इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय
सेमीकॉन इंडिया के लिए सलाहकार समिति का गठन
सलाहकार समिति में शिक्षा और उद्योग जगत के विशेषज्ञ शामिल
भारत सेमीकंडक्टर मिशन को ताकत प्रदान करने के लिए सरकार, उद्योग और शिक्षाविदों के बीच साझेदारी: राजीव चंद्रशेखर
Posted On:
06 APR 2022 4:01PM by PIB Delhi
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सेमीकंडक्टर निर्माण, डिजाइन और नवाचार में भारत के द्वारा दुनिया भर का नेतृत्व करने की सोच को आगे बढ़ाते हुए, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने विशेषज्ञों की एक सलाहकार समिति का गठन किया है, जिसमें वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, स्थापित शिक्षाविद के साथ-साथ उद्योग और इस क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल हैं।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 15 दिसंबर 2021 को देश में एक स्थायी सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले इकोसिस्टम के विकास के लिए व्यापक सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम को मंजूरी दी थी। सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले इकोसिस्टम को विकसित करने में भारत की रणनीतियों को आगे बढ़ाने के लिये डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन के तहत विशेषज्ञता के साथ समर्पित "इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम)" स्थापित किया गया है।
नवगठित सलाहकार समिति एक संरचित, कुशल और रणनीतिक तरीके से उद्देश्यों को आगे बढ़ाएगी और आईएसएम अधिकारियों को आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करेगी। यह भारत में एक स्थायी सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले इकोसिस्टम विकसित करने के लिए अंतर्दृष्टि और सुझाव भी प्रदान करेगा। समिति एक लचीली आपूर्ति श्रृंखला बनाने, निवेश को बढ़ावा देने, वित्तपोषण तंत्र, वैश्विक जुड़ाव, अनुसंधान और नवाचार, और अर्धचालकों और डिस्प्ले के लिए आईपी तैयार करने और स्टार्टअप और एमएसएमई को मदद देने वाले इकोसिस्टम बनाने के लिये जरूरी सलाह देगी।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, "भारत सेमीकंडक्टर मिशन को शक्ति देने के लिए सरकार, उद्योग और शिक्षाविदों के बीच साझेदारी"।
सलाहकार समिति की संरचना इस प्रकार है:
- मंत्री, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (अध्यक्ष)
- राज्य मंत्री, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (उपाध्यक्ष)
- डॉ. वी के सारस्वत, सदस्य नीति आयोग
- भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार
- सचिव, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (संयोजक)
- सचिव, विदेश मंत्रालय
- सचिव, व्यय विभाग
- सचिव, आर्थिक कार्य विभाग
- सचिव, उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग
- उप एनएसए, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय
- श्री विनोद धाम, फाउंडर, इंडो यूएस वेंचर पार्टनर्स
- श्री अजीत मनोचा, अध्यक्ष एसईएमआई, यूएसए
- श्री नीलकंठ मिश्रा, क्रेडिट सुइस
- प्रो. ए पॉलराज, एमेरिटस प्रोफेसर, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, यूएसए
- प्रो. प्रदीप खोसला, चांसलर, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सैन डिएगो, यूएसए
- प्रो. वी. कामकोटि, निदेशक, आईआईटी मद्रास, चेन्नई
- डॉ. अजय चौधरी, एचसीएल के संस्थापक
सलाहकार समिति की अध्यक्षता माननीय मंत्री इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय करेंगे, जिसमें राज्य मंत्री, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) उपाध्यक्ष होंगे। सचिव, एमईआईटीवाई सलाहकार समिति के संयोजक होंगे।
सलाहकार समिति में निम्नलिखित उद्योग/शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल हैं;
श्री विनोद धाम: इन्होने इंटेल के प्रतिष्ठित पेंटियम माइक्रोप्रोसेसर का शुरुआत से ही नेतृत्व किया, एक एंजेल निवेशक और वेंचर कैपिटलिस्ट श्री धाम को सेमीकंडक्टर उत्पादों और प्रौद्योगिकियों के विकास में 40 से अधिक वर्ष का अनुभव है।
श्री अजीत मनोचा: वर्तमान में एसईएमआई (इलेक्ट्रॉनिक्स डिजाइन और निर्माण में शामिल कंपनियों का एक उद्योग संघ) के अध्यक्ष और सीईओ श्री मनोचा का सेमीकंडक्टर उद्योग में चार दशकों से अधिक का शानदार करियर है। वह ग्लोबल फाउंड्रीज (2011-2014) के सीईओ थे।
प्रो. आरोग्यस्वामी पॉलराज: प्रो. पॉलराज (वीएसएम, एवीएसएम और पद्म भूषण) एमआईएमओ वायरलेस संचार के आविष्कारक हैं, जो मोबाइल नेटवर्क के लिए एक प्रमुख तकनीक है। उन्होंने भारतीय नौसेना में अपने 25 साल के कार्यकाल के दौरान तीन राष्ट्रीय स्तर की प्रयोगशालाओं की स्थापना सहित प्रौद्योगिकी विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
प्रो. प्रदीप खोसला: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियर और विश्वविद्यालय प्रशासक, प्रो. खोसला को उन्नत प्रौद्योगिकी विकास में तीन दशकों से अधिक का अनुभव है।
प्रो. वी. कामकोटि: एक प्रसिद्ध शिक्षाविद् और शोधकर्ता, प्रो. कामकोटि ने भारत के पहले स्वदेशी रूप से विकसित माइक्रोप्रोसेसर 'शक्ति' को डिजाइन किया और वह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड, भारत सरकार के सदस्य भी हैं।
श्री नीलकंठ मिश्रा: भारत के प्रधान मंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य, श्री मिश्रा क्रेडिट सुइस में वैश्विक बाजार अनुसंधान के प्रबंध निदेशक, एशिया प्रशांत रणनीति के सह-प्रमुख और भारत के रणनीतिकार हैं।
डॉ अजय चौधरी: डॉ चौधरी (पद्म भूषण), एचसीएल के छह संस्थापकों में से एक हैं। पिछले पांच दशकों से, वह भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग को बनाने में मदद करने में सबसे आगे रहे हैं।
सलाहकार समिति भारत में स्थायी सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले इकोसिस्टम विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने के लिए तीन महीने में कम से कम एक बार बैठक करेगी। समिति का कार्यकाल एक वर्ष है जिसके बाद इसे माननीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के अनुमोदन से पुनर्गठित किया जाएगा।
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