रेल मंत्रालय
कोंकण रेलवे ने 'मिशन 100% विद्युतीकरण' पूरा किया
Posted On:
30 MAR 2022 3:16PM by PIB Delhi
कोंकण रेलवे ने अपने पूरे खंड का 100 फीसदी रेल विद्युतीकरण पूरा कर लिया है। इसके लिए 'मिशन 100% विद्युतीकरण – नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन की ओर बढ़ते हुए' योजना के तहत लोगों को पर्यावरण अनुकूल, हरित और स्वच्छ परिवहन की सुविधा प्रदान करने के लिए अपने पूरे ब्रॉड गेज नेटवर्क को विद्युतीकृत करने के लिए एक मिशन मोड पर काम किया गया है।
इससे पहले नवंबर, 2015 में पूरे 741 किलोमीटर रूट के विद्युतीकरण का शिलान्यास किया गया था। इस परियोजना की कुल लागत 1287 करोड़ रुपये है। वहीं, मार्च, 2020 से पूरे कोंकण रेलवे रूट का सीआरएस निरीक्षण शुरू किया गया था। इसे छह चरणों में सफलतापूर्वक किया गया है। रत्नागिरी से थिविम के बीच अंतिम खंड का सीआरएस निरीक्षण 24 मार्च, 2022 को किया गया था और इसका प्राधिकार 28 मार्च, 2022 को प्राप्त किया गया।
कोंकण रेलवे के कठिन क्षेत्र और कोविड-19 महामारी के कारण अनुकूल माहौल नहीं होने के कारण इस परियोजना का काम चुनौतीपूर्ण रहा है। इसके अलावा कोंकण क्षेत्र में अत्यधिक मॉनसून के कारण विद्युतीकरण मिशन को बिना रुके चलाने के लिए कई स्थानों पर विशेष व्यवस्था करनी पड़ी थी।
कोंकण रेलवे के इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन के कई अंतर्निहित लाभ हैं। इनमें ईंधन व्यय में 150 करोड़ रुपये से अधिक की महत्वपूर्ण बचत, पश्चिमी तट के इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर निर्बाध संचालन, परिवहन का प्रदूषण रहित माध्यम और एचएसडी तेल पर कम निर्भरता शामिल है।
कोंकण रेलवे भारतीय रेलवे नेटवर्क पर सबसे बड़े रेलवे रूटों में से एक है। नए विद्युतीकृत केआर रूट पर चरणबद्ध तरीके से इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन के साथ ट्रेन का परिचालन शुरू किया जाएगा। कोंकण रेलवे हमेशा सेफ्टी फर्स्ट (सुरक्षा को प्राथमिकता देना) का अभ्यास करता है। यह राष्ट्र की प्रगति की दिशा में काम करना जारी रखेगा।
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(Release ID: 1812956)