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नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट (एनजीएमए) में आज "बुद्ध की भूमि, भारत में कोरियाई पारंपरिक बौद्ध संस्कृति के साथ परिचय" शीर्षक से एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया


प्रदर्शनी 30 अप्रैल तक खुली रहेगी

Posted On: 22 MAR 2023 5:00PM by PIB Delhi

नेशनल गैलरी ऑफ़ मॉडर्न आर्ट (एनजीएमए, नई दिल्ली) में 22 मार्च को "बुद्ध की भूमि, भारत में कोरियाई पारंपरिक बौद्ध संस्कृति के साथ परिचय" शीर्षक से एक विशेष प्रदर्शनी का उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया।

सभा को संबोधित करते हुए, भारत में कोरिया के राजदूत श्री चांग जे बोक ने कहा, “कोरिया और भारत के बीच राजनयिक संबंधों की 50वीं वर्षगांठ की स्मृति में, बौद्ध धर्म और बौद्ध सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम, जो कोरिया और भारत के बीच विशेष रणनीतिक साझेदारी का आधार हो सकता है, का विशेष अर्थ है। चूँकि बौद्ध धर्म और बौद्ध संस्कृति को चौथी शताब्दी में कोरिया में प्रस्तुत किया गया था, ये कोरियाई जीवन शैली, सोच के तरीके और पारंपरिक कोरियाई संस्कृति के अभिन्न अंग रहे हैं। कोरिया और बौद्ध धर्म के मूल स्थान, भारत, आपस में बौद्ध धर्म के माध्यम से भी घनिष्ठ रूप से जुड़े हुए हैं।"

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सभा को संबोधित करते हुए, आईसीसीआर के महानिदेशक, श्री कुमार तुहिन ने कहा कि यह प्रदर्शनी भारत और कोरिया के बीच बौद्ध संबंधों पर प्रकाश डालती है और दोनों देशों के बीच लोगों के परस्पर संपर्क में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

इस अवसर पर एनजीएमए की निदेशक श्रीमती तेमसुनारो त्रिपाठी ने कहा कि यह प्रदर्शनी, कोरियाई बौद्ध धर्म और भारतीय बौद्ध प्रथाओं के साथ इसके संबंधों तथा हमारी गतिशील सांस्कृतिक विरासत के हिस्से के रूप में बौद्ध सिद्धांतों के साझा मूल्यों का उत्सव है। बौद्ध धर्म भारत और कोरिया के बीच सांस्कृतिक संगम का एक महत्वपूर्ण स्रोत रहा है। बौद्ध धर्म के सिद्धांतों द्वारा सशक्त किया गया शांति और सद्भाव के संदेश को सावधानीपूर्वक तैयार की गई प्रदर्शनी के माध्यम से व्यक्त किया गया है।

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कोरिया और भारत के बीच राजनयिक संबंधों की 50वीं वर्षगांठ की स्मृति में, कोरियाई बौद्ध धर्म की जोगी परम्परा के साथ कोरिया गणराज्य और कोरियाई सांस्कृतिक केंद्र, भारत द्वारा आयोजित यह प्रदर्शनी, सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम का हिस्सा है। यह विशेष प्रदर्शनी 21 मार्च से 25 मार्च तक नई दिल्ली में आयोजित की जा रही है।

प्रदर्शनी में बौद्ध पेंटिंग स्क्रॉल की मीडिया कला, जिसे 'ग्वे बुल' कहा जाता है और जो पारंपरिक कोरियाई बौद्ध रीति-रिवाजों का प्रतीक है, में शामिल हैं - 'येओंदेउन्घो' के कोरियाई पारंपरिक लालटेन, जो यूनेस्को द्वारा घोषित मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत है और मंदिर के रहने की थीम पर प्रदर्शित विभिन्न फोटो। इस प्रदर्शनी के माध्यम से कोरिया की पारंपरिक बौद्ध संस्कृति, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है, को भारत में पेश किया जाएगा। प्रदर्शनी लगभग एक महीने तक आयोजित की जाएगी और 30 अप्रैल तक चलेगी। इस सप्ताह 22 मार्च से 25 मार्च तक प्रदर्शनी हॉल में कोरियाई सांस्कृतिक वस्तुओं की पेंटिंग बनाने, कोरियाई बौद्ध शास्त्रों को लिखने का अनुभव करने और कमल लालटेन बनाने जैसे विभिन्न अनुभव आधारित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

