विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय
azadi ka amrit mahotsav

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज विभिन्न पृष्ठभूमि के युवा स्टार्ट-अप्स के साथ बातचीत की, इस दौरान उन्होंने विशेष रूप से माता-पिता और बुजुर्गों के बीच व्यापक जागरूकता लाने का आह्वान किया


"प्रधानमंत्री मोदी ने इस मामले में व्यक्तिगत रुचि लेते हुए स्टार्टअप्स को प्राथमिकता दी है" : डॉ. जितेंद्र सिंह

Posted On: 12 MAY 2023 5:08PM by PIB Delhi

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी त्तथा पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) , प्रधानमन्त्री कार्यालय (पीएमओ) , कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज विभिन्न पृष्ठभूमि के युवा स्टार्ट-अप्स  के साथ दो घंटे तक बातचीत की और इस  दौरान उन्होंने विशेष रूप से माता-पिता और बुजुर्गों के बीच व्यापक जागरूकता लाने का आह्वान किया

उन्होंने आज यहां नई दिल्ली के प्रगति मैदान में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी सप्ताह प्रदर्शनी के दौरे के दौरान कहा कि "प्रधानमंत्री मोदी ने इस मामले में व्यक्तिगत रुचि लेते हुए इसे प्राथमिकता दी है ।"

डॉ. जितेंद्र सिंह ने वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) , जैव प्रौद्योगिकी विभाग ( डीबीटी), भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) , परमाणु ऊर्जा विभाग (डीएई) , रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओऔर कई अन्य विभागों/ सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (पीएसयूऔर निजी उद्योगों  द्वारा लगाए गए स्टालों का दौरा करने में दो घंटे से अधिक समय बिताया । मंत्री महोदय  ने बड़ी संख्या में स्टार्ट- अप्स द्वारा प्रदर्शित की जाने वाली प्रदर्शनी में गहरी रूचि  दिखाई ।

इस अवसर पर डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि  2014 से पहले मात्र  फिर 350-400 स्टार्टअप थे, 2016 में प्रधानमन्त्री मोदी ने लाल किले से स्टार्टअप इंडिया आंदोलन की शुरुआत की  और आज उनकी संख्या एक लाख से अधिक हो गई है I

मंत्री ने प्रदर्शनी में आए बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों के साथ बातचीत की और उन्हें विशिष्ट क्षेत्रों में आगे बढ़ने वाले विभिन्न स्टार्ट-अप उद्यमियों से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित किया। डॉ जितेंद्र सिंह ने छात्रों के साथ स्कूल के शिक्षकों और स्टार्ट-अप प्रोत्साहनकर्ताओं (प्रमोटरोंके साथ भी बात की।

 

उन्होंने कहा कि , "इन सभी युवा दिमागों को स्टार्ट-अप्स क्षेत्र में विद्यमान विशाल  क्षमता की  अनुभूति  होनी  चाहिए और सरकारी नौकरियों में जाने  के स्थान पर  उन्हें स्टार्टअप शुरू करने और नौकरियां पैदा करने के अवसर को लपकना  चाहिए।"

सप्ताहांत में प्रौद्योगिकी सप्ताह प्रदर्शनी देखने के लिए माता-पिता से भी अपने बच्चों के साथ जाने का आग्रह करते हुए, डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, उन्हें बड़ी संख्या में आने दें और फिर स्वयं देखें कि पीएम मोदी के आह्वान पर 21वीं सदी में तेजी से प्रगति के लिए भारत किस रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि , "कक्षा 6-7 में बच्चे अपने प्रारंभिक वर्षों में हैं, और जब तक वे स्कूल से पढ़ाई के बाहर निकलते हैं, तब तक उनमें अंतर्निहित  कौशल का इस प्रकार उपयोग  किया जाता है ताकि उन्हें अपने सपनों की परियोजनाओं को साकार करने में सहायता  मिल सके।

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के  उत्सव का आयोजन 1999 में पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा उन भारतीय वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और प्रौद्योगिकीविदों को सम्मानित करने के लिए शुरू किया गया था, जिन्होंने भारत की वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति के लिए काम किया और मई 1998 में पोखरण परीक्षणों के सफल संचालन को सुनिश्चित किया। तब से, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस हर साल 11 मई को मनाया जाता है।

कल 11 मई 2023 को प्रगति मैदान में प्रधान मंत्री द्वारा राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी सप्ताह समारोह का उद्घाटन किया गया था । भारत सरकार के 12 मंत्रालयों के प्रतिभागी / प्रदर्शक हॉल नंबर 4 और 5, प्रगति मैदान, दिल्ली में वैज्ञानिक नवाचारों की विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित कर रहे हैं।

इस कार्यक्रम का विषय 'स्कूल टू स्टार्ट - अप - इग्नाइटिंग यंग माइंड्स टू इनोवेटहै  जिसमें भारत भर के स्कूलों के वे  छात्र जो भारत सरकार के अटल इनोवेशन मिशन के अंतर्गत अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाओं (लैब्स) से जुड़े हुए हैं, इसमें भाग ले रहे हैं और हॉल नंबर 4, प्रगति मैदान, दिल्ली में  तकनीकी नवाचार का प्रदर्शन कर रहे हैं।

इसे हर वर्ष  एक नई और अलग विषयवस्तु ( थीमके साथ मनाया जाता है। इस साल की थीम है 'स्कूल टू स्टार्ट- अप्स- इग्नाइटिंग यंग माइंड्स टू इनोवेट' ।  केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसईने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी सप्ताह 2023 मनाने की सलाह दी है ।

*****

एमजी / एमएस / आरपी / एसटी/ डीके-


(Release ID: 1923777) Visitor Counter : 285


Read this release in: English , Urdu , Tamil