सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्रालय

केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार और केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने एनसीसी कैडेटों के साथ बातचीत कार्यक्रम की अध्यक्षता की और नशीली दवाओं के खिलाफ शपथ ली।


एनसीसी कैडेट्स से नशीली दवाओं के दुष्परिणामों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और प्रभावित लोगों को नशामुक्ति केंद्रों तक पहुंचने में मदद करने का आग्रह

Posted On: 12 SEP 2022 8:50PM by PIB Delhi

युवाओं को नशीली दवाओं के खतरे के खतरनाक प्रभावों से अवगत कराने और युवाओं में एनसीसी के व्यापक प्रभाव को पहचानने की तत्काल आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर (डीएआईसी) में आज एनसीसी कैडेटों के साथ बातचीत और नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा किया गया।

बातचीत कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने संयुक्त रूप से की। देश में एनसीसी के कई राज्य निदेशालयों ने लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से कार्यक्रम में भाग लिया। सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री श्री रामदास अठावले और सचिव श्रीमती अंजलि भंवरा भी इस मौके पर मौजूद थीं।

रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्र, विशेष रूप से युवाओं से मादक पदार्थों की लत के खिलाफ एकजुट होने और लड़ने की अपील की है, इस खतरे को भारत के लिए अपनी पूरी क्षमता हासिल करने के लिए एक बड़ी बाधा बताया है। वह आज नई दिल्ली में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा आयोजित 'एनसीसी कैडेटों के साथ बातचीत और नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ शपथ' समारोह में राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेटों और युवाओं के साथ बातचीत कर रहे थे।

 

श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत विश्व की महाशक्तियों में से एक बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। लेकिन, कुछ सीमाएं हैं जो हमें अपनी वास्तविक क्षमता को प्राप्त करने से रोक रही हैं। नशीली दवाओं की लत एक ऐसी सीमा है। तमाम खूबियों के बावजूद हमारा देश अभी तक विकसित देशों की कतार में खड़ा नहीं हो पाया है, क्योंकि यहां बहुत से लोग हैं, खासकर युवा, जो नशे की गिरफ्त में हैं। युवा देश का भविष्य हैं। वे राष्ट्र की आधारशिला हैं। अगर उनका वर्तमान नशे में है तो उनके भविष्य का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। हमें ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई लड़ने की जरूरत है जैसे हमने अपनी आजादी के लिए की थी।

 

श्री राजनाथ सिंह ने 3-4 कैडेटों का एक समूह बनाने और नशीली दवाओं के आदी युवाओं तक पहुंचने का प्रयास करने का आग्रह किया, उन्हें नशीली दवाओं के उपयोग के दुष्प्रभावों के बारे में बताया। उन्होंने उन्हें नशीले पदार्थों के उपयोग के हानिकारक प्रभावों के साथ-साथ विभिन्न स्थानों पर सरकार द्वारा स्थापित नशामुक्ति केंद्रों से आसानी से कैसे संपर्क किया जाए, इसके बारे में ज्ञान प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके माध्यम से कैडेट उन लोगों की मदद कर सकेंगे जो खुद को नशे के चंगुल से मुक्त करना चाहते हैं। 'हमारे एनसीसी कैडेट एक तरह से हमारे सशस्त्र बलों का एक और अवतार हैं। उन्होंने कहा कि अगर हमारी सेना बाहरी दुश्मनों से देश की रक्षा कर रही है तो हमारे एनसीसी कैडेट्स देश को ड्रग्स जैसे आंतरिक दुश्मनों से बचा सकते हैं।

 

रक्षामंत्री ने कहा कि एनसीसी कैडेटों की सक्रिय भागीदारी से सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग इस अभियान को नई ऊंचाइयों पर ले जाने और नशा मुक्त भारत के अपने उद्देश्य को प्राप्त करने की उम्मीद करता है।

इस अवसर पर केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने एनसीसी कैडेटों को नशामुक्ति अभियान का अग्रदूत बनने का आह्वान किया और कहा कि इस गंभीर समस्या से निपटने में सरकार और समाज की मदद करना उनकी जिम्मेदारी है।

मंत्री ने कहा, "मैं उम्मीद करता हूं कि आप सभी के सहयोग से हम भारत को नशामुक्त देश बनाएंगे। इस क्रांति को कुचला नहीं जाना चाहिए, इसे और अधिक ऊर्जा मिलनी चाहिए और यह एक ऐसी लौ प्रज्वलित करनी चाहिए जो मादक द्रव्यों के सेवन की बुराइयों से लड़ेगी।" उन्होंने कहा कि ड्रग्स में फंसे लोगों को आगे की राह दिखाने की जरूरत है।

****

एमजी/एएम/वीएस



(Release ID: 1858845) Visitor Counter : 290


Read this release in: English , Urdu , Punjabi