधिक की मंजूरी दी गई, जिसमें असम के 850 करोड़ रुपए की 15 परियोजनाओं भी शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को जोगीघोपा, पांडु, बिश्वनाथ, निमाती, बिंधाकाटा, उरीआमघाट और सदिया के सात फ्लोटिंग घाटों को पूरा करने का निर्देश दिया। इसके अलावा, डिब्रूगढ़ के बोगीबील में स्थायी घाट, करीमगंज के बदरपुर में घाट का नवीनीकरण भी पूरा किया जाना है। त्रिपुरा के सोनामुरा में बन रहे एक स्थायी घाट के भी पूरा होने की संभावना है। श्री सोनोवाल ने ब्रह्मपुत्र में 15 फ्लोटिंग जेटी और बराक नदी में 15 फ्लोटिंग जेटी पर काम की प्रगति की भी समीक्षा की। जहाजों के सुचारू मार्ग को सुनिश्चित करने के लिए, उन्होंने IWAI के अधिकारियों को ब्रह्मपुत्र पर पहले से चिह्नित किए  गए 88 उथले मार्गों को नियमित रूप से खोदने का निर्देश दिया। इस पहल से कार्गो और पर्यटक घाटों में हालिया तेजी बरकरार रहेगी।

इस अवसर पर बोलते हुए, श्री सोनोवाल ने कहा, “प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के  नेतृत्व में, बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग और आयुष मंत्रालय पूर्वोत्तर भारत के समृद्ध अवसरों को पहचानकर साकार करने की दिशा में काम कर रहे हैं ताकि इसे भारत के आर्थिक का इंजन बनाया जा सके।” आज, हमने पूर्वोत्तर में महत्वपूर्ण परियोजनाओं की प्रगति के संबंध में दोनों मंत्रालयों के शीर्ष अधिकारियों के साथ एक बहुत ही उपयोगी समीक्षा बैठक की। परिवहन के माध्यम से परिवर्तन के मोदी जी के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए, हमने क्षेत्र में महत्वपूर्ण परियोजनाओं की पहचान की है जो जनवरी 2024 तक पूरी हो जाएंगी। हमने परियोजनाओं को चिह्नित कर प्रत्येक परियोजना को पूरा होने की समय सीमा निर्धारित की है ताकि सारी परियोजनाओं को उस सीमारेखा में पूरा किया जा सके। अंतर्देशीय जलमार्ग की छह परियोजनाओं में से, ब्रह्मपुत्र पर सात फ्लोटिंग घाट, बोगीबील में स्थायी घाट, त्रिपुरा के सोनामुरा में स्थायी जेट्टी, बोगीबील और पांडु में फ्लोटिंग जेट्टी और बदरपुर में जेट्टी का नवीनीकरण पूरा हो जाएगा। हम जनवरी, 2024 तक 150 करोड़ रुपये की इन परियोजनाओं को लॉन्च करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'

आयुष मंत्रालय वर्तमान में पूरे पूर्वोत्तर में 286 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का निर्माण कर रहा है। मंत्री ने अधिकारियों को परियोजनाओं को आगे बढ़ाने और गति देने का निर्देश दिया। डिब्रूगढ़ में 80.66 करोड़ रुपए के योग और प्राकृतिक चिकित्सा अस्पताल का शिलान्यास और गुवाहाटी में 34.33 करोड़ रुपए के क्षेत्रीय होम्योपैथी अनुसंधान संस्थान (आरआरआईएच) और एकीकृत आयुष कल्याण केंद्र के नए भवन का शिलान्यास जनवरी, 2024 तक किया जाएगा। उन्होंने गुवाहाटी में केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान (सीएआरआई) में 10.45 करोड़ रुपए के निवेश से जी+3 और जी+2 भवनों को पूरा करने का भी निर्देश दिया, जिनका उद्घाटन दिसंबर, 2023 तक किया जाना है।

आगे बोलते हुए उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाली हमारी सरकार के लिए आयुष रुचि का एक प्रमुख क्षेत्र है। पूर्वोत्तर के पास इस क्षेत्र में और भी बहुत कुछ करने की प्रचुर क्षमता है। प्रधानमंत्री मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में, हम कई परियोजनाओं की पहचान करने और उन पर अपना काम शुरू करने में सक्षम हुए हैं। पूर्वोत्तर में आयुष की अधिकतम क्षमता का अनुभव करने के लिए विस्तार और तीव्रता महत्वपूर्ण है। वर्तमान में इस क्षेत्र में चल रही क 9 निर्माण परियोजनाओं में से, हम कम से कम 3 परियोजनाओं में ठोस प्रगति की उम्मीद करते हैं; जो हैं- सीएआरआई, गुवाहाटी में विस्तार का उद्घाटन, डिब्रूगढ़ में योग और प्राकृतिक चिकित्सा अस्पताल की आधारशिला, और जनवरी, 2024 तक गुवाहाटी के अज़ारा में क्षेत्रीय होम्योपैथी अनुसंधान संस्थान और एकीकृत आयुष केंद्र के स्थायी परिसर की आधारशिला।”

केंद्रीय मंत्री को क्षेत्र में वर्तमान में चल रही आयुष स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों जैसी परियोजनाओं के बारे में भी अवगत कराया गया। क्षेत्र में कुल स्वीकृत 830 एएचडब्ल्यूसी  मे से, 495 से अधिक केंद्रों ने काम करना शुरू कर दिया है। क्षेत्र में 33 से अधिक एकीकृत आयुष अस्पताल (आईएएच) स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से 09 पहले से ही कार्य कर रहे हैं। मंत्रालय द्वारा कुल 8 आयुष शिक्षा संस्थानों (यूजी और पीजी) को सहायता दिया जा रहा है। तीन नए आयुष संस्थान - गंगटोक में सोवा रिग्पा, केइराओ, मणिपुर में होम्योपैथी   और दुधनोई में एक संस्थान को मंजूरी दी गई है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में, 155 से अधिक आयुष औषधालयों को मंजूरी दी गई, जिनमें से 100 से अधिक असम में हैं।

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