वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय
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जी20 शिखर सम्मेलन का वैश्विक व्यापार में, भारत में निवेश आकर्षित करने और बहुपक्षीय संगठनों में भारत की बढ़ती भूमिका को प्रोत्साहित करने में विशेष महत्व है: उत्तरी क्षेत्रीय निर्यात उत्कृष्टता पुरस्कार, फियो में श्री पीयूष गोयल


हम बुनियादी ढांचे पर निवेश कर रहे हैं ताकि हमारी सामान लाने ले जाने की लागत कम हो और वस्तुओं और सेवाओं की निर्बाध आवाजाही हो सके: श्री गोयल

गुणवत्ता, स्थिरता और नवाचार पर जोर हो क्योंकि दुनिया की नजरें भारत पर है और वो हमारी विकास गाथा का भाग बनना चाहती है: श्री पीयूष गोयल

श्री पीयूष गोयल ने भारतीय निर्यातकों पर विश्वास व्यक्त किया, कहा- उनके पास प्रतिकूल वैश्विक परिस्थितियों से उबरने की क्षमता और दक्षता है

Posted On: 29 AUG 2023 10:01PM by PIB Delhi

केंद्रीय वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय, उपभोक्‍ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और वस्‍त्र मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा है कि आगामी जी20 शिखर सम्मेलन वैश्विक व्यापार में, भारत में निवेश आकर्षित करने में और बहुपक्षीय संगठनों में भारत की भूमिका बढ़ाने में विशेष महत्व रखता है। श्री गोयल ने आज नई दिल्ली में फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (फियो) के उत्तरी क्षेत्रीय निर्यात उत्कृष्टता पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही।

यह विश्वास व्यक्त करते हुए कि भारत की अध्यक्षता को कई वर्षों तक एक कार्य उन्मुख शिखर सम्मेलन के रूप में पहचाना और याद किया जाएगा, जहां दुनिया को महत्वपूर्ण समाधानों की पेशकश की गई थी, श्री गोयल ने जानकारी दी कि हाल ही में जयपुर में जी 20 के व्यापार मंत्रियों की बैठक में उठाये जाने योग्य ऐसे कदमों का आह्वान किया गया जिसके माध्यम से भारतीय एमएसएमई सेक्टर तक महत्वपूर्ण जानकारियां पहुंच सकेंगी, जिससे उन्हें विश्व स्तर पर सफल निर्यातक बनने में मदद मिलेगी। उन्होंने आगे कहा, "हम वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं की पहचान कर रहे हैं जिससे भारतीय कारोबारी वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं में एक बड़ी भूमिका निभा सकें और हमने कारोबार से जुड़े दस्तावेजों को डिजिटल बनाने पर भी ध्यान केंद्रित किया है" । उन्होने बताया कि कुछ ही दिनों में नई दिल्ली में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 90 प्रतिशत हिस्सेदारी से जुड़े प्रतिनिधि मौजूद होंगे।

श्री गोयल ने कहा कि निर्यात में लंबी अवधि तक जारी गतिहीनता के बाद, भारत ने इस अवरोध को तोड़ दिया और वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान उत्पादों के निर्यात में 450 अरब डॉलर मूल्य का स्तर पार कर लिया गया। यह स्वीकार करते हुए कि मौजूदा वित्त वर्ष में भू-राजनीतिक स्थितियों सहित कुछ चुनौतियां देखने को मिल रही हैं और पेट्रोलियम, रत्न और कपड़ा जैसे कुछ क्षेत्रों में उसका प्रभाव देखने को मिल रहा है, उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि हमारे निर्यातकों के पास प्रतिकूल परिस्थितियों से उबरने की क्षमता और दक्षता है। उन्होंने कहा कि हम एक ऐसे देश में रह रहे हैं जो गौरव से भरा हुआ है, प्रतिभाओं से भरा हुआ है और जिसे दुनिया भर में वैश्विक आर्थिक विकास के भविष्य को रफ्तार देने वाले के रूप में पहचाना जा रहा है। उन्होंने कहा, भारत ने हाल के दिनों में तीन प्रमुख उपलब्धियों  - चंद्रयान मिशन, भाला फेंक प्रतियोगिता और शतरंज के खेलों में जीत और जी20 में मंत्रिस्तरीय बैठकों की सफल भागीदारी का जश्न मनाया है।

