संस्‍कृति मंत्रालय

महाराष्ट्र के राज्यपाल ने मुंबई के रवींद्र नाट्य मंदिर में 22वें 'भारत रंग महोत्सव' का शुभारंभ किया


भारत रंग महोत्सव नागरिकों को हमारे स्वतंत्रता सेनानियों का अनुकरण करने की प्रेरणा देगा: महाराष्ट्र के राज्यपाल

आजादी का अमृत महोत्सव के तहत राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय द्वारा आयोजित 5 दिवसीय रंगमंच महोत्सव का उद्देश्य हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करना है

Posted On: 09 AUG 2022 8:08PM by PIB Delhi

महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी ने आज मुंबई के रवींद्र नाट्य मंदिर में 22वें 'भारत रंग महोत्सव' का शुभारंभ किया। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय और पी.एल देशपांडे महाराष्ट्र कला अकादमी द्वारा संयुक्त रुप से मुंबई में हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए पांच दिवसीय नाट्य उत्सव (9 अगस्त से 13 अगस्त, 2022 तक) आयोजित किया जा रहा है। दिग्गज अभिनेत्री रोहिणी हट्टंगड़ी, निर्माता निर्देशक सतीश कौशिक और वाणी त्रिपाठी टिक्कू भी आज मुंबई में उद्घाटन समारोह में शामिल हुए। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) के निदेशक प्रोफेसर रमेश चंद्र गौड़ ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।

इस अवसर पर अपने संबोधन में, महाराष्ट्र के राज्यपाल ने कहा कि रंगमंच खुशी बांटने, जागरूकता को बढ़ावा देने और हमारी समृद्ध विरासत और संस्कृति की रक्षा करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र और समाज के रूप में हमें कैसा होना चाहिए, यह दिखाने में रंगमंच की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। राज्यपाल ने कहा कि जब राष्ट्रीय रंगमंच महोत्सव के नाटकों के माध्यम से स्वतंत्रता सेनानियों जैसे महान लोगों की कहानियां सुनाई जाती हैं, तो यह नागरिकों को उनके गुणों को आत्मसात करने और समान योगदान देने के लिए प्रेरणा प्रदान करती है। अच्छे अभिनेताओं को तैयार करने में एनएसडी द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में चर्चा करते हुए, उन्होंने आशा व्यक्त की कि एनएसडी से और अधिक प्रतिभाशाली अभिनेता आएंगे। राज्यपाल ने कहा कि अधिक से अधिक थिएटर कलाकार सामने आएं और समाज में सकारात्मक योगदान दें। यह याद करते हुए कि आज मुंबई से भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत की 80वीं वर्षगांठ है, राज्यपाल ने भारत रंग महोत्सव की सफलता की कामना की, जो भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को प्रदर्शित करता है।

अभिनेत्री वाणी त्रिपाठी ने कहा, "यह सराहनीय है कि एनएसडी ने देश भर से हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियों को प्रदर्शित करने वाले नाटकों की पहचान की है। हम सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है ताकि हम अपने युवाओं को महोत्सव के बारे में जागरूक कर सकें और महोत्सव के नाटकों में चित्रित की जा रही कहानियों के बारे में जान सकें।" अभिनेत्री रोहिणी हट्टंगडी ने कहा, "राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय द्वारा अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजित यह नाट्य महोत्सव एक सराहनीय पहल है और यह युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा है।"

एनएसडी के निदेशक प्रोफेसर रमेश चंद्र गौड़ ने कहा कि एनएसडी ने आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से वीर स्वतंत्रता सेनानियों को याद करने के लिए यह पहल की है। इसके अलावा, कुछ दिन पहले कारगिल विजय दिवस पर 'कारगिल एक शौर्यकथा' नामक एक नाटक का मंचन किया गया था।

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यह महोत्सव जनता के लिए खुला है। इसके माध्यम से हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन और बलिदान पर आधारित प्रसिद्ध थिएटर निर्देशकों के नाटकों का मंचन किया जाएगा। महोत्सव के पहले दिन भोपाल स्थित थिएटर ग्रुप ' राइजिंग सोसाइटी ऑफ आर्ट एंड कल्चर' और चंद्रहास तिवारी द्वारा निर्देशित हिंदी नाटक 'आई एम सुभाष' खेला जाएगा। 10 अगस्त को मुंबई स्थित सम्यक थिएटर द्वारा निर्देशित और डॉ. मंगेश बंसोड़ द्वारा निर्देशित हिंदी नाटक 'गांधी-अंबेडकर' का मंचन किया जाएगा। नागपुर स्थित समूह 'राष्ट्रभाषा परिवार सामाजिक सांस्कृतिक संस्था' द्वारा 11 अगस्त को रूपेश पवार के हिंदी नाटक "अगस्त क्रांति" का मंचन किया जाएगा और सुनील जोशी द्वारा निर्देशित मराठी नाटक "तिलक और अगरकर" का मंचन मुंबई स्थित अभिजीत नाट्य संस्था और श्री आर्यदुर्गा क्रिएशंस द्वारा 12 अगस्त को किया जाएगा। महोत्सव का समापन 13 अगस्त को भोपाल स्थित कारवां थिएटर ग्रुप के हिंदी नाटक 'रंग दे बसंती चोला' के साथ होगा, जिसका निर्देशन मोहम्मद नजीर कुरैशी ने किया है।

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मुंबई में पांच दिवसीय महोत्सव में, भारत रंगमंच के मंच से महाराष्ट्र की प्रसिद्ध थिएटर हस्तियों को सम्मानित किया जाएगा। इस सूची में सोहानी कुमार, आनंद पांचाल, उल्लास सुर्वे, चंद्रशेखर वामन किरदावकर, पंगे रोहिदास, शरद सावंत, लाउ राउल, नयना आप्टे, बालू मामा घोडके, सुषमा देशपांडे और अभिराम भदकमाकर शामिल हैं।

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22वें भारत रंग महोत्सव, 2022 (आजादी खंड) के हिस्से के रूप में, दिल्ली, भुवनेश्वर, वाराणसी, अमृतसर, बेंगलुरु और मुंबई में 16 जुलाई से 14 अगस्त, 2022 तक 30 नाटकों का मंचन किया जा रहा है। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, नई दिल्ली द्वारा 1999 में शुरू किया गया भारत रंग महोत्सव या नेशनल थिएटर फेस्टिवल एक वार्षिक रंगमंच महोत्सव है। भारत रंग मंच देश भर में रंगमंच के विकास और प्रगति को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया था। मूल रूप से भारत में सबसे रचनात्मक रंगमंच श्रमिकों के काम को प्रदर्शित करने वाला राष्ट्रीय महोत्सव अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में विकसित हुआ है, जो दुनिया भर से थिएटर कंपनियों की मेजबानी कर रहा है, और अब यह एशिया का सबसे बड़ा रंगमंच उत्सव है। भारत सरकार द्वारा वित्त-पोषित राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय हमारे देश का अग्रणी रंगमंच प्रशिक्षण संस्थान है।

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