रक्षा मंत्रालय
azadi ka amrit mahotsav

भारतीय तटरक्षक ने नेशनल मैरीटाइम सर्च एंड रेस्क्यू बोर्ड (एनएमएसएआर) की 21वीं बैठक कोलकाता में आयोजित की

Posted On: 12 OCT 2023 6:24PM by PIB Delhi

नेशनल मैरीटाइम सर्च एंड रेस्क्यू बोर्ड (एनएमएसएआर) की 21वीं बैठक 12 अक्टूबर 2023 को कोलकाता में आयोजित की गई। नेशनल मैरीटाइम सर्च एंड रेस्क्यू बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) के महानिदेशक राकेश पाल ने इस बैठक की अध्यक्षता की। भारतीय तटरक्षक भारत के खोज एवं बचाव क्षेत्र (आईएसआरआर) में राष्ट्रीय स्तर पर समुद्री तलाश तथा राहत उपायों के लिए समन्वय और कार्यान्वयन की प्रमुख एजेंसी है।

इस बैठक में नौसेना, भारतीय वायु सेना, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, सीमा शुल्क, तटीय पुलिस, नागर विमानन महानिदेशालय, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, भारतीय नौवहन निगम, मौसम विज्ञान विभाग, मत्स्य पालन विभाग, नौवहन महानिदेशालय, समुद्री बोर्ड, पत्तन प्राधिकरण, तटीय राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों और अन्य सहित हितधारकों एवं संसाधन एजेंसियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जो कि नेशनल मैरीटाइम सर्च एंड रेस्क्यू बोर्ड के सदस्य हैं। बैठक के दौरान वर्ष 2022-23 के लिए राष्ट्रीय स्तर के खोज एवं बचाव (एसएआर) पुरस्कार भी प्रदान किये गये।

ब्रिटेन के व्यावसायिक जहाज एमवी फ्यूरियस को व्यापारिक जहाज श्रेणी में पुरस्कार दिया गया, पश्चिम बंगाल की मछली पकड़ने वाली भारतीय नौका न्यू अपराजिता को मछली पकड़ने वाली नौका श्रेणी में पुरस्कृत किया गया, सरकारी स्वामित्व वाले आईसीजी पोत सुजीत तथा आईसीजी एयर स्क्वाड्रन 835 एसक्यूएन (सीजी) को एसएआर इकाई श्रेणी में जबकि गुजरात मैरीटाइम बोर्ड आईएनएमसीसी को तटीय इकाई श्रेणी में पुरस्कार प्राप्त हुआ है।

नेशनल मैरीटाइम सर्च एंड रेस्क्यू बोर्ड का गठन 2002 में किया गया था और नीतिगत मुद्दों पर विचार-विमर्श करने, दिशानिर्देश/प्रक्रियाएं तैयार करने तथा राष्ट्रीय खोज एवं बचाव योजना की समीक्षा के लिए सिफारिशों पर विचार करने के उद्देश्य से इस बोर्ड की बैठक वार्षिक रूप से आयोजित की जा रही है। इस अवसर पर नेशनल मैरीटाइम सर्च एंड रेस्क्यू बोर्ड के अध्यक्ष ने अपने संबोधन में हरेक नाविक के लिए सुरक्षित समुद्र सुनिश्चित करने के लक्ष्य के साथ काम करने हेतु सभी हितधारकों के बीच तालमेल पर जोर दिया।

बैठक में सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल और भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) के वरिष्ठ गणमान्य व्यक्ति तथा अन्य विशेष आमंत्रित सदस्य भी शामिल हुए। समुद्र में जीवन की सुरक्षा के सामूहिक रूप से सामान्य उद्देश्य पर केंद्रित विभिन्न प्रस्तुतियों और संवादात्मक सत्रों पर चर्चा की गई।

****

एमजी/एमएस/एआर/एनके/एसएस


(Release ID: 1967226) Visitor Counter : 283


Read this release in: English , Urdu