विधि एवं न्याय मंत्रालय
न्याय विभाग ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 मनाया
Posted On:
21 JUN 2022 7:05PM by PIB Delhi
कानून और न्याय मंत्रालय के न्याय विभाग ने आज जैसलमेर हाउस के परिसर में स्थित विरासत भवन में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई) मनाया। इस कार्यक्रम में न्याय विभाग के सचिव श्री एस.के.जी रहाटे के साथ-साथ अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया।
विभाग और न्यायपालिका ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय, देश भर के सभी 25 उच्च न्यायालयों और जिला एवं अधीनस्थ न्यायालय परिसरों में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, 2022 के सुचारू आयोजन के लिए करीबी समन्वय बनाए रखा। यह आयोजन अभूतपूर्व पैमाने पर न्यायपालिका के 30,000 से अधिक सदस्यों की भागीदारी के साथ मनाया गया और इसमें सर्वोच्च न्यायालय के माननीय न्यायाधीश, उच्च न्यायालयों के माननीय न्यायाधीश और जिला और अधीनस्थ न्यायालयों के न्यायिक अधिकारी, न्यायालय के अधिकारी और कर्मचारी एवं विभिन्न न्यायालय परिसरों में बार के सदस्यगण उपस्थित रहे। अद्वितीय वास्तुकला के साथ प्रतिष्ठित इमारतों में स्थित भारत के सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों ने इस अवसर की भव्यता को और अविस्मरणीय रूप दिया। सामान्य योग प्रोटोकॉल, विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न योग आसनों के लाभों के बारे में जागरूकता और योग का प्रदर्शन, इस कार्यक्रम में की गई कुछ गतिविधियों रहीं।
(इलाहाबाद, मद्रास, झारखंड और पटना जैसे कुछ उच्च न्यायालयों के प्रतिष्ठित भवनों में योग समारोह की तस्वीरें)
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस भारत की सबसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य पहल के रूप में उभरा है और भारत सरकार ने इसे एक जन आंदोलन के रूप में आकार दिया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2014 में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई) के रूप में घोषित करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया। योग की यह विश्वव्यापी स्वीकृति हमारे देश के लिए गर्व की बात है, क्योंकि योग हमारे देश की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का एक अभिन्न अंग है।
इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस "आज़ादी का अमृत महोत्सव" वर्ष के अंतर्गत मनाया जा रहा है, जिसके लिए आयुष मंत्रालय ने भारत भर में 75 प्रतिष्ठित स्थलों पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने की योजना बनाई है, जो भारत को वैश्विक स्तर पर ब्रांड बनाने में भी मदद करेगा।
इस वर्ष आईडीवाई 2022 का विषय "मानवता के लिए योग" है क्योंकि यह दर्शाता है कि कैसे कोविड-19 महामारी के चरम के दौरान, योग ने पीड़ा को कम करने में मानवता की सेवा की। कोविड के बाद के भू-राजनीतिक परिदृश्य में भी, योग ने लोगों को करुणा, दया, एकता की भावना को बढ़ावा देने और दुनिया भर के लोगों के बीच समन्वय बनाते हुए उन्हें एक साथ लाने का कार्य भी किया है।
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