इसके अलावा, मंदिर के भोजन के विशेषज्ञ, वेन जियोंग क्वान, दिल्ली एनसीआर में स्थानीय प्रसिद्ध खाना पकाने के संस्थानों - चांदीवाला कुलिनरी इंस्टीट्यूट (बीसीआईएचएमसीटी) नई दिल्ली (23 मार्च) और जीडी गोयनका यूनिवर्सिटी-ले कॉर्डन ब्ल्यू (24 मार्च) में विशेष व्याख्यान और कोरियाई मंदिर भोजन पकाने की कला का प्रदर्शन करेंगे। कोरियाई मंदिर भोजन पाक-कला का अंतिम खुला प्रदर्शन और अनुभव 25 मार्च को सुबह 11 बजे कोरियाई सांस्कृतिक केंद्र, भारत में आयोजित किया जाएगा। प्रसिद्ध भारतीय शेफ और मीडिया के लिए यह कार्यक्रम दोपहर 3 बजे आयोजित किया जाएगा।

जीवन का सम्मान करने वाले बुद्ध के उपदेशों के अनुसार, कोरियाई मंदिर-भोजन ने पारंपरिक रूप से शाकाहारी भोजन को संरक्षित रखा है और यह कोरियाई पारंपरिक भोजन के मूल घटकों में से एक है। यह पहली बार होगा जब इस कोरियाई मंदिर के भोजन को वेन जियोंग क्वान द्वारा आगामी 25 मार्च को कोरियाई सांस्कृतिक केंद्र, भारत में एक आधिकारिक कार्यक्रम के माध्यम से भारतीय जनता, मीडिया और स्थानीय प्रसिद्ध रसोइयों के सामने प्रदर्शित किया जाएगा। कोरियाई मंदिर भोजन की विशेषज्ञ, आदरणीया जियोंग क्वान 1974 में 18 साल की उम्र में माउंट पालगोंग स्थित डोंग ह्वा मंदिर के यांग जिन अम में बौद्ध पुजारी बन गयीं तथा वहीं से उनकी कोरियाई बौद्ध मंदिर भोजन पाक-कला की यात्रा शुरू हुई। वेन जियोंग क्वान के एक विश्व-स्तरीय शेफ के रूप में प्रसिद्ध होने के कारण हैं - न्यूयॉर्क, यूएसए के एक प्रसिद्ध शेफ एरिक रिपर्ट, जिन्होंने 2014 में बाएक यांग मंदिर में एक सप्ताह तक शूट करके एक वीडियो वृत्तचित्र बनाया और अगले वर्ष, वेन जियोंग क्वान को शेफ्स टेबल' के प्रीमियर पर अपने स्वयं की पाक-कला के साथ वीआईपी डिनर रिसेप्शन तैयार करने के लिए न्यूयॉर्क में आमंत्रित किया गया। बाद में, 'शेफ़्स टेबल' वृत्तचित्र और अधिक प्रसिद्ध हो गया, क्योंकि इसे नेटफ्लिक्स के माध्यम से 2017 में 67वें बर्लिन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में आमंत्रित किया गया था। तब से, आदरणीया जियोंग क्वान ने कोरियाई मंदिर के भोजन को पेश करने के लिए स्विट्जरलैंड, इटली, फ्रांस, नीदरलैंड और स्वीडन सहित पूरी दुनिया की यात्रा की है।

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(Release ID: 1909850)
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