सूचना और प्रसारण मंत्रालय
शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) फिल्म महोत्सव 27 से 31 जनवरी के दौरान मुंबई में आयोजित होगा
मराठी फिल्म 'गोदावरी' और गुजराती फिल्म 'द लास्ट फिल्म शो' भारत की तरफ से कंपीटिशन सेक्शन में नामांकित
महोत्सव का शुभारंभ तमिल फिल्म ‘अप्पथा’ के वर्ल्ड प्रीमियर से होगा
कंपीटिशन और नॉन-कंपीटिशन सेक्शन में 57 फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी
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24 JAN 2023 6:36PM by PIB Delhi
राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) के माध्यम से सूचना और प्रसारण मंत्रालय 27 से 31 जनवरी, 2023 तक मुंबई में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) फिल्म महोत्सव का आयोजन कर रहा है। एससीओ फिल्म महोत्सव का आयोजन एससीओ में भारत की अध्यक्षता के उपलक्ष्य में किया जा रहा है।
इस महोत्सव की शुरुआत एक भारतीय फिल्म के वर्ल्ड प्रीमियर के साथ होगी क्योंकि एससीओ फिल्म महोत्सव का आयोजन एससीओ की भारत की अध्यक्षता के दौरान किया जा रहा है। ये उद्घाटन समारोह 27 जनवरी, 2023 को जमशेद भाभा थियेटर, एनसीपीए, मुंबई में आयोजित किया जाएगा।
इस फिल्म फेस्टिवल की स्क्रीनिंग मुंबई में दो स्थानों पर होगी। पेडर रोड में फिल्म डिवीजन कॉम्प्लेक्स के 4 ऑडिटोरियमों में और वर्ली में नेहरू प्लैनेटेरियम बिल्डिंग में 1 एनएफडीसी थिएटर में।
एससीओ फिल्म महोत्सव का डिजिटल कैटलॉग और विस्तृत स्क्रीनिंग शेड्यूल आज मुंबई में सूचना और प्रसारण मंत्रालय में संयुक्त सचिव (फिल्म), एनएफडीसी के प्रबंध निदेशक और महोत्सव के निदेशक श्री पृथुल कुमार द्वारा औपचारिक रूप से जारी किया गया। आज मुंबई में फिल्म महोत्सव पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, एससीओ फिल्म महोत्सव के महोत्सव निदेशक श्री पृथुल कुमार ने बताया, "यह फिल्म महोत्सव भारत द्वारा एससीओ, जो कि आठ देशों का बहुपक्षीय संगठन है, की अध्यक्षता को रेखांकित करने के लिए आयोजित किया गया है।" उन्होंने कहा कि यह एससीओ सदस्य देशों में भारतीय फिल्मों की लंबे समय से चली आ रही लोकप्रियता का परिणाम है।
महोत्सव के निदेशक ने आगे कहा, एससीओ फिल्म महोत्सव का उद्देश्य सिनेमाई साझेदारी बनाना और एससीओ में विभिन्न देशों की संस्कृतियों के बीच एक सेतु के रूप में काम करना है। यह सामूहिक सिनेमाई अनुभव के माध्यम से एससीओ सदस्यों के फिल्म समुदाय के बीच तालमेल भी पैदा करेगा। एससीओ फिल्म महोत्सव में दिखाई जा रही फिल्में, सभी एससीओ देशों द्वारा पेश की गईं हैं, दर्शकों को विभिन्न संस्कृतियों का अनुभव करने में मदद करेंगी और फिल्में एक माध्यम होंगी ताकि एससीओ देशों के लोग एक-दूसरे को बेहतर तरीके से जान सकें।
महोत्सव का शुभारंभ पद्म श्री और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्मकार प्रियदर्शन द्वारा निर्देशित तमिल फिल्म ‘अप्पथा’ के वर्ल्ड प्रीमियर के साथ होगा। इस फिल्म में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री उर्वशी मुख्य भूमिका में हैं और यह उनकी 700वीं फिल्म और भारतीय फिल्म उद्योग में उनके अभिनय के 51 साल पूरे होने के रूप में जानी जाएगी।
