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राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) ने आईआरडीएआई के सहयोग से एबीडीएम एकीकरण और एनएचसीएक्स अपनाने पर उत्प्रेरक कार्यशालाएं अयोजित की


कार्यशालाएं आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के साथ पूरी तरह जुड़ने और राष्ट्रीय स्वास्थ्य दावा एक्सचेंज (एनएचसीएक्स) के संचालन में स्वास्थ्य बीमा को सशक्त बनाने पर केन्द्रित

Posted On: 14 NOV 2023 6:49PM by PIB Delhi

राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) और भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा विकसित एक डिजिटल स्वास्थ्य दावा मंच, राष्ट्रीय स्वास्थ्य दावा एक्सचेंज (एनएचसीएक्स) को संचालित करने के लिए हाथ मिलाया है। यह पहल जून 2023 में आईआरडीएआई द्वारा जारी एक परिपत्र के संदर्भ में की गई है, जिसके तहत बीमा नियामक ने सभी बीमाकर्ताओं और प्रदाताओं को एनएचसीएक्स को शामिल करने की सलाह दी थी।

एनएचसीएक्स स्वास्थ्य देखरेख और स्वास्थ्य बीमा इकोसिस्टम में विभिन्न हितधारकों के बीच दावों से संबंधित जानकारी के आदान-प्रदान के लिए एक प्रवेश द्वार के रूप में काम करेगा। एनएचसीएक्स के साथ जुड़ने से स्वास्थ्य दावों से निपटने के लिए अन्य प्रणालियों के साथ निर्बाध काम किया जा सकेगा, बीमा उद्योग में दक्षता और पारदर्शिता बढ़ेगी और पॉलिसीधारकों और रोगियों को लाभ होगा।

इस संबंध में, 7 से 9 नवम्बर तक नई दिल्ली में एक तीन दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई, जिसका उद्देश्य मुख्य रूप से अस्पताल प्रदाताओं को एनएचसीएक्स में शामिल करना और बीमा कंपनियों को एनएचसीएक्स के साथ पूरी तरह से जोड़ना था। यह कार्यशाला एनएचए और आईआरडीएआई द्वारा आयोजित कार्यशालाओं की श्रृंखला में तीसरी थी। पहली दो कार्यशालाएँ इस वर्ष अगस्त और अक्टूबर में आयोजित की गईं थी और इसमें बीमा कंपनियों और टीपीए की भागीदारी थी।

इन कार्यशालाओं में 45 संगठनों - बीमा कंपनियों, टीपीए और अस्पतालों का प्रतिनिधित्व करने वाले 150 से अधिक पेशेवरों ने भाग लिया। कार्यशालाओं में बीमा कंपनियों द्वारा की गई उत्साहजनक प्रगति को ध्यान में रखते हुए, संगठनों को एनएचसीएक्स के संचालन के लिए एक नेटवर्क अस्पताल के साथ-साथ अपने सबसे लोकप्रिय खुदरा उत्पाद का चयन करने की सलाह दी गई।

इस कार्यशाला में 10 अस्पतालों ने भाग लिया, जिनमें से प्रत्येक को एक बीमा कंपनी को सौंपा गया था। इन अस्पतालों की तकनीकी और व्यावसायिक टीमों को एनएचसीएक्स पर शामिल होने के लिए एनएचए, आईआरडीएआई और एनआरसीईएस (ईएचआर मानकों के लिए राष्ट्रीय संसाधन केन्द्र) की टीमों द्वारा निर्देशित किया गया। कार्यशाला के अंत में, 10 अस्पतालों अर्थात् जूपीटर हॉस्पिटल, ठाणे; कावेरी अस्पताल, चेन्नई; ए जे हॉस्पिटल रिसर्च एंड रिसर्च सेंटर, बेंगलुरु; सर्वोदय अस्पताल, फ़रीदाबाद; फोर्टिस अस्पताल, गुरुग्राम; फोर्टिस अस्पताल, नोएडा; श्री बालाजी एक्शन हॉस्पिटल, दिल्ली; सनार इंटरनेशनल हॉस्पिटल, गुरुग्राम; सेंटर फॉर साइट, द्वारका, दिल्ली; और नारायण हृदयालय को एनएचसीएक्स प्रदाता रजिस्ट्री में शामिल किया गया था।

इसके अलावा, इन अस्पतालों के अस्पताल/दावा प्रबंधन प्रणाली (एचएमआईएस), अर्थात् मेसर्स जूपीटर हॉस्पिटल्स, कावेरी हॉस्पिटल्स, अखिल सिस्टम्स, करे एक्सपर्ट, फोर्टिस हॉस्पिटल्स, नारायण हृदयालय और विटराय टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) से जुड़ने के लिए अपेक्षित एम1 को पूरा करने में सक्षम थे, जो एनएचसीएक्स एकीकरण को पूरा करने के लिए एक आवश्यक कदम है। एम1 एकीकरण एक सॉफ्टवेयर को आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (एबीएचए) बनाने और सत्यापित करने में सक्षम बनाता है।

कार्यशाला में आठ बीमा कंपनियों/टीपीए का एनएचसीएक्स के साथ पूर्ण एकीकरण भी देखा गया, जिससे एनएचसीएक्स एकीकरण को सफलतापूर्वक पूरा करने वाली कुल बीमा कंपनियों की संख्या 12 हो गई है। चार बीमा कंपनियों, अर्थात् आदित्य बिड़ला हेल्थ इंश्योरेंस, स्टार हेल्थ एंड अलाइड इंश्योरेंस, बजाज आलियांज इंश्योरेंस कंपनी और एचडीएफसी एर्गो इंश्योरेंस ने अक्टूबर में दूसरी कार्यशाला में पूर्ण एकीकरण पूरा कर लिया था। इस कार्यशाला के दौरान सात बीमा कंपनियों और एक टीपीए, अर्थात् आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस, द न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी, केयर हेल्थ इंश्योरेंस, गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस, एको जनरल इंश्योरेंस, टाटा एआईजी जनरल इंश्योरेंस कंपनी, पैरामाउंट टीपीए, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी ने सफलतापूर्वक एनएचसीएक्स एकीकरण पूरा किया।

देश में डिजिटल स्वास्थ्य लेनदेन को अपनाने और रोगी स्वास्थ्य रिकॉर्ड के डिजिटलीकरण को प्रोत्साहित करने के लिए, एनएचए ने जनवरी 2023 से डिजिटल स्वास्थ्य प्रोत्साहन योजना (डीएचआईएस) के तहत वित्तीय प्रोत्साहन की भी घोषणा की है। डीएचआईएस के तहत, बीमा दावा प्रसंस्करण में दक्षता को प्रोत्साहित करने का एक प्रावधान है कि एनएचसीएक्स के माध्यम से प्रत्येक बीमा दावा लेनदेन के लिए, प्रति दावा 500 रुपये या दावा राशि का 10 प्रतिशत, जो भी कम हो, वित्तीय प्रोत्साहन अस्पतालों को प्रदान किया जाएगा। डीएचआईएस पर अधिक जानकारी यहां उपलब्ध है: https://abdm.gov.in/DHIS

बीमा कंपनियों और प्रदाताओं की उत्साहपूर्ण भागीदारी को देखते हुए, इस परिवर्तनकारी पहल की जल्द ही पूर्ण पैमाने पर शुरुआत होने की उम्मीद है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य दावा एक्सचेंज (एनएचसीएक्स) पर अधिक जानकारी के लिए, https://sbxhcx.abdm.gov.in/ देखें।

 

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