नागरिक उड्डयन मंत्रालय
श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने दिल्ली हवाई अड्डे पर चौथे रनवे और एलिवेटेड टैक्सीवे का उद्घाटन किया
Posted On:
14 JUL 2023 5:31PM by PIB Delhi
- आईजीआई हवाईअड्डा चार रनवे और एक एलिवेटेड टैक्सीवे वाला देश का पहला हवाईअड्डा बन गया है
- रनवे की कुल लंबाई 4.4 किलोमीटर है और इसकी चौड़ाई 45 मीटर है
- यह रनवे ए-380 और बी -777 सहित बड़े आकार वाले विमानों के लिए उपयुक्त है।
- दोहरे मार्ग वाले एलिवेटेड टैक्सीवे उत्तरी और दक्षिणी हवाई क्षेत्रों को जोड़ता है
- टैक्सीवे से विमान तक की टैक्सी की दूरी 7 किमी कम हो गई और इससे CO2 उत्सर्जन सालाना 55,000 टन कम करने में मदद मिलेगी।
केंद्रीय नागर विमानन और इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने आज नई दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक नए रनवे और एक दोहरे मार्ग वाले एलिवेटेड टैक्सीवे का उद्घाटन किया। इसके साथ ही, नई दिल्ली का आईजीआई हवाई अड्डा चार रनवे वाला देश का पहला हवाई अड्डा बन गया है। यही नहीं, यह देश का ऐसा पहला हवाई अड्डा बन गया है जहां एलिवेटेड टैक्सीवे है। उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान, केंद्रीय नागरिक उड्डयन, सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (डॉ.) विजय कुमार सिंह (सेवानिवृत्त), भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री संजीव कुमार और जीएमआर के समूह अध्यक्ष श्री जी. एम. राव भी उपस्थित थे।
ईस्टर्न क्रॉस टैक्सीवे (ईसीटी) विमानों की लैंडिंग के बाद और उनके टेक-ऑफ से पहले टरमैक पर बिताए गए यात्रियों के समय को कम करने में मदद करेगा जिससे यात्रियों को कुछ बेहतर अनुभव होगा। इसके अलावा, चार रनवे संचालन और ईसीटी आईजीआई हवाईअड्डा की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि करेंगे जिससे यह 1700 से अधिक उड़ान गतिविधियों को संभालने में सक्षम हो जाएगा।
इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नागरिक उड्डयन क्षेत्र न केवल परिवहन क्षेत्र में योगदान दे रहा है, बल्कि भारत की आर्थिक शक्ति के उदय में एक प्रमुख प्रवर्तक भी बन रहा है। आज का दिन भारतीय नागरिक उड्डयन के लिए बुनियादी ढांचे और सेवा दोनों ही लिहाज से ऐतिहासिक है। ईस्टर्न क्रॉस टैक्सीवे भारत में अपनी तरह का पहला टैक्सीवे है। साथ ही, इस एलिवेटेड ईस्टर्न क्रॉस टैक्सीवे (ईसीटी) से वार्षिक आधार पर लगभग 55 हजार टन CO2 उत्सर्जन में कमी आएगी। चौथे रनवे और नए एकीकृत टर्मिनल 1 के साथ यह ईसीटी दिल्ली हवाई अड्डे को भविष्य के लिए तैयार करेगा और एक प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय हब बनाने के सपने को पूरा करेगा। तकनीकी का इस्तेमाल बढ़ाने के साथ इसकी नई क्षमता यात्री अनुभव को और बढ़ाएगी। इससे हवाई क्षेत्र का उत्तरी भाग और हवाई क्षेत्र का दक्षिणी भाग सुविधाजनक रूप से जुड़ जायेंगे। इसका मतलब है कि टैक्सी के समय में 8 से 9 मिनट की कमी होगी। इस रनवे के साथ ही दिल्ली हवाई अड्डा 4 रनवे वाला देश का एकमात्र हवाई अड्डा बन गया है। इस तरह टर्मिनल विस्तार के साथ यह रनवे 10 करोड़ 90 लाख से अधिक लोगों को सेवा देने की क्षमता पैदा करेगा, जिससे क्षमता के मामले में यह अटलांटा को भी पीछे छोड़ देगा। उस क्षमता के साथ, हम भारत में अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन केंद्र बनाने के लिए बुनियादी ढांचे और क्षमता दोनों लिहाज से अच्छी स्थिति में होंगे।“
रनवे और टैक्सीवे की कुछ मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:
चौथा रनवे (11आर/29एल)
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ईस्टर्न क्रॉस टैक्सीवे (ईसीटी)
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- कुल पक्की लंबाई 4.4 किमी और चौड़ाई 45 मीटर है।
- ए-380 और बी-777 सहित बड़े विमानों को संभालने की क्षमता।
- एक साथ उड़ान संचालन को संभालने की बढ़ी हुई क्षमता।
- रनवे को एयरोड्रम रेफरेंस कोड 4एफ के अनुपालन में डिजाइन किया गया है।
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- उत्तरी और दक्षिणी हवाई क्षेत्रों को जोड़ने वाला दोहरा मार्ग वाला एलिवेटेड टैक्सीवे।
- 2.1 किमी लंबा और 44 मीटर चौड़ा डुअल-लेन एलिवेटेड कोड एफ के अनुरूप टैक्सीवे।
- दो बड़े विमानों के सुरक्षित और एक साथ गुजरने की अनुमति के लिए टैक्सीवे में 47 मीटर का अंतर होगा।
- विमान के लिए टैक्सी की दूरी 7 किमी कम करने में मदद मिलेगी
- सालाना 55,000 टन CO2 उत्सर्जन कम होगा
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