इसमें कंपीटिशन सेक्शन केवल एससीओ सदस्य देशों के लिए है और इसमें सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष), सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (महिला), सर्वश्रेष्ठ निर्देशक (फीचर फिल्म), विशेष ज्यूरी पुरस्कार जैसे विभिन्न प्रतिष्ठित पुरस्कार शामिल हैं।
नॉन-कंपीटिशन सेक्शन सभी एससीओ देशों के लिए है, यानी निम्नलिखित श्रेणियों में सदस्य देशों, पर्यवेक्षक देशों और डायलॉग पार्टनर देशों के लिए-
- एससीओ कंट्री फोकस फिल्में, जो फिल्म समारोह में संबंधित एससीओ देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुनी गई हैं। इससे विभिन्न देशों के बीच आदान-प्रदान सक्षम होगा और ये शंघाई सहयोग संगठन के सदस्यों की संस्कृतियों के बीच एक सेतु के रूप में कार्य करेगा। एससीओ कंट्री फोकस श्रेणी में 17 फिल्में हैं।
- डायरेक्टर फोकस फ़िल्में, जो किसी एससीओ देश के जाने-माने निर्देशक, किसी दिग्गज द्वारा बनाई गई हो, जो देश की विरासत में योगदान देने वाले अपने शिल्प और अपनी सिनेमा हैरिटेज के लिए देश में बहुत सम्मानित हो। डायरेक्टर फोकस श्रेणी में 8 फिल्में हैं।
- चिल्ड्रन फोकस फिल्में जो युवा दर्शकों को शिक्षित करती हों, और उनका मनोरंजन करती हों, जिन्हें समझना आसान हो। इससे छोटे बच्चों की रुचि का विकास होता है और उनके दिमाग का पोषण होता है। चिल्ड्रन फोकस श्रेणी में 7 फिल्में हैं।
- शॉर्ट फ़िल्में जो 20 मिनट से लंबी न हों, जो कलात्मक व सिनेमाई रूप से निपुण हों और मौलिक विचारों का इस्तेमाल करते हुए दर्शकों के मन-मस्तिष्क को लुभाती हों। लघु फिल्म श्रेणी में 6 फिल्में हैं।
- भारत की संरक्षित क्लासिक फ़िल्में- ऐसी 5 फिल्मों का प्रदर्शन किया जा रहा है
एससीओ फिल्म महोत्सव में एससीओ देशों की कुल 57 फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। कंपीटिशन सेक्शन में 14 फीचर फिल्में प्रतिस्पर्धा कर रही हैं और उन्हें प्रदर्शित किया जाएगा तथा नॉन कंपीटिशन सेक्शन में 43 फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा।
कंपीटिशन सेक्शन के लिए कुल 14 फिल्मों को नामांकित किया गया है।
- निखिल महाजन द्वारा निर्देशित मराठी फिल्म 'गोदावरी' और पैन नलिन द्वारा निर्देशित गुजराती फिल्म 'द लास्ट फिल्म शो' सदस्य देश भारत की ओर से नामांकित हैं।
- निर्देशक ए. ज़ैरोव और एम. मामिरबेकोव द्वारा निर्देशित रूसी फिल्म 'मॉम, आई एम अलाइव!' और बैराकिमोव अल्दीयार द्वारा निर्देशित 'पैरालिंपियान' को सदस्य देश कजाकस्तान की ओर से नामांकित किया गया है।
- बकीत मुकुल और दास्तान ज़ापर ऊलू द्वारा निर्देशित किर्गिज फिल्म अकिर्की कोच (द रोड टू ईडन) और तलाइबेक कुलमेंदीव द्वारा निर्देशित उई सत्यलाट (होम फॉर सेल) सदस्य देश किर्गिस्तान से नामांकित हैं।
- यीहुई शाओ द्वारा निर्देशित इतालवी और चीनी फिल्म बी फॉर बिजी और शाओजी राव द्वारा निर्देशित चीनी फिल्म होम कमिंग को सदस्य देश चीन से नामांकित किया गया है।
- लिउबोव बोरिसोवा साखा द्वारा निर्देशित रूसी फिल्म डोन्ट बरी मी विदाउट इवान और एवगेनी ग्रिगोरेव द्वारा निर्देशित पोडेल्निकी (द रायट) को सदस्य देश रूस द्वारा नामित किया गया है।
- डी. मसैदोव द्वारा निर्देशित उज़्बेक फ़िल्म ऐल किस्माती (द फेट ऑफ अ वुमन) और हिलोल नसीमोव द्वारा निर्देशित मेरोस (लैगेसी) सदस्य राष्ट्र उज़्बेकिस्तान की ओर से नामांकित हैं।
