मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय
श्री पुरुषोत्तम रूपाला ने एएचआईडीएफ के अंतर्गत एएचआईडीएफ परियोजनाओं का शुभारंभ किया और उद्यमियों को सम्मानित किया
डॉ संजीव कुमार बालियान ने उद्यमियों को डेयरी क्षेत्र में उनके योगदान के लिए बधाई दी
एएचआईडीएफ कॉन्क्लेव का आयोजन
संशोधित एएचआईडीएफ पोर्टल जारी किया गया
Posted On:
14 JUL 2022 9:10PM by PIB Delhi
केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री, श्री पुरूषोत्तम रूपाला ने आज नई दिल्ली में आयोजित हुए एएचआईडीएफ सम्मेलन में पशुपालन अवसंरचना विकास कोष (एएचआईडीएफ) परियोजनाओं का शुभारंभ किया और उद्यमियों को सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री, डॉ संजीव कुमार बालियान भी शामिल हुए।
अपने संबोधन में श्री रूपाला ने डेयरी और मत्स्यपालन क्षेत्र के महत्व पर प्रकाश डाला और उद्यमियों को इस क्षेत्र के विकास में अपना योगदान देने और ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों और आम नागरिकों के लिए रोजगार का सृजन करने के लिए बधाई दी। मंत्री ने आगे कहा कि पशुधन के लिए दीर्घकालिक खाद्य प्रणालियां सहित पशुधन स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। डॉ बालियान ने उद्यमियों को बधाई दी और उनसे पशुधन आहार के लागत में कमी लाने के लिए अभिनव उपाय खोजने का आग्रह किया।
श्री अतुल चतुर्वेदी, सचिव, डीएएचडी ने गरीबी उन्मूलन और ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों की आय में बढ़ोत्तरी से अलग हटकर संपत्ति निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि एएचआईडीएफ योजना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। डॉ. ओ पी चौधरी, संयुक्त सचिव, डीएएचडी ने नाबार्ड और सिडबी को इस क्षेत्र का निरंतर समर्थन करने के लिए धन्यवाद दिया। इस अवसर पर श्री शिवसुब्रमण्यम रमण, सिडबी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, डॉ जीआर चिंतला, नाबार्ड के चेयरमैन और डॉ प्रवीण मलिक, पशुपालन आयुक्त भी उपस्थित थे।
इस कॉन्क्लेव में क्रेडिट गारंटी ऑनलाइन पोर्टल की शुरुआत, एएचआईडीएफ योजना के सहयोग से स्थापित पांच प्रमुख संयंत्रों का उद्घाटन, उद्यमियों/ ऋणदाताओं का सम्मान और सभी हितधारकों और नए उद्यमियों के बीच नेटवर्किंग का शुभारंभ किया गया। एक दिवसीय कॉन्क्लेव में विभिन्न सत्रों का आयोजन किया गया, जिसके बाद बहुत ही सम्मानित पैनल के सदस्यों के एक समूह द्वारा परिचर्चा की गई।
इस कॉन्क्लेव का आयोजन पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक और उद्योग संघों आदि के सहयोग से किया गया। कॉन्क्लेव का उद्देश्य प्रतिभागियों को एएचआईडीएफ योजना से संबंधित सर्वोत्तम जानकारी प्रदान करना और विभिन्न हितधारकों के लिए सुगमता सुनिश्चित करना है। इस कॉन्क्लेव में 600 से ज्यादा उद्यमियों/ हितधारकों, ऋणदाताओं/ एसएलबीसी, सरकारी अधिकारियों (राज्य और केंद्र सरकार), सामान्य सेवा केंद्रों, उद्योग संघों/ किसान संघों और सरकारी संगठनों की भागीदारी देखी गई।
एएचआईडीएफ के अंतर्गत 75 उद्यमियों (विभिन्न श्रेणियों/ एफपीओ/ किसान/ महिला) को सम्मानित किया गया। निम्नलिखित के अलावा एएचआईडीएफ के लिए संशोधित ऑनलाइन पोर्टल को जारी किया गया:
1. पांच संयंत्रों का वर्चुअल उद्घाटन
2. शीर्ष तीन ऋणदाताओं का सम्मान
3. शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्यों का सम्मान
4. एएचआईडीएफ संचालन दिशानिर्देश 2.0 का शुभारंभ
5. क्रेडिट गारंटी के ऑनलाइन पोर्टल का शुभारंभ
6. सफलता की कहानियों पर पुस्तिका का विमोचन
7. श्रोताओं के साथ पैनल चर्चा
पोर्टल की मुख्य विशेषताएं:
1. संशोधित पोर्टल में द्विभाषी सामग्री
2. विभिन्न एनालिटिक्स उपकरणों और उन्नत सुविधाओं के साथ अनुकूलित डैशबोर्ड, जैसे:
(i) टीएटी विश्लेषण
(ii) लंबित विश्लेषण
(iii) रोजगार विश्लेषण
(iv) दो पैरामीटरों की एक साथ तुलना
(v) वार्षिक आधार पर आवेदन विश्लेषण
(vi) भुगतान विश्लेषण
(vii) बैंकों के साथ पेंडेंसी
(viii) सेक्टर पर प्रभाव
3. हैंडहोल्डिंग आवेदकों का ट्यूटोरियल वीडियो
4. परियोजना साइट का जीआईएस लोकेशन प्राप्त करने के लिए गुगल मैप के साथ एकीकरण
5. सीआईबीआईएल के साथ एकीकरण, जो ऋणदाताओं के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा
6. क्रेडिट गारंटी कवरेज के लिए सीजीटीएमएसई पोर्टल के साथ एकीकरण
7. ऑनलाइन क्लेम जेनरेशन मॉड्यूल का विकास
8. एएचआईडीएफ पोर्टल हेल्पडेस्क
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