स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय

डॉ. मनसुख मांडविया ने आंध्र मेडिकल कॉलेज के शताब्दी समारोह को वर्चुअली संबोधित किया

  
उन्होंने 50-बिस्तरों वाले क्रिटिकल केयर ब्लॉक की आधारशिला रखी

'आंध्र मेडिकल कॉलेज सुपर-स्पेशियलिटी और दूसरी कई सुविधाओं के साथ आंध्र प्रदेश का सबसे बड़ा मेडिकल कॉलेज है यह अपने पूर्व छात्रों के लिए भी जाना जाता है जिन्होंने चिकित्सा विज्ञान के अलावा राजनीति, खेल और प्रशासन जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है'

Posted On: 27 OCT 2023 7:37PM by PIB Delhi

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज आंध्र मेडिकल कॉलेज के शताब्दी समारोह में वर्चुअल तरीके से उद्घाटन भाषण दिया। इस अवसर पर आंध्र प्रदेश की स्वास्थ्य, परिवार कल्याण एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्रीमती वी. रजिनी भी मौजूद थीं। केंद्रीय मंत्री ने आंध्र मेडिकल कॉलेज में 50 बिस्तरों वाले क्रिटिकल केयर ब्लॉक की आधारशिला भी रखी।

आंध्र मेडिकल कॉलेज के 100 साल पूरे होने पर बधाई देते हुए डॉ. मांडविया ने कहा कि आंध्र मेडिकल कॉलेज सुपर-स्पेशियलिटी और कई अन्य सुविधाओं के साथ आंध्र प्रदेश का सबसे बड़ा मेडिकल कॉलेज है। यह अपने पूर्व छात्रों के लिए भी काफी प्रसिद्ध है, जिन्होंने चिकित्सा विज्ञान के अलावा राजनीति, खेल और प्रशासन जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।

केंद्रीय मंत्री ने रोगियों को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लक्ष्य के साथ छात्रों को अपना सर्वश्रेष्ठ करने और प्रदर्शन-उन्मुख कार्य संस्कृति के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा, 'हमारी सदियों पुरानी परंपराओं ने हमें संतुलित जीवन जीना सिखाया है। अगर हम इस लक्ष्य को लेकर स्पष्ट हैं तो हमारे कार्य भी स्पष्ट और कार्रवाई-उन्मुख होंगे।'

डॉ. मांडविया ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के तहत हम भारत के हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज बना रहे हैं। हम यूजी और पीजी सीटों की संख्या बढ़ाकर, स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता में बदलाव लाकर और चिकित्सा उपकरणों के उत्पादन को प्रोत्साहन देकर देश में एक चिकित्सा पारिस्थितिकी तंत्र भी तैयार रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, 'एम्स की संख्या भी 2014 में 6 से बढ़कर आज के समय 22 हो गई है।' मंत्री ने कहा कि पिछले 9 वर्षों में हमने केवल देशवासियों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को ज्यादा सुलभ बनाने पर ध्यान केंद्रित किया बल्कि यह विदेश से आने वाले मेडिकल पर्यटकों के लिए भी सस्ती हो गई है।

आंध्र मेडिकल कॉलेज को उच्च गुणवत्ता वाले प्रतिष्ठित अस्पताल में बदलने की दिशा में काम करने के लिए डॉ. मांडविया ने सभी टीमों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि मंत्रालय सभी पहलों में अस्पताल की सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है।

पृष्ठभूमि

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत केंद्र सरकार से मिली 23.75 करोड़ की धनराशि से आंध्र मेडिकल कॉलेज में क्रिटिकल केयर यूनिट का निर्माण होगा। कुल धनराशि में से 16.75 करोड़ रुपये फैसिलिटी के लिए और 7 करोड़ रुपये उपकरणों के लिए हैं। यह पंद्रह हजार वर्ग फुट में 50 बिस्तरों वाली यूनिट होगी।

क्रिटिकल केयर यूनिट उन रोगियों के लिए वरदान साबित होगी जो गंभीर हैं और जिन्हें तत्काल जीवन रक्षक इलाज की आवश्यकता है। आंध्र मेडिकल कॉलेज में माइक्रोबायोलॉजी विभाग के सामने 1200 वर्ग गज जमीन पर यह अत्याधुनिक सुविधा बनेगी। तीन मंजिला इमारत में क्रिटिकल केयर की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी और आपातकालीन सेवाओं की जरूरत वाले कई रोगियों का इलाज हो सकेगा। इस यूनिट के साथ एक आधुनिक प्रयोगशाला भी स्थापित की जा रही है जिसे एनेस्थीसिया विभाग, आंध्र मेडिकल कॉलेज और किंग जॉर्ज अस्पताल संचालित करेगा। आवश्यक स्टाफ का प्रबंधन भारत सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत होगा।

इस अवसर पर श्री एम टी कृष्ण बाबू, विशेष मुख्य सचिव, आंध्र प्रदेश सरकार; डॉ. ई रमेश कुमार, प्रधान सचिव, मध्य प्रदेश सरकार; डॉ. के बाबजी, कुलपति, डॉ. वाईएसआर स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय; डॉ. जी बुची राजू, प्राचार्य, आंध्र मेडिकल कॉलेज और अतिरिक्त निदेशक, चिकित्सा शिक्षा उपस्थित थे।

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