- मुहिद्दीन मुजफ्फर द्वारा निर्देशित ताजिक फिल्म डोव (फॉर्च्यून), और महमदराबी इस्मोइलोव द्वारा निर्देशित ओखिरीन सैयदी सयोद (हंटर्स फाइनल प्रे) सदस्य राष्ट्र ताजिकिस्तान द्वारा नामांकित हैं।
एससीओ फिल्म महोत्सव में भारतीय फिल्में-
बेहद सराही गई निखिल महाजन द्वारा निर्देशित मराठी फिल्म गोदावरी और ऑस्कर में सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा की श्रेणी में भारत की आधिकारिक प्रविष्टि गुजराती फिल्म छेलो शो, जो लास्ट फिल्म शो के रूप में भी जानी जाती है, को प्रतियोगिता खंड में प्रदर्शित किया जाएगा।
इसके अलावा कंट्री फोकस में मराठी फिल्म गोदावरी और गुजराती फिल्म छेलो शो के साथ शूजीत सरकार की सरदार उधम, एसएस राजामौली की पीरियड फिल्म आरआरआर है। डायरेक्टर फोकस में संजय लीला भंसाली की गंगूबाई काठियावाड़ी, चिल्ड्रन फोकस में मृदुल तुलसीदास की तुलसीदास जूनियर और चेतन भाकुनी की शॉर्ट फिल्म जुगलबंदी दिखाई जाएगी।
इसके अलावा पांच रिस्टोर्ड क्लासिक्स भी महोत्सव में प्रदर्शित की जाएंगी। इनमें शतरंज के खिलाड़ी; (1977, हिंदी), सुबर्णरेखा (1965, बंगाली), चंद्रलेखा (1948, तमिल), इरु कोडगुल (1969, तमिल) और चिदंबरम (1985, मलयालम) शामिल हैं।
भारतीय फिल्मी हस्तियों के साथ इस महोत्सव में भाग ले रहे एससीओ देशों के प्रतिष्ठित फिल्म निर्माताओं और अभिनेताओं के साथ 'मास्टरक्लासेस' और 'इन कन्वर्सेशन' सत्र भी होंगे। एनिमेशन के इतिहास के अन्वेषण में जुटे इस उद्योग के विशेषज्ञों के साथ सत्र आयोजित किए जाएंगे तथा एनिमेशन और विज्युअल इफैक्ट्स की सहायता से 'क्रिएटिंग द शॉट' की असीम संभावनाओं को भी प्रस्तुत किया जाएगा। फिल्म वितरण के बदलते परिदृश्य और उभरती प्रौद्योगिकियों की मदद से थिएटर भाषा में अनुवाद पर भी कुछ सत्र आयोजित किए जा रहे हैं।
- फिल्म निर्माता राहुल रवैल, रमेश सिप्पी और विख्यात अभिनेत्री आशा पारेख और अभिनेता चैतन्य चिंचलीकर द्वारा “राइजिंग इंडियन सिनेमा पॉपुलैरिटी इन एससीओ रीजन” विषय पर एक सत्र होगा।
- प्रसिद्ध गायक और एससीओ फिल्म महोत्सव के जूरी के साथ “कंपोजिंग म्यूजिक-ब्रेकिंग बैरियर” विषय पर एक सत्र होगा, कजाकस्तान के श्री दिमश कुदाईबर्गेन, जो विभिन्न शैलियों में 13 से अधिक भाषाओं में गायन के लिए जाने जाते हैं।
- एससीओ देशों के प्रतिष्ठित फिल्मकारों के साथ "डायरेक्टर्स सिनर्जी-कलैबरेटिंग कल्चर, करेक्टर और कंट्रीज" विषय पर एक सत्र और "चलैंजेस एंड स्कोप ऑफ प्रमोटिंग फेस्टिवल फिल्मस इन एससीओ" विषय पर एक सत्र होगा।
- उपरोक्त के साथ-साथ वर्तमान समय में फीचर फिल्मों के रंगमंचीय दायरे तथा फिल्म महोत्सव से इतर महोत्सव की फिल्मों को दिखाये जाने के दायरे एवं चुनौतियों से संबंधित एक विचारोत्तेजक सत्र में भारत और एससीओ क्षेत्र के पैनलिस्ट शामिल होंगे
- अपनी तरह के अनूठे इंडियन एनिमेशन रट्रोस्पेक्टिव को एक मास्टरक्लास के रूप में तैयार किया गया जिसमें एनिमेशन की उत्पत्ति से लेकर अब तक के विकास को शामिल किया गया है।