श्री गोयल ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कथन को उद्धृत करते हुए कहा, "व्यवसाय संभावनाओं को समृद्धि में, बाधाओं को अवसर में, आकांक्षाओं को उपलब्धियों में बदल सकता है, छोटा हो या बड़ा, वैश्विक हो या स्थानीय, यह सभी की प्रगति सुनिश्चित कर सकता है।" उन्होंने कहा, यह वास्तव में हमारे व्यापारिक समुदाय पर विश्वास के पक्ष में एक बड़ा मत है। उन्होंने साथ ही कहा, "आप जो काम करते हैं उसके लिए आपको मान्यता मिल रही है और सम्मानित किया जा रहा है, एवं एक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में हमारी यात्रा में आपके योगदान को पहचान और सराहना मिल रही है।"

वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने कहा कि भारत उन कुछ देशों में से एक था जिन्होंने महामारी के दौरान चुनौतियों के आधार पर बदलाव लाने के साथ जिम्मेदारी दिखाई। “हमने विकासशील देशों को टीके उपलब्ध कराकर उनके प्रति संवेदनशीलता भी दिखाई है, उनमें से कई देशों को नि:शुल्क टीके उपलब्ध कराए गए हैं। हमने दिखाया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में हम कर्म करेंगे और वैश्विक विकास का नेतृत्व करेंगे।''

श्री गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को अवसरों का देश बताया है। उन्होंने कहा, अगले 30 वर्षों तक, भारत की आबादी युवा बनी रहेगी और हम 2047 तक 35 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में 30 लाख करोड़ डॉलर और जोड़ देंगे, उन्होंने कहा कि हमारी युवा, आकांक्षाओं से भरी आबादी हमारे लिए मांग पैदा करेगी। उन्होंने भारत के सफल अंतरिक्ष मिशन की ओर संकेत करते हुए कहा, अब हमारे लिए आकाश की भी सीमा नहीं रही।.

श्री गोयल ने कहा, "हम बुनियादी ढांचे पर भारी मात्रा में निवेश कर रहे हैं ताकि हमारी सामान लाने ले जाने की लागत घटे , और हमें वस्तुओं और सेवाओं की निर्बाध आवाजाही मिल सके और हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमें भ्रष्टाचार मुक्त वातावरण मिले" श्री गोयल कहा और साथ ही इसमें जोड़ा कि "अब कोई भी शक्ति भारत की प्रगति को रोक नहीं सकती।” श्री गोयल ने साथ ही कहा कि 2030 तक 1 लाख करोड़ डॉलर मूल्य का माल निर्यात और 1 लाख करोड़ डॉलर का सेवा निर्यात लक्ष्य हासिल करना है और यह आपकी कड़ी मेहनत और योगदान से पूरा होगा। उन्होंने सभा को जानकारी दी कि भारत एफटीए के माध्यम से नए बाजारों को खोलने की कोशिश कर रहा है, आधुनिक प्रौद्योगिकी में निवेश को प्रोत्साहित कर रहा है, उच्च गुणवत्ता वाली वस्तुओं और सेवाओं में दुनिया के लिए और अधिक स्वीकार्य बनने की दिशा में डिजिटलीकरण और प्रौद्योगिकी अनुकूलन कर रहा है जिससे भारत की वास्तविक क्षमता का पूरी तरह से इस्तेमाल किया जा सके।

"हमें गुणवत्ता, स्थिरता और नवाचार पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और अगर हम इन्हें अपनी प्राथमिकता में रखते हैं, तो पूरी दुनिया की नजर भारत की ओर है, वह भारत के साथ सौदे और व्यापार करना चाहती है और हमारी विकास गाथा में भागीदार बनना चाहती है।" उन्होने यह कहकर अपना संबोधन समाप्त किया।.

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