विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय
भारत और मेक्सिको ने आज एयरोस्पेस, इलेक्ट्रॉनिक्स, पृथ्वी और महासागर विज्ञान और जल, खनन, खनिज, क्लीन एनर्जी, बायोटेक और हेल्थकेयर जैसे कई प्रमुख प्रौद्योगिकी क्षेत्रों पर फोकस करने के लिए अनुसंधान, प्रौद्योगिकी और नवाचार सहयोग पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
भारत विज्ञान केंद्र, लोधी रोड, नई दिल्ली में केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और मेक्सिको के विदेश मंत्रीमार्सेलो एबरार्ड की उपस्थिति में बहु-क्षेत्रीय ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने मेक्सिकन विदेश मंत्री को आश्वासन दिया कि मेक्सिकन पक्ष द्वारा जल, लिथियम और टीकों के तीन प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को सीएसआईआर और अन्य सहायक संगठनों का ध्यान रखा जाएगा और भारत आने वाले कुछ महीनों में ठोस परिणाम प्रदान करेगा।
मेक्सिको के विदेश मंत्री मार्सेलो एब्रार्ड ने महामारी के चरम के दौरान कोविड टीके भेजने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बहुत धन्यवाद दिया और उन्होंने रेखांकित किया कि भारत मेक्सिको को टीके भेजने वाला पहला देश था, जब कई अन्य उन्नत शक्तियों और दोस्तों ने इसके लिए अनिच्छा जाहिर की थी।
Posted On:
04 MAR 2023 6:27PM by PIB Delhi
भारत और मैक्सिको ने आज एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जिसमें कई प्रमुख प्रौद्योगिकी क्षेत्रों जैसे एयरोस्पेस, इलेक्ट्रॉनिक्स इंस्ट्रूमेंटेशन और सामरिक क्षेत्रों; सिविल, इंफ्रास्ट्रक्चर और इंजीनियरिंग; पारिस्थितिकी, पर्यावरण पृथ्वी और महासागर विज्ञान और जल; खनन, खनिज, धातु और सामग्री; रसायन (चमड़े सहित) और पेट्रोरसायन; ऊर्जा (पारंपरिक और गैर-पारंपरिक) और ऊर्जा उपकरण; कृषि, पोषण और बायोटेक और हेल्थकेयर शामिल हैं।
बहु-क्षेत्रीय ऐतिहासिक समझौते पर केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और मेक्सिको के विदेश मंत्री मार्सेलो एबरार्ड और दोनों पक्षों के उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडलों की उपस्थिति में उपस्थिति में भारत विज्ञान केंद्र लोधी रोड में हस्ताक्षर किए गए।
श्री एबरार्ड और उनके प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि निजी सफल स्टार्ट-अप उद्यमों के साथ आने वाला सरकारी प्रतिनिधिमंडल एक स्वागत योग्य संकेत है और दोनों पक्ष सतत स्टार्ट-अप के लिए इनोवेटिव इको-सिस्टम का पूरी तरह से दोहन करेंगे।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने मेक्सिकन प्रतिनिधिमंडल को बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वैज्ञानिक नवाचार को उच्च प्राथमिकता देते हैं और वह अपने प्रत्येक भाषण में वैज्ञानिक परियोजनाओं पर प्रकाश डालते हैं जैसे समुद्री विज्ञान, जलवायु परिवर्तन और जैव-ईंधन आदि।भारत और मेक्सिको को 'विशेषाधिकार प्राप्त भागीदार' बताते हुए मंत्री ने कहा कि दोनों देश कई क्षेत्रों में एक-दूसरे के पूरक सकते हैं और हम सही रास्ते पर हैं।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने मेक्सिकन विदेश मंत्री को आश्वासन दिया कि मैक्सिकन पक्ष द्वारा जल, लिथियम और टीकों के तीन प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को सीएसआईआर और अन्य सहयोगी संगठनों का ध्यान रखा जाएगा और भारत आने वाले कुछ महीनों में ठोस परिणाम प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि सतत स्टार्ट-अप के भविष्य के दृष्टिकोण के अलावा लिथियम भारत और मेक्सिको के बीच एक वास्तविक संपर्क बन रहा है। मंत्री ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के लिए विदेश मंत्री की उपस्थिति की सराहना की और कहा कि इस समझौते को लेकर यह उनकी गंभीरता को दर्शाता है। मेक्सिकन सरकार भारत के साथ अपने संबंधों को मजबूत बनाती है।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से सीएसआईआर और मेक्सिकन एजेंसियां प्रौद्योगिकी विकास के लिए अनुसंधान और नवाचार साझेदारी के माध्यम से वैश्विक समाज में प्रभावी ढंग से योगदान दे सकती हैं। व्यावसायीकरण और अनुसंधान अवसंरचना विकास और साझाकरण के लिए एक-दूसरे की बौद्धिक संपदा को बढ़ा सकती हैं। उन्होंने कहा कि नियमित अनुसंधान और विकास, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण और ज्ञान प्रसार गतिविधियों में भागीदारी के अलावा, समझौता ज्ञापन में प्रौद्योगिकी और उद्योग सहयोग पर विशेष ध्यान दिया गया है।
मंत्री ने यह भी बताया कि विशिष्ट सहयोगी प्रस्तावों की पहचान करने के लिए सीएसआईआर के वैज्ञानिकों और मेक्सिको में संस्थानों के बीच सामयिक बातचीत बैठकों की योजना इसी महीने में बनाई गई है, विशेष रूप से स्वास्थ्य, ऊर्जा, एयरोस्पेस और पर्यावरण संरक्षण पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है। उन्होंने कहा, उद्योगों और अन्य हितधारकों के परामर्श से सहयोग प्रस्तावों को अंतिम रूप देना अत्यधिक प्रासंगिक होगा।
मेक्सिको के विदेश मंत्री मार्सेलो एब्रार्ड ने महामारी के चरम के दौरान कोविड के टीके भेजने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहुत धन्यवाद दिया और उन्होंने कहा कि भारत मेक्सिको में वैक्सीन भेजने वाला पहला देश था, जब कई अन्य उन्नत शक्तियों और दोस्तों ने इसे लेकर अनिच्छा दिखाई।
श्री एबरार्ड ने कहा कि मेक्सिकन राष्ट्रपति श्री एंड्रियास मैनुअल ओब्रेडोर ने मेक्सिकन प्रतिनिधिमंडल को भारत के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने और संयुक्त रणनीतिक दृष्टि के लिए काम करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि भारत-मेक्सिको द्विपक्षीय संबंध हालांकि पुराने और समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं, लेकिन यह "द्विपक्षीय जुड़ाव का सर्वश्रेष्ठ क्षण" है।
यह याद किया जा सकता है कि मार्सेलो एब्रार्ड ने पिछले साल मार्च में भारत यात्रा के दौरान डॉ. जितेंद्र सिंह से मुलाकात की थी और दोनों देशों के बीच टीके, सूचना प्रौद्योगिकी, हरित क्रांति, स्वास्थ्य, जैव प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष जैसे नए क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी साझेदारी को हरी झंडी दिखाई थी।
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