एससीओ फिल्म महोत्सव पोर्टल: https://sco.nfdcindia.com/ पर ऑनलाइन प्रतिनिधि पंजीकरण किया जा सकता है, साथ ही पेडर रोड मुंबई में फिल्म डिवीजन परिसर के मुख्य समारोह स्थल पर भी पंजीकरण डेस्क उपलब्ध होंगे। प्रतिनिधि पंजीकरण शुल्क महोत्सव के लिए 300 रुपये या 100 रुपये प्रतिदिन रखा गया है। इसे छात्रों के लिए निशुल्क रखा गया है।
एससीओ की आधिकारिक भाषा अर्थात रूसी और चीनी, फिल्म महोत्सव की भी आधिकारिक भाषाएं होंगी। महोत्सव भारत में आयोजित किए जाने के कारण कार्यात्मक भाषा के रूप में अंग्रेजी को भी इसमें शामिल किया जाएगा। ज्यूरी और स्थानीय दर्शकों की सुविधा के लिए प्रदर्शित की जाने वाली फिल्मों में अंग्रेजी में सबटाइटल दिए जाएंगे।
एससीओ एक बहुपक्षीय संगठन है, जिसकी स्थापना 15 जून 2001 को की गई थी। वर्तमान में एससीओ में आठ सदस्य देश (चीन, भारत, कजाकस्तान, किर्गिस्तान, रूस, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान), तीन पर्यवेक्षक देश (बेलारूस, ईरान और मंगोलिया) और चौदह वार्ता भागीदार (आर्मेनिया, अजरबैजान, कंबोडिया, नेपाल, श्रीलंका, मिस्र, सऊदी अरब, कतर, बहरीन, कुवैत, मालदीव, म्यांमार, संयुक्त अरब अमीरात और तुर्की) शामिल हैं।
अधिक जानकारी के लिए देखें: https://sco.nfdcindia.com/
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एससीओ फिल्म महोत्सव 2023 की जूरी में शामिल हैं
भारत
राहुल रवैल
फिल्मकार
राहुल रवैल एक अत्यंत प्रसिद्ध भारतीय फिल्म निर्देशक और फिल्म एडिटर हैं जो लव स्टोरी, बेताब, अर्जुन, अंजाम और कई अन्य फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने सनी देओल, अमृता सिंह, परेश रावल, काजोल, ऐश्वर्या राय बच्चन और जॉन अब्राहम जैसे कई सफल कलाकारों को लॉन्च किया है। उन्होंने वर्ष 2017 और वर्ष 2018 में इफ्फी में भारतीय पैनोरमा एवं वर्ष 2019 में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की ज्यूरी की अध्यक्षता की, और, उन्होंने कई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों की कमान संभाली है। उनकी पुस्तक ‘राज कपूर- द मास्टर एट वर्क’ सिनेमा के भावी विद्यार्थियों के लिए एक पाठ्य पुस्तक मानी जाती है।
चीन
सुश्री निंग यिंग
फिल्म निर्देशक
निंग यिंग विश्व स्तर पर सराही गई पुरस्कार विजेता चीनी फिल्म निर्देशक हैं जिन्हें अक्सर चीन की छठी पीढ़ी के फिल्म निर्माताओं की मंडली का एक अहम सदस्य माना जाता है। वह बीजिंग ट्रायलॉजी जैसी अपनी फिल्मों के लिए जानी जाती हैं जिसमें फॉर फन, ऑन द बीट और आई लव बीजिंग शामिल हैं, जिनमें हाल के दशकों में बीजिंग में हुए व्यापक बदलावों का विश्लेषण किया गया है। ‘रेलरोड ऑफ होप (2002)’ में पूरे चीन में सस्ते कामगारों के बड़े पैमाने पर प्रवासन को दर्शाया गया है एवं जिसने ग्रैंड प्रिक्स डू सिनेमा डू रील जीता और परपेचुअल मोशन (2005) का प्रीमियर कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों में हुआ।
कजाकस्तान
श्री दिमश कुदाईबर्गेन
संगीतकार
दिनमुखामेद ‘दिमश’ कनाटुली कुदाईबर्गेन पॉप, क्लासिकल क्रॉसओवर फोक और ऑपरेटिव पॉप संगीत की शैली में एक विश्व प्रसिद्ध और प्रतिभाशाली संगीतकार हैं। दिमश और उनका संगीत समस्त पूर्वी यूरोप एवं एशिया, विशेषकर कजाकस्तान (उनकी मातृभूमि), चीन और रूस में प्रसिद्ध है और उनके प्रशंसक 120 से भी अधिक देशों में फैले हुए हैं जो उनका लाइव प्रदर्शन देखने के लिए सदैव उत्सुक रहते हैं। दिमश की उत्कृष्ट स्वर क्षमता का श्रेय इस तथ्य को दिया जाता है कि उनके पास छह सप्तक की रेंज है और इसके अलावा श्रोताओं एवं दर्शकों से उनका बेहतरीन जुड़ाव रहा है।
