विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय

केन्‍द्रीय मंत्री डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने एमएसएमई के साथ स्टार्टअप को जोड़ने की अपील की: कहा, प्रधानमंत्री श्री मोदी सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) क्षेत्र को मजबूत करने के लिए आवश्यक नीतिगत बदलावों सहित सभी उपाय कर रहे हैं


डॉ. सिंह ने नई दिल्ली में 8वें भारत अंतर्राष्ट्रीय एमएसएमई और स्टार्टअप शिखर सम्मेलन और एक्सपो को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित किया; कहा, सरकार अनूठे स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बाजारों तक पहुंचने के लिए प्रोत्साहित कर रही है और इस प्रकार भारतीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ कर रही है

2015 में प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा स्टार्टअप इंडिया की शुरुआत ने भारत के युवाओं के लिए नए विचारों के साथ प्रयोग करने और नए रोजगार सृजित करने के प्रचुर अवसर प्रदान किए

Posted On: 26 AUG 2022 5:13PM by PIB Delhi

केन्‍द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार); पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार); प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्‍य मंत्री, डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने आज स्टार्ट-अप को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) क्षेत्र से जोड़ने की अपील की और कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार एमएसएमई को मजबूत करने के लिए आवश्यक नीतिगत बदलाव सहित सभी उपाय कर रही है।

मुख्य अतिथि के रूप में, 8वें भारत अंतर्राष्ट्रीय एमएसएमई और स्टार्टअप शिखर सम्मेलन और एक्सपो को संबोधित करते हुए डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने कहा कि इस सेक्‍टर ने आत्मनिर्भर भारत को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और उन्‍होंने यह भी कहा कि सरकार ने एमएसएमई क्षेत्र को सुदृढ़ बनाने के लिए पिछले आठ वर्षों में बजट में काफी वृद्धि की है। डॉ. सिंह ने यह भी जानकारी दी कि सरकार अनूठे स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बाजारों तक पहुंचने के लिए प्रोत्साहित कर रही है और इस प्रकार भारतीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ कर रही है।

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डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने एमएसएमई को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए मोदी सरकार की प्रतिबद्धता के बारे में दर्शकों को स्‍मरण दिलाया और इस महीने की 15 तारीख को दिए गए प्रधानमंत्री के स्वतंत्रता दिवस के संबोधन को उद्धृत हुए कहा, “मैं निजी क्षेत्र से भी आगे आने का अपील करता हूं। हमें दुनिया अग्रणी स्थिति प्राप्‍त करनी है। आत्मनिर्भर भारत का एक स्‍वप्‍न यह सुनिश्चित करना है कि भारत दुनिया की आवश्‍यकताओं को पूरा करने में पीछे न रहे। चाहे वह एमएसएमई ही क्यों न हो, हमें अपने उत्पादों को जीरो डिफेक्ट- जीरो इफेक्टके साथ दुनिया तक ले जाना होगा। हमें स्वदेशी पर गर्व होना चाहिए।’’

एमएसएमई-डीएफ के अध्यक्ष रजनीश गोयनका की परिचयात्मक टिप्पणी का उल्लेख करते हुए, जिसमें उन्होंने कहा कि एमएसएमई भारत की अर्थव्यवस्था का लगभग एक तिहाई हिस्सा है और 11 करोड़ से अधिक लोग इस क्षेत्र से जुड़े हुए हैं, डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने कहा, यहां तक कि आम बजट 2022-23 ने भी कोविड महामारी से बुरी तरह प्रभावित एमएसएमई के सुधार में सहायता करने के उद्देश्य से नीतिगत घोषणाओं का एक व्यापक पैकेज प्रस्तुत किया है।

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भारत@100 की थीम, अमृत काल-युवाओं के लिए अवसर, पर विचार करते हुए डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने कहा कि आज भारतीय युवा अपने सपनों को विचारों में और विचारों को वास्‍तविकता में बदलने के लिए अधीर हैं और प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा 2015 में स्टार्टअप इंडिया की शुरुआत किए जाने से उनके लिए प्रचुर अवसर उत्‍पन्‍न हो गए हैं। डॉ. सिंह ने जम्मू-कश्मीर में बैंगनी क्रांति का भी उदाहरण दिया, जिसने अत्यधिक लाभकारी लैवेंडर की खेती को अपनाकर कृषक समुदाय के जीवन को कल्पना से भी बेहतर बना दिया।

डॉ. जितेन्‍द्र सिंह को बड़ी संख्या में कृषि एमएसएमई स्टालों को देखकर सुखद आश्चर्य हुआ और उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में देश में एग्रीटेक स्टार्ट-अप की एक नई लहर उभरी है और ये स्टार्ट-अप आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, अपर्याप्‍त अवसंरचना और किसानों की बाजारों की विस्तृत श्रृंखला तक पहुंचने में असमर्थता से संबंधित समस्याओं को हल कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि युवा उद्यमी अब अपना स्टार्टअप स्थापित करने के लिए आईटी क्षेत्र और बहुराष्ट्रीय कंपनियों में अपनी नौकरी छोड़ रहे हैं, क्योंकि इन युवा उद्यमियों ने अब यह महसूस करना आरंभ कर दिया है कि कृषि में निवेश बहुत सुरक्षित और लाभदायक व्यवसायों में से एक है।

डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने अंत में यह कहा कि कोई भी 2022 के प्रिज्म के माध्यम से भारत @ 2047 की कल्पना नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री के रूप में श्री नरेन्‍द्र मोदी के 8 वर्षों ने 2047 के लिए भारत का विजन दिया और अमृत काल के अगले 25 वर्षों के लिए रूपरेखा प्रस्‍तुत की, जो दुनिया में एक अग्रणी राष्ट्र के रूप में भारत के उत्‍कर्ष का साक्षी बनेगा।

इससे पहले, डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने 8वें इंडिया इंटरनेशनल एमएसएमई और स्टार्टअप एक्सपो के विभिन्न स्टालों का अवलोकन किया और कुछ एमएसएमई उद्यमियों के साथ परस्‍पर बातचीत की।

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