उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय
उपभोक्ता कार्य विभाग ने अपने काम की समीक्षा करने और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के “विजन 2047” को साकार करने के लिए एक कार्य योजना विकसित करने के उद्देश्य से चिंतन शिविर का आयोजन किया
श्री पीयूष गोयल ने आत्मनिर्भर भारत के तहत ‘भारत दाल बिक्री अभियान’ और ‘चना प्रोत्साहन अभियान’ का शुभारंभ किया
श्री गोयल ने टमाटर की कीमत के स्थिरीकरण की दिशा में विभाग द्वारा किए गए हस्तक्षेप की सराहना की
प्रविष्टि तिथि:
17 JUL 2023 8:02PM by PIB Delhi
उपभोक्ता कार्य विभाग (डीओसीए) ने अपने काम की समीक्षा करने और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के “विजन 2047” को साकार करने के लिए एक कार्य योजना विकसित करने के उद्देश्य से आज यहां चिंतन शिविर का आयोजन किया। इस अवसर पर, केन्द्रीय उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण, वस्त्र तथा वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने ‘चना प्रोत्साहन अभियान’ के साथ-साथ ‘भारत दाल बिक्री अभियान’ का भी शुभारंभ किया। ‘चना प्रोत्साहन अभियान’ न केवल चना के उपभोग से होने वाले स्वास्थ्य संबंधी लाभों को प्रोत्साहित करता है, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की पहल का समर्थन भी करता है।
श्री गोयल ने टमाटर की कीमत के स्थिरीकरण की दिशा में विभाग द्वारा किए गए उपयुक्त हस्तक्षेप की सराहना की। विभाग के हस्तक्षेप के तहत उत्पादक राज्यों से टमाटर की खरीद की गई और उसके बाद ऊंची कीमत वाले बाजारों में रियायती दर पर उसकी आपूर्ति की गई।
केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि उपभोक्ताओं की शिकायतों का समाधान राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन के माध्यम से किया जा रहा है। यह हेल्पलाइन देशभर में सातों दिन चौबीसों घंटे और 17 भाषाओं में काम कर रही है। उन्होंने उपभोक्ताओं को शिकायतों के निवारण हेतु डेटा एनालिटिक्स एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करने के लिए भी प्रोत्साहित किया। उन्होंने उपभोक्ताओं के कल्याण के लिए सोने की हॉलमार्किंग और मानक प्रोत्साहन की दिशा में किए गए उत्कृष्ट कार्य के लिए बीआईएस के कामकाज की सराहना की।
उन्होंने विभाग के उन मेहनती अधिकारियों की सराहना की, जिन्होंने एक दशक से अधिक समय तक इस विभाग में सेवा की है और साथ ही, उन नए अधिकारियों का भी स्वागत किया जो नए विचारों को सामने लायेंगे। माननीय मंत्री ने यह भी बताया कि डीओसीए एकमात्र ऐसा विभाग है जिसका 140 करोड़ भारतीय नागरिकों से सीधा संपर्क है। उन्होंने अपने कार्यों को पूरा करने के लिए नवीन तौर-तरीकों और लीक से हटकर सोच को प्रोत्साहित करने का भी सुझाव दिया।
श्री गोयल ने यह भी सुझाव दिया कि हमें एक टीम के रूप में काम करना चाहिए और नियमित अंतराल पर ऐसे चिंतन शिविरों का आयोजन करके विभाग में प्रगतिशील सोच का समावेश करना चाहिए।
डीओसीए के सचिव श्री रोहित कुमार सिंह ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने उपस्थित लोगों को नवाचार पर ध्यान केन्द्रित करने और नई चीजों को सीखने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद आर्ट ऑफ लिविंग की सीनियर फैकल्टी सुश्री अरुणिमा सिन्हा के नेतृत्व में “कार्यस्थल पर योग” विषय पर एक सत्र का आयोजन किया गया। उन्होंने कार्यस्थल पर स्वस्थ वातावरण बनाए रखने में योग के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को डेस्क पर किए जा सकने वाले कुछ सरल योगाभ्यास सिखाए, जो उन्हें कार्यालय में काम करते समय शांत और संयमित रहने में मदद करेंगे।
इस चिंतन शिविर के दौरान चार संवादात्मक सत्रों में विभिन्न चर्चाएं आयोजित की गईं, जिनमें उपभोक्ता संरक्षण एवं उपभोक्ता शिकायतों के शीघ्र निपटान, उपभोक्ता के लिए गुणवत्ता संबंधी आश्वासन और उभरते क्षेत्रों में परीक्षण एवं नई प्रौद्योगिकियों के बारे में प्रस्तुतियां दी गईं। एक ऐसा संवादात्मक सत्र भी सुनिश्चित किया गया, जिसमें विभाग के कर्मचारीगण अपनी राय व्यक्त कर सकें, सुझाव दे सकें और प्रश्न पूछ सकें।
अतिथि वक्ता, श्री सोनू शर्मा ने उपस्थित लोगों को अपने संबोधन से मंत्रमुग्ध किया और उन्हें अपनी आरामदायक स्थिति से बाहर निकलकर सभी बाधाओं को तोड़ने के लिए प्रेरित किया।
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एमजी/एमएस/आरपी/आर/वाईबी
(रिलीज़ आईडी: 1940340)
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