किर्गिस्तान
सुश्री गुलबारा तोलोमुशोवा
फिल्मकार और फिल्म समीक्षक
गुलबारा तोलोमुशोवा एक पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता और अपने लेखों के माध्यम से एक फिल्म समीक्षक हैं और कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों की ज्यूरी की एक अहम सदस्य हैं। वह एफआईपीआरईएससीई (फिल्म समीक्षकों का अंतर्राष्ट्रीय संघ) और नेटपैक (एशियाई सिनेमा के प्रचार के लिए नेटवर्क) की सदस्य हैं। वह किर्गिस्तान के संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय में छायांकन विभाग में एक अग्रणी विशेषज्ञ हैं और सिनेमा के क्षेत्र में उनकी उत्कृष्ट कृतियों के लिए उन्हें अपने देश और विदेश में सम्मान से नवाजा गया है।
रूस
श्री इवान कुद्रयावत्सेव
फिल्म निर्माता एवं पत्रकार
इवान कुद्रयावत्सेव एक प्रसिद्ध पत्रकार एवं निर्माता, मॉस्को इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल की चयन समिति के अध्यक्ष और द नेशनल एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज के सदस्य हैं। वह सिनेमा टीवी चैनल के प्रधान संपादक हैं और रूस के फिल्म बाजार के विशेषज्ञ हैं, द गोल्डन ईगल अवार्ड- फिल्म उद्योग के पेशेवरों को मान्यता देने वाला रूस का मुख्य पुरस्कार- के विशेषज्ञ परिषद के प्रमुख हैं। वर्ष 2009 से, इवान रूस के प्रमुख समाचार टीवी चैनल रूस 24 पर एक साप्ताहिक फिल्म उद्योग समाचार कार्यक्रम ‘इंडस्ट्रिया किनो’ का संचालन कर रहे हैं।
ताजिकिस्तान
श्री मेहमदसैद शोहियों
फिल्म निर्माता, अभिनेता, लेखक
मेहमदसैद शोहियों एक प्रमुख अभिनेता, निर्माता और लेखक हैं। वह 30 वर्षों से संस्कृति और रंगमंच के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। उन्हें 25 से अधिक फिल्मों तथा सिनेमा एवं थिएटर के क्षेत्र से जुड़े कई प्रकाशनों और वाटर बॉय (2021), फॉर्च्यून (2022) व बचाई होबी (2020) जैसी फिल्मों के निर्माण का श्रेय दिया जाता है। वह ताजिकिस्तान गणराज्य के संस्कृति मंत्रालय के प्रथम उपमंत्री और टेलीविजन एवं रेडियो प्रसारण समिति के अध्यक्ष थे और वर्तमान में राज्य उद्यम, तोजिकफिल्म के निदेशक हैं।
उज्बेकिस्तान
श्री मत्यकुब सादुल्लायेविच माचानोव
अभिनेता
मत्यकुब सादुल्लायेविच माचानोव एक प्रतिष्ठित अभिनेता हैं, जिन्हें मानद उपाधि 'उज्बेकिस्तान गणराज्य के सम्मानित कलाकार' (2001), ऑर्डर ऑफ 'फ्रेंडशिप (डस्टलिक) (2012) और ‘प्रतिष्ठित श्रम के लिए’ चिन्ह (2021) से सम्मानित किया गया है। उन्होंने 1977 में उज्बेकिस्तान के स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ आर्ट एंड कल्चर से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और एक थिएटर अभिनेता के रूप में डैडीज़ डॉटर, होली सिनर, नाइट विजिटर, डेलानी मैसारा, सतन्स एंजेल्स जैसी प्रस्तुतियों में प्रमुख भूमिकाएं निभाईं और द अवेकनिंग एवं द यूथ ऑफ जीनियस जैसी फिल्मों में काम किया।
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एमजी/एएम/एसके
(Release ID: 1894016)
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