आईएफएससी प्राधिकरण

जीआईएफटी आईएफएससी में फिनटेक इकोसिस्टम को मजबूत बनाने के लिये आईएफएससीए ने जीवीएफएल लिमिटेड के साथ समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये

Posted On: 07 APR 2022 7:53PM by PIB Delhi

जीआईएफटी आईएफएससी में फिनटेक इकोसिस्टम को सहयोग देने और उसे मजबूत बनाने के लिये इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर्स अथॉरिटी (आईएफएससीए) ने आज गिफ्ट सिटी स्थित आईएफएससीए के कार्यालय में जीवीएफएल लिमिटेड के साथ समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये।

समझौता-ज्ञापन के तहत दोनों संगठनों के बीच सूचनाओं के आदान-प्रदान में सहयोग तथा सेमिनारों, वेबिनारों, सम्मेलनों आदि के जरिये गिफ्ट आईएफएससी में फिनटेक की प्रगति के लिये विभिन्न कदम उठाने पर ध्यान दिया गया है। समझौते के तहत गिफ्ट आईएफएससी तथा आईएफएससीए के रेगुलेटरी सैंडबॉक्स की संस्थाओं के कार्य में तेजी लाने वाले फिनटेक के समर्थन, मार्गदर्शन, सलाह और अन्य सहयोग को भी शामिल किया गया है। सबसे अहम यह है कि समझौता-ज्ञापन से गिफ्ट आईएफएससी में निवेश इकोसिस्टम को बढ़ाने और उसे पुष्ट करने में तेजी भी आयेगी।

आईएफएससीए एक एकीकृत नियामक संस्था है, जो भारत में स्थापित आईएफएससी में वित्तीय उत्पादों, वित्तीय सेवाओं और वित्तीय संस्थानों के नियमन तथा विकास के लिये जिम्मेदार है। आईएफएससीए वित्तीय प्रौद्योगिकियों (फिनटेक) को प्रोत्साहन देता है तथा बैंकिंग, बीमा, शेयर और निधि प्रबंधन आदि क्षेत्रों में वित्तीय सेवायें देता है। साथ ही गिफ्ट आईएफएससी में विश्वस्तरीय फिनटेक हब की स्थापना को बढ़ावा देता है, जो विश्व के अन्य आईएफसी के समकक्ष आ सकें।

जीवीएफएल लिमिटेड भारत में उद्यम पूंजी में अग्रणी है। जीवीएफएल को 1990 में विश्व बैंक और गुजरात सरकार ने प्रोत्साहित किया था। उसका प्रबंधन एक स्वतंत्र, स्वायत्तशासी बोर्ड करता है। यह उद्यम वित्तीय कंपनी है और गुजरात के अहमदाबाद में स्थित है। कंपनी का मुख्य उद्देश्य कई सेक्टरों के उद्यम पूंजी इकोसिस्टम को सहारा देना है, जिसमें फिनटेक भी शामिल है। कंपनी नवोन्मेषी विचारों के साथ उद्यमियों को वित्तीय सहायता देती है और उन्हें प्रोत्साहित करती है।

अपने मजबूत इकोसिस्टम तथा वित्तीय संस्थानों के स्वदेशी और अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क के आधार पर गिफ्ट-आईएफएससी, फिनटेक कंपनियों की मदद करने में सक्षम है। आईएफएससी भी भारत में एक अलग वित्तीय संस्था होने के नाते अनोखे लाभ प्रदान करती है। इसमें मुद्रा को बदलने पर कोई प्रतिबंध नहीं है तथा बैंकिंग, पूंजी बाजार, बीमा और निधि प्रबंधन के लिये एकीकृत नियामक तैयार करती है, जिसके कारण नवोन्मेषी विचारों या समाधान वाली फिनटेक फर्मों को लाभ होता है। इसके तहत व्यापार की आसानी के सम्बंध में एकीकृत नियामक के जरिये बैंकिंग, पूंजी या बीमा सेक्टर को बढ़ावा मिलता है।

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